शहर की बेहतर यातायात व्यवस्था सिर्फ कागजों में सिमट कर रह गई है …

सहालग में फिर लगने लगा जाम, कागजों में रह गईं 48 पार्किंग, न एजी पुल के बगल का रास्ता खोल पाए, न सराफा ही सुधार…

शहर की बेहतर यातायात व्यवस्था सिर्फ कागजों में सिमट कर रह गई है। यातायात सुधार के लिए डेढ़ साल में कई योजनाएं बनीं, लेकिन अमल एक पर भी नहीं हो सका। नतीजा सहालग के सीजन में शहर के यातायात का दम फूल रहा है। यातायात व्यवस्था में कसावट लाने के लिए प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने संगठनों के साथ कई दौर की बैठक कीं। परिणाम एक का भी सामने नहीं आया।

ताजा मामला पुलिस कंट्रोल रूम में कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई मैरिज गार्डन संचालकों की बैठक का है। बैठक में तय हुआ शादी के सीजन में मैरिज गार्डन के बाहर सड़क पर वाहन पार्क नहीं होंगे। अधिकतर मैरिज गार्डन के बाहर जाम लग रहा है, क्योंकि उनके पास पर्याप्त वाहन पार्किंग ही नहीं है। डेढ़ साल में यातायात सुधार के लिए कितनी योजना बनीं और उनका क्या हुआ। खबर के जरिए समझें…

सभी विभागों के साथ मिलकर बैठक कर लागू कराएंगे निर्णय

ट्रायल पर अमल होता तो 700 चार पहिया वाहनों की पार्किंग मिलती

यातायात पुलिस ने शहर में 33 अस्थाई और 15 अल्टरनेट पार्किंग की जगह चिन्हित की थीं। तत्कालीन कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने 10 मई 2022 को अस्थाई पेड पार्किंग ट्रायल बतौर शुरू की। बाद में इन्हें स्थायी पार्किंग में बदला जाता। इन पार्किंग में 700 चार पहिया और हजार दो पहिया वाहनों की पार्किंग की जगह मिलती। सर्वे यातायात अमले ने किया था। कलेक्टर के आदेश के बाद निगम को टेंडर प्रक्रिया नहीं की। इससे जाम में सुृधार नहीं हुआ।

सराफा बाजार में नहीं सुधरे हालात

महाराज बाड़ा और सराफा में ट्रैफिक सुधार के कई प्रयास हुए, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। बाड़ा पर ट्रैफिक कम करने के लिए टोपी बाजार का रास्ता खोलने का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन इस पर कोई अमल नहीं हो सका।

-शहर में कमर्शियल वाहनों से भी यातायात प्रभावित होता है। इसके लिए प्रस्ताव बना कि इन सभी को चिन्हित स्थान पर खड़ा कराया जाए, लेकिन इस पर भी अमल नहीं हो सका।

एजी पुल के बगल का रास्ता नहीं खुला

सिटी सेंटर पर आरोग्य धाम के पास अधिकतर सड़क हादसे होते हैं। ऐसा इसलिए कि एजी पुल के नीचे की दूसरी वाली लेन बंद है। इस लेन पर नगर निगम ने कार्यशाला बना रखी थी। यह लेन शुरू कराने के लिए बैठकों में अधिकारियों जोर तो लगाया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इस लेन के शुरू होने से सड़क हादसों में काफी कामी आएगी।

शादियों के लिए 6 बिंदु की गाइडलाइन बनी, कार्रवाई किसी पर नहीं

सहालग शुरू होने से पहले 22 नवंबर को पुलिस कंट्रोल रूम में कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह और एएसपी ट्रैफिक ऋषिकेश मीणा की मौजूदगी में मैरिज गार्डन संचालक की बैठक हुई थी। संचालकों को 6 बिंदु की गाइडलाइन दी गई थी। सबसे ज्यादा फोकस वाहन पार्किंग को लेकर थी। अधिकारियों ने कहा था कि मैरिज गार्डन के आसपास रोड पर वाहन खड़े होने पर कार्रवाई होगी। इसके बाद भी अधिकतर मैरिज गार्डन के बाहर खड़े होने वाले वाहनों से जाम तक लग रहा है, लेकिन कार्रवाई किसी पर भी नहीं हुई।

ट्रैफिक लोड बढ़ने पर वैकल्पिक मार्ग किए थे चिह्नित, अब उन पर ठेलों का कब्जा

मैरिज गार्डन में पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था न होने पर सड़क किनारे खड़े वाहन। स्थान: जीवाजी क्लब के पास।

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