सिंधिया परिवार के करीबी कहे जाने बाले मंत्री ओपीएस भदौरिया के गांव में चल रही थी अवैध शराब की फैक्ट्री, शराब बनाने के सामान के साथ एक गिरफ्तार
भिंड डीएसपी मोतीलाल कुशवाह ने बताया कि अकलौनी गांव में पुलिस ने अवैध शराब की फैक्ट्री पकड़ी है.
भिंड: मुरैना में जहरीली शराब से हुई 24 मौतों के बाद भिंड पुलिस और प्रशासन की नींद खुल गई है. इसी क्रम में गुरुवार को देर रात राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया के गांव अकलौनी में छापामार कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 2 पेटी अवैध शराब के साथ कुछ खाली बोतल और करीब 40 लीटर ओपी बरामद की है. इसके अलावा पुलिस ने मौके से खाली पव्वे भी बरामद किया है. साथ ही एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया है.
भिंड डीएसपी मोतीलाल कुशवाह ने बताया कि अकलौनी गांव में पुलिस ने अवैध शराब की फैक्ट्री पकड़ी है. गुरुवार को वीडियो वायरल होने के बाद आबकारी विभाग के साथ मिलकर छापेमार कार्रवाई की गई. पुलिस को आता देखकर आरोपी अवैध शराब को छोड़कर भागने लगे. इस दौरान एक आरोपी को पकड़ लिया गया. वहीं, एक अन्य आरोपी फरार हो गया. गिरफ्तार हुए आरोपी से पूछताछ के आधार पर फरार आरोपी की तलाश की जा रही है.
राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया पर कांग्रेस ने साधा निशाना
वहीं, सिर्फ एक आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस ने राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया पर हमला बोला है. भिंड से कांग्रेस जिला अध्यक्ष जय श्रीराम बघेल ने राज्य मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि वायरल वीडियो में 4 लोग दिख रहे थे. लेकिन पुलिस ने सिर्फ एक को गिरफ्तार किया है. कहीं न कहीं आरोपियों को राज्यमंत्री के अधिकारियों द्वारा बचाया जा रहा है.
जय श्रीराम बघेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिले में अवैध शराब की बिक्री राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया के अधिकारियों की मिलीभगत से की जा रही है. भिंड में चाहे रेत हो या शराब माफिया इन्हें जिले में प्रशासन और सरकार के नुमाइंदा का संरक्षण प्राप्त है. उनकी मिलीभगत से ही यह मिलावट का खेल चल रहा है. आपको बता दें कि अकलौनी गांव भिंड जिले के मेहगांव विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. साथ ही यह शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट में राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया का गांव भी है.
बता दें कि वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने जिला प्रशासन और पुलिस से अपील करते हुए कहा था कि भिंड जिले में कई जगह इसी तरह अवैध शराब की फैक्ट्रियां संचालित हो रही हैं और अगर समय पर पुलिस और प्रशासन ने इन पर कार्रवाई नहीं की तो जो स्थिति अभी मुरैना में है, वहीं स्थिति भिंड में देखने को मिल सकती है.