जानिए मुनाफा कमाने के लिए कैसे आपकी प्राइवेसी की नीलामी कर रहीं टेक कंपनियां?
Data Privacy: देश में किसी टेक कंपनी को इतनी छूट नहीं होनी चाहिए कि वो आपको मुफ्त सर्विस देकर आपकी ही जानकारी इकट्ठा करे और उसे लाखों-करोड़ों रुपए के मुनाफे में बदल दे. इस तरह से कुछ समय के बाद वो एक बहुत बड़ी कंपनी बन जाएगी और ऐसी कंपनियां किसी लोकतांत्रिक सरकार से भी ज्यादा शक्तिशाली बन सकती हैं.
नई दिल्ली: एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब इंसान हजारों वर्षों से ढूंढ रहे हैं. ये सवाल है, ‘मैं कौन हूं’. प्राचीन काल में कई लोगों ने इसका उत्तर तलाशने के लिए आध्यात्म की मदद ली. कई राजाओं ने अपना राज-पाट छोड़कर हिमालय जाकर तपस्या भी की और आपने भी कभी न कभी ये सवाल खुद से जरूर पूछा होगा. इसका जवाब खोजने की कोशिश की होगी. लेकिन आज के युग में आपकी 5 चीजें ही आपकी पहचान बताती हैं-
-सबसे पहला है, आपका नाम
-आपका परिवार
-आपका पेशा
-आपका घर
-और सबसे महत्वपूर्ण है आपका सोशल मीडिया प्रोफाइल.
लेकिन आपका असली एड्रेस अब आपके घर का पता और पिन कोड नहीं, बल्कि आपका ई-मेल एड्रेस, आपका फेसबुक अकाउंट और आपका ट्विटर अकाउंट है.
सोशल मीडिया पर मौजूद है आपकी असली पहचान
सोशल मीडिया (Social Media) पर आप अपने दोस्तों और परिवार को फॉलो करते हैं. किसी खबर को लेकर अपनी पसंद और नापसंद के बारे में बताते हैं और शेयर भी करते हैं. आजकल नौकरी, बिजनेस और यहां तक कि शादी के लिए भी दोनों पक्ष एक दूसरे के बारे में सोशल मीडिया से जानकारी इकट्ठा करते हैं. इसका मतलब है कि सोशल मीडिया पर ही आपकी असली पहचान मौजूद है.
-आपकी ये पहचान अब ज्यादा मजबूत और सटीक हो गई है क्योंकि, वर्ष 2020 में लोगों ने अपने स्मार्टफोन पर हर दिन साढ़े चार घंटे से ज्यादा समय बिताया, जबकि वर्ष 2019 में ये सिर्फ 3 घंटे था.
– इसका मतलब है पिछले एक वर्ष में आपने 68 दिन अपने स्मार्टफोन को दिए . अब ये फैसला आपको करना है कि आप ये बहुमूल्य समय अपने परिवार को देंगे या फिर इन टेक कंपनियों को अमीर बनाने में नष्ट करेंगे.