अशोक चव्हाण का शपथ ग्रहण क्यों हुआ कैंसिल? स्पीकर पद को लेकर कांग्रेस के भीतर खींचतान
मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण के दौरान सबसे बड़ी चर्चा कांग्रेस खेमे को रही. ऐसा इसलिए क्योंकि अंतिम समय तक कहा जा रहा था कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण मंत्री पद की शपथ लेंगे. लेकिन उनकी जगह ठाकरे कैबिनेट में कांग्रेस के नितिन राउत की एंट्री हो गई. दरअसल सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के रणनीतिकारों ने अशोक चव्हाण से कहा कि वे मुख्यमंत्री रह चुके हैं, इसलिए ठाकरे मंत्रिमंडल में मंत्री पर स्वीकार करना उनके लिए उचित नहीं होगा.
हालांकि ये भी सच है कि सत्ता के बंटवारे के तहत महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर का पद कांग्रेस के खाते में गया है. सूत्रों का कहना है कि मंत्री बन पाने के बाद अब अशोक चव्हाण की नजर इस कुर्सी पर है लेकिन उनकी ही पार्टी के पृथ्वीराज चव्हाण भी इस रेस में माने जा रहे हैं. पृथ्वीराज चव्हाण भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. मनमोहन सिंह के दौर में पीएमओ में मंत्री रह चुके हैं. गांधी परिवार के करीबी भी माने जाते हैं. इन वजहों से सूत्रों के मुताबिक स्पीकर पद को लेकर चव्हाण बनाम चव्हाण की स्थिति कांग्रेस के भीतर बन गई है और इस पद को हासिल करने के लिए खींचतान शुरू हो गई है.
इस बीच महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद शिवसेना (Shiv Sena) प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) आज (शुक्रवार) को पदभार संभालेंगे. आज दोपहर एक बजे महाराष्ट्र के सरकार की पहली कैबिनेट बैठक होगी जिसमें किसीनों को लेकर बड़े ऐलान किए जा सकते हैं. आपको बता दें कि चुनाव प्रचार से लेकर सरकार बनने तक शिवसेना और एनसीपी महाराष्ट्र में किसानों की कर्जमाफी का मुद्दा लगातार उठाते रहे हैं. ऐसे में समझा यह जा रहा है कि पदभार संभालते ही महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री राज्य के किसानों को बड़ी खुशखबरी दे सकते हैं.
मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारी सरकार आम जनता के लिए काम करेगी. एक या दो दिन में किसानों के लिए मदद का ऐलान किया जाएगा. ठाकरे ने कहा, ”मैंने अधिकारियों से अगले दो दिनों में किसानों के लिए राज्य और केंद्र की योजनाओं के बारे में पूरी जानकारी देने के लिए कहा है. एक बार जब मुझे सभी विवरण मिल जाएंगे, तो मैं उसके अनुसार निर्णय लूंगा.”
20 करोड़ में संवरेगा शिवाजी का किला
मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि रायगढ़ किले को संवारा जाएगा, जो कि छत्रपति शिवाजी की राजधानी थी. कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया गया कि शिवाजी के किले की मरम्मत के लिए 20 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इससे पहले बुधवार को शिवसेना के विधायक विनायक राउत (Vinayak Raut) ने भी कहा था कि हम महाराष्ट्र के किसानों के लिए काम करेंगे. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे पहली ही कैबिनेट बैठक में किसानों का कर्ज माफ कर देंगे. ठाकरे महाराष्ट्र की आम जनता के लिए काम करेंगे.
कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में किसानों की बात
शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की गठबंधन सरकार के न्यूनतम साझा कार्यक्रम (कॉमन मिनिमम प्रोग्राम) में किसान, रोजगार, शिक्षा, शहरी विकास, पर्यटन, कला, संस्कृति और महिलाओं के मुद्दे पर काम करने का वादा किया गया है.
सरकार का न्यूनतम साझा कार्यक्रम
– सूखाग्रस्त किसानों का कर्ज़ माफ होगा
– स्थानीय युवाओं को सरकारी नौकरी में 80% आरक्षण
– राज्य सरकार के सभी खाली पद भरे जाएंगे
– झुग्गी में रहने वालों को फ्लैट मुफ्त मिलेगा
– गरीबों को 10 रुपये में भोजन मिलेगा
– सिर्फ 1 रुपये में इलाज की सुविधा
– जहर व्यक्ति को स्वास्थ्य बीमा
– महिला सुरक्षा को प्राथमिकता का वादा