ADR: 2022-23 में राष्ट्रीय पार्टियों को अज्ञात स्त्रोतों से मिले ₹1832 करोड़, 82% चुनावी बॉन्ड से

ADR: 2022-23 में राष्ट्रीय पार्टियों को अज्ञात स्त्रोतों से मिले ₹1832 करोड़, 82% चुनावी बॉन्ड से; जानें सबकुछ
ADR: 6 national parties received ₹1832 crore from unknown sources 82% from electoral bonds
एडीआर रिपोर्ट

चुनावी बॉन्ड का मामला इन दिनों सुर्खियों में है। इसी मामले के बीच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें राष्ट्रीय पार्टियों के फंडिंग के स्त्रोतों का विश्लेषण किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2004-05 से 2022-23 के बीच सभी राष्ट्रीय दलों ने अज्ञात स्त्रोतों से 19,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की आय एकत्र की है। आइये जानते हैं एडीआर रिपोर्ट में और क्या है…

ADR: 6 national parties received ₹1832 crore from unknown sources 82% from electoral bonds
एडीआर रिपोर्ट – 
पहले जानते हैं राजनीतिक दलों की फंडिंग को लेकर नियम क्या है?
एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चुनाव आयोग को दायर की गई दलों की ऑडिट और दान रिपोर्ट के विश्लेषण से साफ जाहिर है कि काफी हद तक धन के स्त्रोत अज्ञात हैं। वर्तमान में राजनीतिक दलों को रु 20,000 से कम की दान राशि के दानदाताओं का विवरण घोषित करना आवश्यक नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक, राजनीतिक दलों की 59% से भी अधिक राशि अज्ञात स्त्रोतों से प्राप्त हुई है जिसमें चुनावी बाॅन्ड्स भी शामिल है। 

जून 2013 में केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के फैसले के कारण राष्ट्रीय दलों को आरटीआई के तहत लाया गया था, लेकिन इन दलों ने इस निर्णय का पालन नही किया है। मौजूदा कानून के तहत केवल आरटीआई से ही जनता को सारी जानकारी प्राप्त हो सकती है।

ज्ञात स्त्रोंतों को लेकर क्या नियम है?
राजनीतिक दलों को रु 20,000 से अधिक के दान देने वाले दानदाताओं का विवरण चुनाव आयोग को वार्षिक जमा करना आवश्यक है। दान रिपोर्ट में दलों को दान देने वाले दानदाता का नाम, पता, पैन, राशि और भुगतान का माध्यम आदि जानकारी देनी होती है। यह दलों के आय का एकमात्र ज्ञात स्त्रोत है। अज्ञात स्त्रोतों की जानकारी दलों द्वारा घोषित आयकर विवरण से लिया जाता है। 20,000 रुपये से कम दान का विवरण ना ऑडिट रिपोर्ट में और ना ही दान रिपोर्ट में सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध है। इन दानों को अज्ञात स्त्रोत माना जाता है।\
राजनीतिक दलों के फंडिंग के बारे में रिपोर्ट क्या है?
एडीआर ने कहा है कि वित्तीय वर्ष 2004-05 से 2022-23 के बीच सभी राष्ट्रीय दलों ने अज्ञात स्त्रोतों से कुल मिलाकर रु. 19,083.08 करोड़ की आय एकत्र की है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान भाजपा ने अज्ञात स्त्रोंतों से रु. 1400.2398 करोड़ की आय घोषित की है। यह आंकड़ा सभी राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित अज्ञात राशि (रु 1832.8788 करोड़) का 76.396% है। भाजपा की यह आय अन्य पांच राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित अज्ञात स्त्रोतों की आय (रु. 432.639 करोड़) से रु. 937.6008 करोड़ ज्यादा है।

इस मामले में देश की मुख्य विपक्षी कांग्रेस दूसरे स्थान पर है। कांग्रेस ने अज्ञात स्त्रोतों से कुल रु. 315.114 करोड़ प्राप्त किया है। यह राशि सभी राष्ट्रीय दलों के कुल अज्ञात स्त्रोतों के आय की 17.192% है।

पार्टियों द्वारा अज्ञात स्त्रोतों से एकत्रित कुल रु. 1832.8788 करोड़ की आय में से रु. 1510.6199 करोड़ (82.42%) की आय चुनावी बॉन्ड से घोषित किया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान कांग्रेस और माकपा ने कुल मिलाकर रु 136.7986 करोड़ की आय कूपन बेचकर की है।

अज्ञात स्रोतों से राष्ट्रीय दलों की आय कितनी? 
6 राष्ट्रीय दलों को अज्ञात स्त्रोतों से रु 1832.8788 करोड़ प्राप्त हुए, जिसमें से 82.42% (रु 1510.6199 करोड़) का दान चुनावी बॉन्ड से मिला है। अज्ञात स्त्रोतों के जरिए कांग्रेस और माकपा ने 7.46% (रु 136.7986 करोड़) की राशि कूपन की बिक्री से अर्जित की है। 6 राष्ट्रीय दलों ने स्वैच्छिक योगदान (रु 20,000 से कम) से 10% (रु 183.2811 करोड़) की राशि एकत्रित किए हैं।

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