आलीराजपुर : शराब की गाड़ी पकड़ने वाले 15 युवाओं पर केस !
शराब की गाड़ी पकड़ने वाले 15 युवाओं पर केस
टीआई ने ग्रामीणों से कहा- तुमने मुझे छेड़ दिया, पुलिस का दावा- वैध दस्तावेज थे इसलिए वाहन छोड़ा
जिले के आजादनगर में शुक्रवार रात कुछ युवाओं ने शराब से भरी एक गाड़ी को पकड़ा और आरोप लगाया कि शराब अवैध रूप से गुजरात ले जाई जा रही थी।
इस घटनाक्रम का वीडियो भी सामने आया, जिसमें आजादनगर थाना प्रभारी गोपाल परमार युवाओं से कह रहे है कि तुमने मुझे छेड़ दिया है। गाड़ी को पकड़ने वाले युवाओं के खिलाफ ही विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। साथ ही पकड़ी गई शराब की गाड़ी को छोड़ दिया। पुलिस का दावा है कि शराब के दस्तावेज पेश किए गए थे।
जानकारी अनुसार शुक्रवार रात करीब 7 : 30 बजे शराब से भरी एक गाड़ी (एमपी 09 डीएम 6680) उदयगढ़ से कट्ठीवाड़ा जा रहा थी। ग्राम बड़ी पोल में क्षेत्र के आदिवासी युवाओं ने इसे रोक लिया। युवाओं का कहना था कि गाड़ी में अवैध शराब भरकर गुजरात भेजी जा रही है।
इसकी सूचना पुलिस और आबकारी विभाग को दी गई। ग्रामीणों का कहना है कि इस पर पुलिस टीम यहां पहुंची और जांच के लिए वाहन को थाने पर लाने लगी। हालांकि, वाहन थाने पहुंचता इससे पहले ही पुलिस की लापरवाही से चालक गाड़ी भगाकर ले गया।
ग्रामीणों का आरोप है कि चालक अंधाधुंध गति से वाहन को दौड़ते ले गया और रास्ते में दो बाइक को टक्कर मार दी। बाद में करीब चार-पांच किमी दूर ग्राम मेढ़ा में इस वाहन को क्षेत्र के लोगों ने रोका और पुलिस को फिर से सूचना दी।
मौके पर हुई बहसबाजी
थाना प्रभारी गोपाल परमार युवाओं पर भड़कते नजर आए। वाहन को पकड़ने के बाद पुलिस टीम और आजादनगर थाना प्रभारी परमार मौके पर पहुंचे। कुछ लोगों ने इस घटनाक्रम का वीडियो भी बनाया है। वीडियो में थाना प्रभारी अवैध शराब परिवहन की शिकायत करने वाले युवाओं पर ही भड़कते दिखे। उन्होंने कहा कि तुमने मुझे छेड़ दिया है। पुलिस विभाग में 25 साल से ऐसी-तैसी करा रहा हूं क्या?
हालांकि बाद में शराब से भरे वाहन को थाने लाया गया। इस बीच शराब कंपनी के कर्मचारी भी मौके पर पहुंच गए थे।
शराब कंपनी कर्मचारी ने दर्ज कराई शिकायत
पुलिस ने यह कहकर शराब से भरा वाहन छोड़ दिया कि कंपनी के कर्मचारी ने परिवहन के वैध दस्तावेज उपलब्ध कराए हैं। शराब कंपनी कर्मचारी की शिकायत पर केनसिंह, केरमसिंह सहित 15 अन्य लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।
शराब कंपनी कर्मचारी ने वाहन में तोड़फोड़, मारपीट, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ किन धाराओं में मामला दर्ज किया है, यह बताने से भी पुलिस बचती रही।
इस मामले पर राजनीति गरमाई
कांग्रेस नेता महेश पटेल ने पार्टी कार्यालय पर मीडिया से चर्चा में कहा कि आजादनगर के मामले से साफ है कि जिले में पुलिस और आबकारी विभाग के संरक्षण में अवैध शराब का कारोबार जोरों पर किया जा रहा है।
इस मामले में पुलिस ने अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई के बजाए उलटा आदिवासी युवाओं के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर दो दिन के भीतर शराब माफिया और जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो एसपी आफिस का घेराव किया जाएगा।
थाना प्रभारी गोपाल परमार ने बताया कि वैध दस्तावेज होने पर ही शराब से भरे वाहन को छोड़ा गया है। वाहन में तोड़फोड़, मारपीट और धमकाने को लेकर आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है।
