एफआईआर की तैयारी:अवैध कॉलोनी काटने वालों ने नहीं दिए दस्तावेज
एफआईआर की तैयारी:अवैध कॉलोनी काटने वालों ने नहीं दिए दस्तावेज
शहर से लगे हुए ग्राम भैंसा-पगारा में अवैध कॉलोनियां धड़ल्ले से काटी जा रही हैं। खेताों में प्लाॅट बेचे जा रहे हैं। जिला प्रशासन अवैध कॉलोनियां काटने वालाें काे नाेटिस देकर उनसे काॅलाेनी से जुड़े दस्तावेज मांग रहा है पर भूमाफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे जवाब तक नहीं दे रहे हैं। 21 मई को ऐसे 23 लाेगाें काे नाेटिस जारी किए गए थे, जिन्हाेंने अवैध कॉलोनिया काटीं। उनसे 28 मई तब जवाब मांगा गया था। सिमरजीत सिंह उर्फ नोनू सरदार सहित अन्य लोगों को यह नोटिस जारी किए गए थे। एसडीएम विजय डहेरिया का कहना है कि अभी तक किसी ने भी जवाब नहीं भेजा है।
ऐसे में अब संबंधितों के खिलाफ एफआईआर कराई जाएगी। इस संबंध में जल्दी ही कलेक्टर के समक्ष पूरा प्रतिवेदन रखते हुए ऐसा करने की अनुमति ली जाएगी। गौरतलब है कि भैंसा-पगारा में अवैध कॉलोनियों का काराेबार जमकर चल रहा है। ऐसे में प्रशासनिक स्तर पर बड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो भोली भाली जनता को ऐसे ही धोखे में रखते हुए खेतों में ही प्लॉट बेच दिए जाएंगे।
एकड़ ताे दूर डिसमिल तक की जगह में काटकर बेच रहे प्लाॅट : भैंसा-पगारा क्षेत्र में 45-45 डिसमिल की जगह तक काे काॅलाेनी बताकर प्लाॅट बेचे जा रहे हैं। पहले भी बेचे गए हैं। साेयाबीन फैक्ट्री के बाजू से ऐसे प्लॉटों की बिक्री की गई है। इस मामले में नाेटिस भी जारी हुए हैं। भैंसा-पगारा क्षेत्र में ही अवैध काॅलाेनी काटने वाले नाेनू सरदार काे भी नाेटिस देकर एसडीएम ने जवाब मांगा है। परंतु अभी तक किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं होने के कारण यहां अवैध कॉलोनी बनाने वालों के हौसले बढ़े हुए हैं। वे बेखौफ होकर मनमाने तरीके से प्लॉट बेचने में लगे हैं।
जानकारी मांगी : पगारा, भैंसा क्षेत्र में कॉलोनियां बनाने वालाें काे नाेटिस जारी किए गए हैं। जिनके आधार पर उनसे जवाब मांगे हैं। ऐसे यहां पर 20 से अधिक लाेग हैं। इसमें कहा है कि अवैध प्लॉटिंग को लेकर पटवारी से प्रतिवेदन मिला है। प्लॉटिंग के संबंध में उनसे कॉलोनाइजर का पंजीयन, विकास अनुमति, रेरा की अनुमति, डायवर्सन का आदेश, टीएनसीपी का लेआउट, बंधक की काॅपी, ईडब्ल्यूएस एवं एलआईजी प्लॉटों की जानकारी, पर्यावरण की अनुमति मांगी है।