झोलाछाप डॉक्टरों के अवैध क्लीनिक पर छापेमारी से हड़कंप, बोर्ड हटाए
झोलाछाप डॉक्टरों के अवैध क्लीनिक पर छापेमारी से हड़कंप, बोर्ड हटाए
शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप के क्लीनिकों की बाढ़ सी आ गई है। वहीं उपचार के दौरान कई लोग इन झोलाछाप के इलाज से अपनी जान तक गंवा चुके हैं। प्रशासन द्वारा समय-समय पर झोलाछापों के खिलाफ कार्रवाई की जाती रही हैं। लेकिन जैसे ही मामला शांत होता है, फिर झोलाछाप सक्रिय हो जाते हैं।
- लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा आयुक्त के आदेश के बाद शुरू हुई कार्रवाई
- शहर व ग्रामीण क्षेत्र में झोलाछाप डाक्टरों के क्लीनिकों की बाढ़ सी आ गई है
- स्वास्थ्य विभाग की तीन टीमों ने 13 जगहों पर की कार्रवाई, क्लीनिक बंद कर भागे डाक्टर
ग्वालियर। अवैध रूप से चिकित्सक का कारोबार कर रहे झोलाछापों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार से छापामारी शुरू कर दी है। छापामारी की खबर सुनते ही झोलाछापों में हड़कंप मच गया और अधिकतर अपनी-अपनी दुकानें बंद कर गए। कार्रवाई के डर से क्लीनिक से बोर्ड तक हटा लिए गए हैं। जिससे छापामारी से बच सकें।
दरअसल स्वास्थ्य विभाग के पास झोलाछाप की क्लीनिकों की अधिकृत कोई सूची नहीं है इसलिए यह लंबे समय से कार्रवाई से बचते रहे हैं। अब लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा आयुक्त ने इन पर कार्रवाई करने का अादेश जारी किया तो मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी टीम के साथ मैदान में उतरे।
शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप के क्लीनिकों की बाढ़ सी आ गई है। वहीं उपचार के दौरान कई लोग इन झोलाछाप के इलाज से अपनी जान तक गंवा चुके हैं। प्रशासन द्वारा समय-समय पर झोलाछापों के खिलाफ कार्रवाई की जाती रही हैं। लेकिन जैसे ही मामला शांत होता है, फिर झोलाछाप सक्रिय हो जाते हैं। लेकिन इस बार शासन से मिले आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी से झोलाछापों में खलबली मची हुई है।
बुधवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.आरके राजौरिया ने तीन टीम के साथ पिंटो पार्क, दीनदयाल नगर क्षेत्र में छापेमारी की। इस दौरान तीन टीम 13 जगह पहुंची और कार्रवाई की। इस कार्रवाई से कई झोलाछाप क्लीनिक बंद कर भाग खड़े हुए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. राजौरिया ने कहा कि कार्रवाई जारी रहेगी। अवैध तरीके से किसी भी क्लीनिक का संचालन नहीं होने दिया जाएगा।