साइबर ठगों के निशाने पर MP के IAS अफसर !
साइबर ठगों के निशाने पर MP के IAS अफसर
7 दिन में 6 कलेक्टर हुए साइबर फ्राड का शिकार, जबलपुर कलेक्टर के नाम से मांग लिए 25000 रुपए
मध्य प्रदेश के कलेक्टर (आईएएस अफसर) साइबर ठगों के निशाने पर हैं। ताजा मामला जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना और धार कलेक्टर प्रियंक श्रीवास्तव का है। दोनों कलेक्टर ने साइबर सेल से मामले की शिकायत की है।
दोनों जिलों के कलेक्टर ने लोगों से अपील की है कि ऐसे फर्जी संदेशों को नजरअंदाज करें और तत्काल ब्लॉक कर दें। जबलपुर कलेक्टर का पहले भी फैसबुक अकाउंट हैक हो चुका है। बीते दिनों में सिवनी, उमरिया, शहडोल और शिवपुरी के कलेक्टरों के नाम पर साइबर ठगों ने ठगी को अंजाम देने की कोशिश की है। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के नाम से भी फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाकर ठगी करने की कोशिश की गई थी।

पहले बात जबलपुर कलेक्टर की
जालसाजों ने कलेक्टर दीपक सक्सेना के नाम से उनके रिश्तेदार से 25 हजार की ठगी की है। ठग ने साइबर फ्रॉड करते हुए वाट्सऐप पर कलेक्टर दीपक की फोटो लगाई। फिर कई रिश्तेदारों को मैसेज किया। झांसे में आकर एक रिश्तेदार ने 25 हजार ट्रांसफर भी कर दिए गए। दीपक सक्सेना को ठगी का पता चला तो हैरान हो गए।
ठगी का पता चलते ही जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने फर्जी फेसबुक आईडी ब्लॉक कर आरोपी की तलाश के निर्देश साइबर सेल को दिए हैं। कलेक्टर ने अपनी फेसबुक आईडी पर फेक लिखते हुए कहा है कि अज्ञात नंबर से उनकी प्रोफाइल फोटो लगाकर लोगों से संपर्क किया जा रहा है। जिससे लोगों को धोखा हो रहा है। उन्होंने कहा है कि इन नंबरों का कलेक्टर जबलपुर से कोई संबंध नहीं है। नंबर फर्जी हैं।
ऐसी ठगी को दिया अंजाम
- ठगों ने +9989542 229570 वाट्सऐप नंबर पर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना की फोटो लगाई।
- WhatsApp नंबर से कलेक्टर के कई रिश्तेदारों को मैसेज किया।
- मैसेज में लिखा है कि मैं जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना बोल रहा हूं। पहचान गए होंगे मुझे आप। मुझे अचानक ही 25000 की जरूरत पड़ गई है। क्या? आप मेरी मदद कर देंगे।
- कलेक्टर के एक रिश्तेदार ने झांसे में UPI के जरिए 25000 रुपए ट्रांसफर कर दिए गए।

अब पढ़िए धार कलेक्टर का मामला
बुघवार को धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के नाम से व्हाट्सएप पर अकाउंट बनाने का मामला सामने आया है। जिसमें अज्ञात व्यक्ति ने कलेक्टर के फोटो का उपयोग करके कुछ मैसेज भी किए हैं। इधर, मैसेज करने की बात जब कलेक्टर मिश्रा तक पहुंची तो तत्काल जनसंपर्क के माध्यम से जिले में अलर्ट जारी करवाया गया है। इसके साथ ही पूरे मामले की सूचना साइबर क्राइम ब्रांच को दी गई हैं। जिससे फोटो का इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा सके।

जानकारी के अनुसार व्हाट्सऐप पर फोन नंबर (94785265198) पर कलेक्टर मिश्रा का फोटो लगा हुआ है। इसके साथ ही नंबर पर नाम IAS मिश्रा लिखा हुआ है। जिसके बाद कुछ लोगों को इससे मैसेज भी किए गए। जिसमें लिखा गया कि मुझे चाहिए कि कृपया आप मेरे लिए तत्काल करें क्योंकि मैं वर्तमान में सीमित फोन कॉल के साथ एक बहुत ही अहम बैठक में भाग ले रहा हूं।
इस तरह के मैसेज आने के बाद प्रशासन हरकत में आया है। कलेक्टर मिश्रा ने इसको लेकर एक अलर्ट जारी करवाया हैं। कलेक्टर के अनुसार वॉट्सऐप के माध्यम से लोगों से अज्ञात व्यक्ति के द्वारा मैसेज किए जा रहे है। इस तरह की धोखाधड़ी से सावधान रहे। पैसे ट्रांसफर करने के मैसेज की रिपोर्ट करें।

श्रीलंका का नंबर इस्तेमाल किया गया
बुधवार दोपहर के समय नंबर को लेकर सूचना साइबर क्राइम ब्रांच को मिली हैं। जिसमें एक स्क्रीनशॉट्स भी दिया गया है। मामला कलेक्टर से जुड़ा होने के कारण तुरंत पुलिस हरकत में आई और नंबर की जानकारी जुटाई जा रही है। जानकारी सामने आई हैं कि नंबर श्रीलंका से चलाया जा रहा है।

शहडोल कलेक्टर ने जारी कराया था अलर्ट

उमरिया कलेक्टर के नाम पर भी ठगी की कोशिश

शिवपुरी कलेक्टर भी जाल में फंसे
