सांसद-विधायकों के लिए बने रचना टाॅवर में लूट मामला !

सांसद-विधायकों के लिए बने रचना टाॅवर में लूट मामला …
36 घंटे में 380 कैमरे खंगाले, फरियादी के साथी समेत 12 से पूछता

भोपाल में विधायक और सांसदों की मल्टी स्टोरी बिल्डिंग रचना टॉवर में बुधवार सुबह 12 लाख की लूट हो गई थी। यहां एक फ्लैट में बने शराब कंपनी के दफ्तर में घुसकर दो बदमाशों ने मैनेजर को कट्‌टा अड़ाया। फिर रुपयों से भरा बैग ले भागे। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही है। आरोपियों पर तीस हजार रुपए का इनाम भी घोषित है। क्राइम ब्रांच सहित भोपाल जोन-2 पुलिस की 6 टीमें आरोपियों की तलाश कर रही हैं।

बीते 36 घंटे के भीतर 380 कैमरों के फुटेज पुलिस खंगाल चुकी है। कॉलोनी के तीन गार्ड, वारदात के समय फ्लैट में मौजूद फरियादी के तीन साथी सहित करीब एक दर्जन लोगों से पुलिस पूछताछ कर चुकी है। डीसीपी श्रृद्धा तिवारी ने बताया कि रेलवे स्टेशन, तमाम बस स्टैंड के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा चुके हैं। घटना स्थल के आसपास के होटलों और लॉज सर्च किए जा चुके हैं। आरोपियों का सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है। जिस सीनियर MIG फ्लैट SR 108 में शराब कंपनी का दफ्तर चल रहा है, वह पूर्व विधायक संतोष साहू का है। केस के फरियादी मैनेजर श्याम सुंदर जायसवाल के बयान गोविंदपुरा पुलिस ने दर्ज कर लिए हैं।

उन्होंने बताया कि आरोपियों को नहीं जानते। पहले उन्हें कभी देखा भी नहीं। दोनों की उम्र 25-30 साल के बीच रही होगी। आरोपियों ने कट्‌टा उड़ाने के बाद हाथ पीछे रखने के लिए कहा। किसी भी तरह की हरकत करने पर भेजा उड़ा देने की धमकी दी थी। लिहाजा, मैंने विरोध नहीं किया। उन्हें कलेक्शन से भरे बैग को दिखा दिया। आरोपी उसे लेकर भाग निकले।

साथ ही, पुलिस को बताया कि दोनों बदमाश भाषा से स्थानीय लग रहे थे। गोविंदपुरा पुलिस के मुताबिक आरोपी कॉलोनी में मेन गेट से दाखिल हुए थे। निकलने के लिए भी उन्होंने इसी रास्ते का इस्तेमाल किया। दोनों बदमाश सुबह 6:30 बजे कॉलानी में दाखिल हुए। ऐसे प्रमाण भी पुलिस को मिले हैं।

करीब दो घंटे तक वह कॉलोनी में रहे और वारदात को अंजाम देकर निकल गए। घटना के समय कॉलोनी के मेन गेट पर तीन गार्ड तैनात थे। इसके बाद भी रजिस्टर में आने और जाने वालों की एंट्री नहीं की। कॉलोनी के सभी CCTV बंद थे। पुलिस कॉलोनी में ड्यूटी करने वाले सभी गार्ड्स से भी पूछताछ कर रही है।

लोकल बदमाशों से भी पूछताछ

घटना के बाद पुलिस ऐशबाग, अशोका गार्डन,एमपी नगर गोविंदपुरा और आस पास के इलाके में रहने वाले बदमाशों से पूछताछ कर रही है। आरोपियों के फुटेज मुखबिरों को दिए गए हैं। हालांकि बदमाशों की शिनाख्त नहीं हो सकी है। पुलिस हुलिया के आधार पर उनकी तलाश में जुटी है।

कर्मचारी का नाम लेकर खुलवाया दरवाजा

​​​​गोविंदपुरा पुलिस ने बताया, ‘रचना टॉवर के फर्स्ट फ्लोर पर फ्लैट नंबर SR 108 में नामी शराब कंपनी का दफ्तर है। बुधवार सुबह करीब 8.30 बजे दो लोग यहां पहुंचे। उन्होंने दरवाजा खटखटाया। दरवाजा नहीं खुला तो शराब कंपनी के कर्मचारी वीरेंद्र गुप्ता के नाम से आवाज लगाई।

63 वर्षीय मैनेजर श्याम सुंदर जायसवाल ने दरवाजा खोला। बदमाशों ने वीरेंद्र गुप्ता के बारे में पूछा। इस पर श्याम सुंदर ने दोनों को दफ्तर के अंदर बैठा लिया।’

पीने के लिए पानी मांगा, फिर कट्‌टा अड़ाया

बदमाशों ने पीने के लिए पानी मांगा तो श्याम सुंदर किचन की तरफ बढ़े। उनके मुड़ते ही बदमाशों ने कट्‌टा निकाला और पीठ पर लगा दिया। फिर दफ्तर में रखे कैश के बारे में पूछने लगे। नहीं बताने पर जान से मारने की धमकी दी।

डरे-सहमे मैनेजर ने फ्लैट के फर्स्ट फ्लोर पर रुपए रखे होने की बात कही। बदमाश उन्हें लेकर फर्स्ट फ्लोर पर पहुंचे। यहां रुपयों से भरा बैग उठाया और वापस नीचे आ गए। यहां श्याम सुंदर को धक्का देकर भाग निकले।

3 कर्मचारी सोते रहे, 15 मिनट 23 सेकेंड में वारदात

एसीपी दीपक नायक ने बताया कि जिस वक्त लूट हुई, फ्लैट में मैनेजर श्याम सुंदर सहित चार कर्मचारी थे। श्याम सुंदर गेट खोलने के लिए कमरे में सो रहे दूसरे कर्मचारियों को बताए बिना गए थे। वारदात के दौरान तीन कर्मचारी सो रहे थे।

आरोपी फ्लैट में 15 मिनट 23 सेकेंड रहे। उन्होंने सो रहे युवकों के दोनों रूम को लॉक कर दिया था। वारदात के बाद मैनेजर ने अंदर मौजूद तीनों साथियों को शोर मचाकर जगाया। दोनों लॉक रूम को खोला और आरोपियों की तलाश बिल्डिंग में की। इसके बाद पुलिस को सूचना दी।

घटना स्थल का मुआयना करती पुलिस।
घटना स्थल का मुआयना करती पुलिस।

कॉलोनी के सीसीटीवी कैमरे दो दिन से बंद

रचना टॉवर में रहने वाले पूर्व बीजेपी विधायक अजीत सिंह ने बताया कि बिल्डिंग के अधिकतर फ्लैट्स ब्रोकर्स के माध्यम से किराए पर दिए गए हैं। कई फ्लैट का कमर्शियल यूज किया जा रहा है। इसकी शिकायतें आवास संघ सहित स्थानीय पुलिस से कई बार की जा चुकी है। न ही पुलिस ने यहां ध्यान दिया और न ही आवास संघ ने। कॉलोनी के सीसीटीवी कैमरे भी दो दिन से बंद है।

डीसीपी ने बताया कि जिम्मेदारों को किराएदारों का वेरिफिकेशन कराने के निर्देश दिए हैं। यह भी चेक किया जा रहा है कि जिस फ्लैट में लूट हुई वहां के किराएदारों का वेरिफिकेशन कराया गया था या नहीं।

दो दिन पहले भी हुई थी लूट की कोशिश

शराब कंपनी के एक मैनेजर विजेंद्र गुप्ता इसी बिल्डिंग के दूसरे फ्लैट में रहते हैं। दो दिन पहले कॉलोनी के मुख्य गेट के सामने विजेंद्र के साथ लूट की कोशिश हुई थी। वे इसकी शिकायत करने थाने गए थे, चूंकि आरोपी बैग झपटने में नाकाम हो गए थे, इसलिए पुलिस ने केस दर्ज किए बगैर उन्हें थाने से लौटा दिया था। इस घटना के समय विजेंद्र के पास 8 लाख रुपए थे।

दो साल से भोपाल में रह रहे हैं जायसवाल

श्याम सुंदर जायसवाल मूल रूप से भिलाई, छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं। शराब ठेके के संबंध में बीते दो साल से रचना टॉवर में रह रहे हैं। उनकी कंपनी की शहर में तीन शराब दुकानें हैं।

दुकानों का डेली कलेक्शन का हिसाब श्याम सुंदर और वीरेंद्र गुप्ता के हाथ रहता है। कलेक्शन का पैसा इसी फ्लैट में लाया जाता है। यह रकम किस बैंक के किस खाते में जमा होनी है, यह भी दोनों मैनेजर ही तय करते हैं।

सांसद-विधायकों के लिए बनाए गए थे फ्लैट

रचना टॉवर में फ्लैट का निर्माण आवास संघ ने कराया है। शुरुआत में सांसद-विधायकों के लिए फ्लैट बेचने की कंडीशन रखी गई थी। इसके बाद सांसदों, विधायकों, मंत्रियों, पूर्व विधायकों, पूर्व सांसदों ने यहां फ्लैट बुक कराए थे। हालांकि, फ्लैट बनने के दौरान की गई बुकिंग के बाद भी कई फ्लैट खाली रह गए। इसके बाद सरकार की अनुमति से आवास संघ ने आईएएस, आईपीएस और अन्य सीनियर अधिकारियों को भी यहां के फ्लैट बेचे हैं।

कॉलोनी के सीसीटीवी कैमरे दो दिनो से बंद

कॉलोनी के रहवासी पूर्व बीजेपी विधायक अजीत सिंह ने बताया कि सोसाइटी में 228 फ्लैट्स हैं। जिसमें पूर्व विधायक और सांसदों के फ्लैट शामिल हैं। हालांकि अधिकांश लोगों ने यह फ्लैट ब्रोकर्स के माध्यम से किराए पर दे रखे हैं। कई फ्लैट्स में अनैतिक कार्य किए जा रहे हैं। कई फ्लैट्स में कमर्शियल वर्क किए जा रहे हैं। इसकी इसकी शिकायतें आवास संघ सहित स्थानीय पुलिस से कई बार की जा चुकी है। न ही पुलिस ने यहां ध्यान दिया और न ही आवास संघ ने। घटना के लिए सोसाइटी की सिक्युरिटी भी जिम्मेदार हैं।

टॉवर में सीएम डॉ. मोहन समेत कई मंत्रियों के फ्लैट

इस टॉवर में सीएम डॉ. मोहन यादव समेत कई मंत्रियों के फ्लैट हैं। इसके अलावा पूर्व सीएम उमा भारती और पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के नाती के नाम पर भी यहां फ्लैट हैं। मंत्री उदय प्रताप सिंह, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इंदर सिंह परमार के फ्लैट भी यहां हैं।

शिवराज सरकार में मंत्री रहे रामकिशोर कावरे नानो, हरदीप सिंह डंग, बिसाहूलाल सिंह और कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे बाला बच्चन, लखन घनघोरिया, लाखन सिंह यादव के भी फ्लैट रचना टॉवर में हैं। 80 फीसदी बुकिंग पूर्व विधायकों, पूर्व सांसदों और उनके परिजन के नाम पर है।

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