इंदौर : सड़कों पर अवैध बस अड्डे !
प्रशासन की कार्रवाई:सड़कों पर अवैध बस अड्डे
हटाने गए पुलिसकर्मी को भी पीट दिया, 7 दफ्तर सील कर 6 बसें जब्त की
- रिंग रोड पर अभी भी कई स्टैंड संचालित, सबसे ज्यादा परेशानी भी यहीं
ट्रैफिक में बाधक बन रहे अवैध बस अड्डों को बंद करने के लिए प्रशासन ने संचालकों को डेढ़ महीने का समय दिया था। इसके बाद भी बसें अवैध स्टैंड से संचालित हो रही हैं। गुरुवार को प्रशासन की टीम ने कार्रवाई करते हुए 7 ट्रेवल्स एंजेसियों के ऑफिस सील किए और 6 बसें जब्त की। कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर एसडीएम घनश्याम धनगर के नेतृत्व में कार्रवाई की गई।
धनगर ने बताया कि उक्त ट्रेवल एजेंसियों के संचालकों को डेढ़ महीने पहले निर्देश दिए थे कि वे अपनी बसों का संचालन शहर के बाहर से करना शुरू करें। उन्हें यह व्यवस्था करने के लिए इतना समय भी दिया गया था। बावजूद शहर से ही बसों का संचालन किया जा रहा था। शहर में बसों के संचालन से यातायात लगातार बाधित होता था।
इन ट्रेवल्स पर कार्रवाई
जिन ट्रेवल एजेंसी के ऑफिस सील किए गए उनमें हंस ट्रेवल्स, अशोक ट्रेवल्स, मुलतानी सोना, एसकेटी ट्रेवल्स, सिटी लिंक, शताब्दी और सिटीजन ट्रेवल्स शामिल हैं। सुबह हुई कार्रवाई के बाद बस संचालकों ने दोपहर में प्रशासन को लिखकर दिया कि वे अब से लंबी दूरी की बसों का संचालन प्रशासन द्वारा निर्धारित स्थानों से ही करेंगे।
दादागीरी ऐसी… बीच सड़क खड़ी कर रहे
तुकोगंज पुलिस ने डीसीपी जोन 2 कार्यालय में आरक्षक के पद पर पदस्थ रामबाबू राजपूत की शिकायत पर मोहम्मद अकरम, कुलदीप, नीरज राठौर, आशिफ व अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया। रामबाबू ने बताया बुधवार दोपहर 3.15 बजे ढक्कन वाला कुआं स्थित हंस ट्रेवल्स के ऑफिस के पास एक बस रोड पर खड़ी थी। इससे रोड पर जाम लग रहा था। ड्राइवर को बस साइड में करने के लिए कहा तो क्लीनर नीरज अपशब्द कहने लगा। धमकाया कि जहां मर्जी होगी, वहां बस खड़ी करेंगे। फिर साथियों को बुलाकर मारपीट करने लगे।