ग्वालियर : पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में बिना फैकल्टी के हो रही पढ़ाई, प्रोफेसर के 25 पद खाली
पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में बिना फैकल्टी के हो रही पढ़ाई, प्रोफेसर के 25 पद खाली
ग्वालियर. राज्य सरकार ने एसएलपी कॉलेज को पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस घोषित किया है। यहां नए कोर्स को शुरू करने के साथ ही उसमें छात्र-छात्राओं को प्रवेश भी दिया जा चुका है, लेकिन उच्च शिक्षा विभाग अभी तक यहां प्रोफेसरों की नियुक्ति नहीं कर पाया है।
कॉलेज में लगभग 5 हजार अध्ययनरत विद्यार्थी को भविष्य की चिंता सता रही है। उच्च शिक्षा विभाग ने पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में 27 पद में से केवल दो प्रोफेसर संस्कृत और संगीत विषय के हैं। यह दोनों भी डिप्लॉय कर लाए गए हैं, जबकि 25 प्रोफेसरों की नियुक्ति का कॉलेज को अभी भी इंतजार बना हुआ है। प्रोफेसरों की नियुक्त करने के लिए पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के प्राचार्य दो बार विभाग को पत्र लिख चुके हैं। उनके पत्रों का अब तक कोई जवाब नहीं आया है।
इन कोर्सों की अब तक नहीं है फैकल्टी
पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में एमएससी जूलॉजी, एमएससी बॉटनी, एमएससी फिजिक्स, एमए हिस्ट्री, बीए संस्कृत, बीए संगीत व बीएससी बॉयोटेक्नोलॉजी कोर्स शुरू किए गए हैं। इन कोर्स में विद्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और सभी सीटें भी भरी जा चुकी हैं। लेकिन स्टाफ नहीं होने से सबसे अधिक परेशानी बीएससी बायोटेक्नोलॉजी के विद्यार्थी को हो रही हैं, क्योंकि यह जॉब ओरिएंटेड कोर्स है।
यह पद अभी खाली
पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में समाजशास्त्र का 1, इतिहास का 1, राजनीति शास्त्र का 1, भूगोल का 1, जूलॉजी के 4, बॉटनी के 4, फिजिक्स के 2, गणित के 1, बॉयोटेक्नोलॉजी के 5 और कंप्यूटर साइंस के 5 शिक्षकों की नियुक्ति का इंतजार है। इसके साथ ही तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के पद में प्रयोगशाला तकनीशियन के 2, प्रयोगशाला के 2, कंप्यूटर ऑपरेटर का 1 पद है।
प्रो आरकेएस सेंगर, प्राचार्य पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस मुरार