करोड़ों का इन्वेस्टमेंट और लाखों की ईएमआई से डिप्रेशन में जिम संचालक
भोपाल। फिटनेस जिम नहीं खुलने से एक तरफ जहां जिम संचालक स्टॉफ को आधी सैलरी देने का बोझ ढो रहे हैं, तो दूसरी तरफ लाखों की ईएमआई और हजारों के बिजली बिल भी बड़ी परेशानी बढ़ा रहे हैं। जिम ऑनर्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट मोहम्मद शकील ने बताया कि ईएमआई और मकान मालिकों के किराए के दबाव में कई जिम संचालक इन दिनों डिप्रेशन का सामना कर रहे हैं। कई ऐसे संचालक भी हैं जिनके पास अब आगे कोई रास्ता नजर नहीं आता। ऊपर से प्रशासन और सरकारें भी बेरुखी बनाए हुए हैं। कई बार बात करने के बाद ही हमारे हाथ निराशा ही लगी है। बता दें कि सभी जिम संचालकों ने विगत माह साइलेंट प्रोटेस्ट कर अपनी परेशानियां प्रशासन के सामने रखी थीं। जिम ओनर ने डिप्रेशन में अपने आपको किया कमरे में बंद लालघाटी के जिम ओनर ने लॉकडाउन से दो दिन पहले पचास लाख से अधिक का इन्वेस्टमेंट कर शुरुआत की थी। जानकारी के अुनसार जिम संचालक कैलाश (परिवर्तित नाम) ने भारी ईएमआई और बिल्डिंग मालिक के किराए को लेकर डिप्रेशन में खुद को एक सप्ताह तक कमरे में बंद रखा। समझाइाश के बाद कई दिनों बाद वह कमरे से बाहर आया। आजकल वह नींद की गोलियां भी ले रहे हैं।
पैसे ही नहीं, बिल्डिंग मालिकों को कहां से दें
महिला जिम ऑनर अंजली (परिवर्तित नाम)को बिल्डिंग मालिक ने बिल्डिंग खाली करने के लिए बोला है। उन्होंने कहा कि तुम्हारा जिम खुलेगा भी या नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं है। अब हम कंसीडर नहीं कर सकते। अंजली ने कहा कि उनके पास परिवार चलाने के पैसे नहीं है। ऐसे में जिम खाली करने के बाद सामान कहां लेकर जाऊंगी।
3 करोड़ का इन्वेटस्टमेंट किया
मैंने तीन करोड़ के इन्वेंटमेंट के साथ प्रोफेसर कॉलोनी में फिटनेस सेंटर शुरू किया। अब खाली का जिम का बिजली बिल 65 हजार रुपए/महीना, पौने दो लाख की ईएमआई व लाखों रुपए सैलरी भी देनी पड़ रही है।
एक महीने के पहले की शुरुआत
मैंने हाल ही में चूना भट्टी इलाके में जिम शुरू किया था। मार्च में लॉक डाउन के बाद से फिटनेस सेंटर पूरी तरह से बंद चल रहा है। 85 हजार रुपए ईएमआई और हजारों के बिजली बिल कहां से दूं,मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है। कोई अधिकारी भी नहीं सुन रहे हैं।