ग्वालियर : निजी स्कूलों पर सख्ती ?
निजी स्कूलों पर सख्ती ..
फीस बढ़ोतरी के बाद अब स्टेशनरी-प्रोजेक्ट्स और इवेंट के चार्ज पर भी सख्ती, टीमें करेंगी जांच, अभिभावकों से भी पूछेंगी
इस रिपोर्ट में स्कूलों के नाम के साथ ये भी बताया जाएगा कि किस स्कूल में किस प्रोजेक्ट्, सांस्कृतिक व अन्य कार्यक्रम और दूसरे कामों के लिए बच्चों के अभिभावकों से कितना चार्ज लिया जाता है। सूत्रों के अनुसार प्रशासन इस जांच रिपोर्ट के बाद स्कूलों की मनमानी पर नियमों का चाबुक चलाना चाहता है। अप्रैल-मई में हुई जांच के दौरान ये गड़बड़ी सामने आई थी।
10 लोगों की 2 टीम, 4 बिंदुओं पर तैयार होगी रिपोर्ट
{कलेक्टर ने 10 अधिकारियों की 2 टीमें बनाई हैं। जिसमें शहरी क्षेत्र की टीम में डाइट के प्राचार्य सुभाष श्रीवास्तव को अध्यक्ष और पटेल सीएम राईज स्कूल के प्राचार्य जितेंद्र सिंह भदौरिया आदि को टीम में रखा है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र की टीम में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की सहायक संचालक पुष्पा ढोड़ी को अध्यक्ष एवं डीडी नगर सीएम राईज स्कूल के प्राचार्य रंजीत चौहान, बीएड कॉलेज के व्याख्याता राजेश कंचन आदि को सदस्य बनाया है।
{इन दोनों टीमों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे स्कूलों का निरीक्षण करें और वहां उपयोग हो रहीं किताबों के साथ दूसरी स्टेशनरी को देखें, कि वे दबाव में तो उपयोग नहीं कराई जा रहीं। साथ ही स्कूलों में स्पोर्टस, सांस्कृतिक और दूसरी गतिविधियों के अलावा प्रोजेक्ट्स के लिए सालाना या समय-समय पर कितना चार्ज लिया जाता है। टीम अपनी रिपोर्ट में ये भी तय करके बताएगी कि कक्षा 8 तक के कोर्स की अधिकतम कीमत कितनी होनी चाहिए।
टीमें बनाई, रिपोर्ट के बाद कार्रवाई
^स्कूलों में एनसीईआरटी के अलावा किताबों का उपयोग होने की सूचना मिली है। टीमें बनाकर स्कूलों का निरीक्षण कराया जा रहा है। रिपोर्ट के बाद कार्रवाई करेंगे। –रूचिका चौहान, कलेक्टर
फीस बढ़ोत्तरी: 35 को नोटिस 3 के बाद कार्रवाई नहीं बढ़ी कलेक्टर रुचिका चौहान ने 4 अप्रैल को जांच दल गठित किए थे। जिनसे मिली रिपोर्ट के आधार पर 18 अप्रैल को 35 स्कूलों को नोटिस दिए। 20 मई को 3 प्राइवेट स्कूलों को आदेश दिया गया कि वे बढ़ाई गई फीस लौटाएं। इनमें तीन 30 दिनाें में अभिभावकों को लौटाने थे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो इन सभी पर जुलाई में 2-2 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया, जबकि शेष स्कूलों पर कार्रवाई नहीं हुई।