आधुनिक समाज को अपना खोया विश्वास फिर से पाने की जरूरत है
आधुनिक समाज को अपना खोया विश्वास फिर से पाने की जरूरत है
एक टीनएजर के रूप में हम में से किसी को भी रोक-टोक पसंद नहीं थी। मेरी किशोरावस्था के दौरान मेरी रोजमर्रा की गतिविधियों के सबसे बड़े मुखबिर ‘टिन और स्टोव वाले अंकल’ हुआ करते थे, जिनका नागपुर के सीताबर्डी में भिड़े रोड पर मेरे घर से कोई पांच घर दूर टिन और स्टोव की मरम्मत का व्यवसाय था। जैसे ही मैं घर से निकलता, सबसे पहले वही मुझसे पूछते कि बेटा कहां जा रहे हो?
मुझे उन्हें बताना पड़ता कि मैं किस काम से जा रहा हूं। मैं भले ही दिन में 20 बार उस गली से निकलता, लेकिन हर बार मुझे उन्हें बाहर जाने का कारण बताना पड़ता। मेरे और आस-पास के चार घरों के माता-पिता के लिए, वे ही उनके बच्चों के पहरेदार थे। उन्हें बताने के बाद अगर मैं सीताबर्डी की मुख्य सड़क पर जाता, तो शर्मा स्टोर वाले अंकल भी वही सवाल पूछते।
जब तक मैं वैरायटी स्क्वेयर, यानी बस स्टैंड से पहले वाले मुख्य जंक्शन तक पहुंचता, मुझे कुछ और अंकलों का सामना करना पड़ता, जैसे कि साउथ इंडियन रेस्तरां विशांति गृह के मालिक मणि अय्यर। मेरे माता-पिता जिस समाज में रहते थे, उनके लिए वह भरोसेमंद था, जो हमेशा उनके टीनएज बच्चे पर नजर रखता था।
मुझे 55 साल पुरानी यह बात तब याद आ गई, जब इंस्टाग्राम ने इस सप्ताह से पूरी दुनिया के टीनएजर्स को एक प्रोटेक्टिव-बबल में रखने का फैसला किया है। जी हां, बच्चों की सुरक्षा के बारे में वर्षों से आलोचना झेलने के बाद, मेटा के स्वामित्व वाला यह सोशल नेटवर्क जनवरी 2025 तक दुनिया से कम से कम 10 करोड़ किशोरों को गार्ड-रेल्ड अकाउंट में स्थानांतरित कर देगा। वहीं वह इसी सप्ताह से स्वचालित रूप से युवाओं के अकाउंट्स को प्राइवेट बनाना शुरू कर देगा।
अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया में सबसे अधिक प्रतिबंधात्मक सेटिंग्स होंगी और अगले दो महीनों में पूरे यूरोप में और बाकी दुनिया में जनवरी 2025 तक प्रतिबंध लगाए जाएंगे। टीनएजर्स अपनी सेटिंग्स बदलकर या नकली जन्म-तिथियों वाले वयस्क-खाते बनाकर इससे बच सकते हैं।
टीनएजर्स पर लगाए रिस्ट्रिक्शंस में यह शामिल है कि वे केवल उन लोगों को सीधे संदेश भेज सकेंगे, जिन्हें वे फॉलो करते हैं या जिनसे पहले से जुड़े हैं। साथ ही उनके लिए वयस्क-कंटेंट में कमी, रात के समय ऑटोमैटिक म्यूटिंग जैसी दूसरी चीजें भी की जाएंगी।
यह 18 वर्ष से कम उम्र वाले सभी खातों पर लागू होगा, हालांकि 16 वर्ष और उससे अधिक उम्र के टीनएजर्स माता-पिता की स्वीकृति से अपनी सेटिंग्स बदल सकेंगे। हर नए टीन-अकाउंट को इसी तरह से प्रतिबंधित किया जाएगा और उनके माता-पिता को इंस्टाग्राम के पैरेंटल सुपरविजन टूल का उपयोग करके उन सेटिंग्स को मैन्युअल रूप से बदलना नहीं पड़ेगा।
नए अकाउंट्स के तहत, टीनएजर्स हिंसक या कॉस्मेटिक प्रक्रियाओं, आत्महत्या और सेल्फ-हार्म जैसी संवेदनशील सामग्री के अलावा यौन-संकेत देने वाले कंटेंट भी नहीं देख पाएंगे। टीन-अकाउंट्स को एक घंटे उपयोग करने के बाद ऐप बंद करने के लिए सूचनाएं प्राप्त होंगी, जिन्हें वे चाहें तो अनदेखा कर सकते हैं। लेकिन स्लीप मोड स्वचालित रूप से सक्षम होगा और रात भर के लिए नोटिफिकेशंस को म्यूट कर देगा।
यदि टीनएजर अपनी उम्र के बारे में झूठ बोलते हैं, तो उन्हें अपनी आईडी दिखाने या चेहरे के माध्यम से उम्र बताने वाले उपकरण की मदद के लिए एक सेल्फी वीडियो अपलोड करने का संकेत मिलेगा। इन बदलावों से टीनएजर्स के खुश होने की संभावना नहीं है।
इंस्टाग्राम प्रमुख एडम मोसेरी कहते हैं, इंस्टाग्राम को टीनएजर्स के अकाउंट और साइट्स पर उनकी भागीदारी में कमी आने की अपेक्षा है। लेकिन उनका मानना है कि पैरेंट्स का भरोसा जीतने और उन्हें कुछ मानसिक शांति देने से उनके व्यवसाय को दीर्घकालीन रूप से मदद मिलेगी, हालांकि अल्पकालीन रूप से यह प्रभावित हो सकता है।