बदनामी करा रहा 400 करोड़ में बना हजार बिस्तर अस्पताल….. छत से टपका प्लास्टर ?
बदनामी करा रहा 400 करोड़ में बना हजार बिस्तर अस्पताल
हजार बिस्तर अस्पताल का कंस्ट्रक्शन बदनामी करा रहा है। मानव अधिकार आयोग के प्रतिनिधि अस्पताल में निरीक्षण के लिए आए तो उन्हें भवन में कई खामियां मिली। ऐसा लग रहा था कि 4 सौ करोड् का अस्पताल न होकर 150 करोड् का अस्पताल है।
- राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के विशेष प्रतिवेदक भी खड़े कर गए सवाल
- हजार बिस्तर अस्पताल की खामियां के चलते खड़े हो रहे हैं सवाल
- मानवअधिकार आयोग अब केंद्र सरकार को देगा अस्पताल की रिपोर्ट
ग्वालियर। 400 करोड़ का एक हजार बिस्तर अस्पताल बदनामी करा रहा है। यहां की खामियां के चलते अस्पताल का निरीक्षण करने आए राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के विशेष प्रतिवेदक उमेश कुमार शर्मा भी सवाल खड़े कर चले गए। उन्होंने कहा कि 400 करोड़ खर्च करने के बाद भी अगर यह हालात हैं तो इस तरह का भवन 150 करोड़ में भी बन सकता था।
सोमवार को राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के विशेष प्रतिवेदक शर्मा द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान सीवेज, दीवारों में दरार, सीलन ने अस्पताल प्रबंधन की किरकिरी करा दी। इसके साथ ही मरीजों के बैठने के लिए भी अस्पताल प्रबंधन पर्याप्त इंतजाम नहीं कर सका है, जबकि यह खामियां शुरुआत में ही सामने आ चुकी थीं, लेकिन प्रबंधन ने इनको सुधारा नहीं। आयोग के विशेष प्रतिवेदक शर्मा खामियों को नोट कर ले गए और यह सब वह अपनी रिपोर्ट लिखेंगे और केंद्र सरकार को अवगत कराएंगे।
एक हजार बिस्तर अस्पताल में मरीजों की शिफ्टिंग के साथ ही सीवेज की समस्या उजागर हो चुकी थी। लेकिन इस समस्या का समाधान करने से निर्माण एजेंसी ने हाथ खींच लिए, पीआइयू ने भी समाधान नहीं दिया। अब मरीज व डाक्टर परेशान हो रहे हैं।
दीवार में दरारें
अस्पताल भवन की कई दीवारों में दरार आ चुकी है। अस्पताल प्रबंधन इन दरारों की जानकारी निर्माण एजेंसी व पीआइयू को दे चुका है। इसके बाद इन्हें पुट्टी लगाकर भरने तक का काम किया गया।
निरीक्षण में जो भी खामियां सामने आई हैं उनको दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। सीवेज समस्या के निराकरण के लिए नगर निगम से चर्चा करेंगे। पीआइयू को भी जगह-जगह हो रहे लीकेज को दुरुस्त करने के लिए कहा है।
-डा. सुधीर सक्सेना, अधीक्षक, जेएएच