शराब दुकानें बन रहीं मुसीबत ….

शराब दुकानें बन रहीं मुसीबत..शाम होते ही सड़क पर ओपन बार… महिलाओं का निकलना मुश्किल, पुलिस-आबकारी गायब

दुकानों के बाहर इस तरह छलकते हैं जाम….

शहर की शराब दुकानों पर लगभग अनियंत्रित हो चुकी व्यवस्था नागरिकों के लिए बड़ी परेशानी बन रही है। शाम 6 बजते ही इन दुकानों के बाहर शराबियों का जमावड़ा लग जाता है। इससे न सिर्फ यहां से गुजरने वाली महिलाओं को दिक्कत होती है, बल्कि ट्रैफिक जाम के भी हालात बनते हैं।

शहर में शाम 6 बजते ही मुख्य सड़कों पर ओपन बार खुल जाते हैं। शराब दुकानों के सामने ही शराब के शौकीन पैग बनाना शुरू कर देते हैं। अहाते बंद होने के बाद अब शराब दुकानों के बाहर ही लोगों ने शराब पीना शुरू कर दिया है। इन रास्तों से महिलाओं और बच्चियों का निकलना मुश्किल हो गया है।

शराब के नशे में झूमते लोगों और बदबू के बीच महिलाओं और बच्चियों को निकलना पड़ता है। रोड किनारे खड़े शराब पीने वाले महिलाओं और बच्चियों पर ताने कसते हैं। ऐसे में नव दुर्गा के दौरान फैमली के साथ झांकियां देखने निकलने वाली महिलाओं और बच्चियों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है।

शराबियों का जमावड़ा होने से कई रोड पर ट्रैफिक जाम भी बड़ी समस्या बनती जा रही है। लोग सड़क पर ही वाहन पार्क कर शराब पीने लगते हैं। ऐेसे में शाम के समय ये शराब दुकानें ट्रैफिक जाम की मुख्य पांइट बन गई हैं। शहर की 87 दुकानें में से अधिकांश में ओपन बार खुल गए हैं। इन पर तो पुलिस का अंकुश है और न ही आबकारी विभाग का। शहर की शराब दुकानों से ग्राउंड रिपोर्ट…

  • 87 शराब दुकानों के सामने रोज रहता है पीने वालों का जमावड़ा
  • दुकानों के बाहर ही गिलास, पानी और नमकीन के ठेले सज जाते हैं

विरोध के बाद भी नहीं शिफ्ट हुई शराब दुकानें

करोंद से लेकर अयोध्या बायपास, रत्नागिरी और पटेल नगर में 5 शराब दुकानें हैं। इनमें से करोंद चौराहा, अयोध्या नगर-2 और पटेल नगर की शराब दुकान हटाने के लिए महिलाओं ने बीते दो साल में कई बार प्रदर्शन किया, लेकिन उनकी नहीं सुनी गई। इन पांचों दुकानें के सामने सुबह से ही शराब पीने वाले जमा हो जाते हैं। शाहपुरा मनीषा मार्केट के सामने भी शराब दुकान का भी विरोध हुआ था। यह बस स्टॉप पर महिलाओं का खड़ा होना मुश्किल है। पॉलीटेक्निक चौराहा की शराब तो नशामुक्ति केंद्र व गांधी भवन के सामने ही खोल दी गई थी। काफी विरोध के बाद दुकान शिफ्ट हुई।

यहां बड़ी समस्या बन चुकी शराब दुकानें

होशंगाबाद रोड पर आरआरएल तिराहा, नेहर नगर चौराहा, पीएनटी, डिपो चौराहा, जीटीबी कॉप्लेक्स, लालघाटी चौराहा, जहांगीराबाद, एमपी नगर, दस नंबर, मिसरोद, आईएसबीटी, सुभाष नगर, अशोका गार्डन, स्टेशन बजरिया, बागसेवनिया, अन्ना नगर, नीलबड़, डीआईजी बंगला, अल्पना, मंगलवारा और ऐशबाग।

शराब दुकान के सामने बार जैसी सुविधाएं

अधिकांश दुकानों के बाहर ठंडा पानी, गिलास और स्नेक्स मिलते हैं। सामान लेने के बाद वहीं पर शराब पीने की सुविधा भी दी जाने लगी है।

मीट दुकानों के कारण लोगों का रहना मुश्किल

शराब दुकानों के आसपास खाने पीने की चीजों के साथ की मटन और चिकन के आइटम की दुकानें लगने लगी है। यहां अवैध रूप से मिनी मार्केट जैसे बन गए हैं। इनसे निकलने वाले कचरे और बदबू के कारण रहवासियों का रहना और यहां से निकलना मुश्किल हो गया है।

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