FBI की मोस्ट वांटेड लिस्ट में दशकों बाद कोई भारतीय, क्या है माजरा?

 FBI की मोस्ट वांटेड लिस्ट में दशकों बाद कोई भारतीय, क्या है माजरा?
FBI ने 10 अक्टूबर को विकास यादव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. FBI का कहना है कि विकास ने खुद को सीनियर फील्ड ऑफिसर बताया था और उसने अपने ऑफिस का पता दिल्ली का CGO कॉम्प्लेक्स बताया था.

अमेरिका का यह भी कहना है कि विकास अकेला नहीं था, उसका एक साथी भी था जिसका नाम निखिल गुप्ता है. निखिल को पहले ही गिरफ्तार करके अमेरिका लाया जा चुका है. यह 10 साल में पहली बार हुआ है कि जब किसी भारतीय पर ऐसा आरोप लगा है. हालांकि, भारत सरकार ने इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया है. उन्होंने कहा है कि विकास यादव अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है.

FBI की वेबसाइट पर देखने से पता चलता है कि 2012 से 2024 के बीच ऐसे ज्यादातर मामले चीन (25) और रूस (22) के लोगों से जुड़े थे. इस लिस्ट में उन लोगों के नाम होते हैं जिन्होंने अमेरिका में कोई गंभीर अपराध किया हो. इन अपराधों में जासूसी, किसी को मारने की साजिश या फिर देश की सुरक्षा में खतरा पैदा करने वाली कोई भी गतिविधि शामिल हो सकती है.

विकास यादव पर कैसे लगा हत्या का आरोप
FBI ने 10 अक्टूबर को विकास यादव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. उन्होंने विकास की तस्वीरें भी जारी की हैं. FBI का कहना है कि विकास ने खुद को सीनियर फील्ड ऑफिसर बताया था और उसने अपने ऑफिस का पता दिल्ली का CGO कॉम्प्लेक्स बताया था, जहां रॉ का हेडक्वार्टर है. 

FBI की मोस्ट वांटेड लिस्ट में दशकों बाद कोई भारतीय, क्या है माजरा?

आरोप है कि मई 2023 में विकास यादव (39 साल) ने निखिल गुप्ता (53 साल) को पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल किया था. निखिल ने विकास को बताया था कि वो ड्रग्स और हथियारों की स्मगलिंग का काम करता है. विकास के कहने पर निखिल गुप्ता ने एक दूसरे शख्स को इस साजिश में शामिल किया. निखिल को लगता था कि यह शख्स उसका साथी है, लेकिन वो असल में अमेरिका की ‘ड्रग एनफोर्समेंट एजेंसी’ का एक खुफिया एजेंट था.

इस खुफिया एजेंट ने निखिल को एक हिटमैन से मिलवाया, जो कि असल में DEA का एक अंडरकवर ऑफिसर था. विकास ने इस ऑफिसर को पन्नू की हत्या के लिए 100,000 डॉलर देने का वादा किया. 

पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे का भी जिक्र?
अमेरिका का कहना है कि 6 जून 2023 को निखिल ने एक ऑडियो कॉल में कहा था, “हमारे प्रधानमंत्री मोदी 20 तारीख को अमेरिका जा रहे हैं, इसलिए हमें कम से कम 10 दिन तक सब कुछ शांत रखना होगा. उनके दौरे के समय कोई गड़बड़ नहीं होनी चाहिए.” निखिल ने यह भी कहा कि पन्नू की वजह से विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं जिससे राजनीतिक मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं.

आरोप है 9 जून 2023 को विकास और निखिल ने हिटमैन को 15,000 डॉलर एडवांस में दे दिए थे. जून 2023 में विकास ने निखिल को पन्नू का पता, फोन नंबर और उसकी रोज की गतिविधियों की जानकारी दी थी, जिसे निखिल ने हिटमैन को दे दिया था. विकास ने निखिल से कहा था कि वो उसे इस साजिश की रेगुलर अपडेट देता रहे. निखिल लगातार पन्नू की तस्वीरें और दूसरी जानकारी विकास को भेजता रहता था.

FBI ने कब-कब कितने लोगों पर जासूसी के लगाए आरोप
अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई की वेबसाइट के अनुसार, बाइडेन प्रशासन (2021-2024) में अब तक 33 लोगों पर जासूसी और संबंधित अपराधों के आरोप लगाए गए. इससे पहले ट्रंप प्रशासन (2017-2021) में 22 और ओबामा प्रशासन (2012-2017) के दौरान कुल 11 लोगों पर ऐसे आरोप लगे थे.

FBI की मोस्ट वांटेड लिस्ट में दशकों बाद कोई भारतीय, क्या है माजरा?

खास बात यह है कि कोविड महामारी के दौरान जासूसी से जुड़े मामले बढ़ गए. ज्यादातर लोग या तो दूसरे देशों के लिए जासूसी कर रहे थे या फिर कंपनियों के टेक्नॉलजी के राज चुरा रहे थे. कुछ लोग तो टारगेट किलिंग में भी शामिल थे.

इस साल विकास यादव के अलावा दो और लोग FBI की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल हुए हैं- सामेर रय्या और मोहम्मद मजद देयरी. इन पर भी पैसे का गलत तरीके से इस्तेमाल करने का आरोप है.

भारत के कितने लोग अमेरिका की ‘वांटेड लिस्ट में!
विकास यादव के अलावा भारत के कई और लोग हैं जो अमेरिका की वांटेड लिस्ट में है और अमेरिका उन्हें वापस मांग रहा है. अमेरिका ने भारत से 61 लोगों को ‘एक्सट्राडीशन’ करने की रिक्वेस्ट की है, लेकिन भारत ने अभी तक उन्हें नहीं सौंपा है. ऐसे ही रिक्वेस्ट कनाडा और UK ने भी की है. कनाडा के साथ 26 और यूनाइटेड किंगडम (UK) के साथ 2 एक्सट्राडीशन करने की रिक्वेस्ट फिलहाल लंबित हैं.

इन मामलों के बावजूद भारत और अमेरिका के बीच कुल मिलाकर रिश्ते काफी मजबूत हैं. दोनों देशों ने कई महत्वपूर्ण सुरक्षा और आर्थिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जैसे 2018 में ‘कम्युनिकेशन कम्पैटिबिलिटी एंड सिक्योरिटी एग्रीमेंट’ (COMCASA) और 2020 में ‘बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट’ (BECA).

जब कोई व्यक्ति एक देश में अपराध करता है और दूसरे देश में भाग जाता है, तो उसे वापस लाने के लिए एक्सट्राडीशन किया जाता है. इसके लिए दोनों देशों के बीच एक समझौता होता है. राज्यसभा के आंकड़ों के अनुसार, भारत के 48 देशों के साथ ‘एक्सट्राडीशन ट्रीटी’ है, यानी पक्का समझौता. 12 देशों के साथ ‘एक्सट्राडीशन अरेंजमेंट’ है, यानी थोड़ा ढीला समझौता. 2 देशों के साथ तो अभी समझौता होना बाकी है.

FBI की मोस्ट वांटेड लिस्ट में दशकों बाद कोई भारतीय, क्या है माजरा?

2002 से 2017 के बीच भारत ने 47 लोगों को 10 देशों को सौंपा है. इनमें से 26 तो अमेरिका को ही सौंपे गए थे. उसके बाद कनाडा और ऑस्ट्रेलिया का नंबर आता है. दूसरी तरफ, 22 देशों ने 62 लोगों को भारत को सौंपा है. इनमें से सबसे ज्यादा UAE (18), अमेरिका (9) और कनाडा (4) से आए हैं.

विकास यादव दोषी पाया गया तो कितनी हो सकती है सजा?
रिपोर्ट्स के अनुसार, विकास यादव अभी भारत में है. मुकदमा चलाने के लिए सबसे पहले तो अमेरिका को विकास यादव को अपनी गिरफ्त में लेना होगा. इसके बाद अमेरिका की कोर्ट अभी यह तय करेगी कि विकास दोषी है या नहीं. अगर दोषी पाया गया, तो उसे सजा मिलेगी. 

विकास का साथी निखिल गुप्ता तो पहले ही गिरफ्तार हो चुका है. उसे चेक रिपब्लिक से अमेरिका लाया गया था और उसने खुद को बेगुनाह बताया है. भारत सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एक कमिटी बनाई है. सरकार ने कहा है कि वो इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं क्योंकि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *