अवैध वेंडरों को रोकने की कवायद… हर प्लेटफॉर्म पर अलग ड्रेस होगी वैध वेंडरों की ?
अवैध वेंडरों को रोकने की कवायद
हर प्लेटफॉर्म पर अलग ड्रेस होगी वैध वेंडरों की
भोपाल स्टेशन सहित रेल मंडल के बड़े-छोटे स्टेशनों पर इन दिनों अवैध वेंडर खासे सक्रिय हैं। वे ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर पहुंचते ही यात्रियों के बीच से घुसते हुए खाने-पीने का सामान बेचने में जुट जाते हैं। धक्का-मुक्की करते हुए वे किसी भी प्लेटफॉर्म पर सामान बेचने लगते हैं। ऐसे में यात्रियों के लिए यह पहचानने में खासी मुश्किल होती है कि इनमें से वैद्य या अवैद्य वेंडर कौन सा है।
उन्हें किससे खाने-पीने का सामान खरीदना चाहिए। इस तरह की समस्या से निपटने के लिए भोपाल रेल मंडल प्रशासन द्वारा वैद्य वेंडरों के लिए प्लेटफॉर्म वार अलग-अलग यूनिफॉर्म तय करने की तैयारी की जा रही है। सीनियर डीसीएम सौरभ कटारिया का कहना है कि वैद्य वेंडरों की यूनिफॉर्म देखकर पता लगाया जा सकेगा कि उन्हें किस प्लेटफॉर्म पर मौजूद रहना है।
यदि कोई नियम तोड़ता हुआ, किसी दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाकर सामान बेचेगा, तो संबंधित कांट्रेक्टर पर कार्रवाई करना आसान होगा।
टी-शर्ट व पेंट… रेल अधिकारियों का कहना है कि वैध वेंडरों के लिए टी-शर्ट का कलर एक सा रखा जाएगा। लेकिन उन्हें अलग-अलग कलर के पेंट के साथ उसे पहनना होगा। उदाहरण के लिए प्लेटफॉर्म नंबर-1 का यदि कोई वैध वेंडर है, तो उसे काले रंग के पेंट के साथ ग्रे कलर की टी-शर्ट पहनना होगी। वहीं, प्लेटफॉर्म नंबर-2 के लिए स्काई ब्ल्यू पेंट के साथ ग्रे कलर की टी-शर्ट आदि का निर्धारण किया जाएगा।
सुझाव के आधार पर: रेल मंडल के दफ्तर में फूड वेंडरों व कांट्रेक्टर्स की मीटिंग हुई। उसमें अवैध वेंडरों पर रोक लगाने के लिए सुझाव मांगे गए। लाइसेंसियों ने सुझाव दिया कि वैध वेंडरों के लिए हर प्लेटफॉर्म के हिसाब से यूनिफॉर्म तय कर दी जाए।
सीसीटीवी से नजर: वेंडरों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए स्टेशनों पर सीसीटीवी की संख्या में इजाफा करवाया जाएगा। इन सीसीटीवी को इस तरह इंस्टॉल करवाया जाएगा कि नजर रखी जा सके।