सदर बाजार में सड़क पर हाथ ठेले, 78 लाख से बने होकर्स जॉन खाली
नपा की हाथ ठेला हटाने की कार्रवाई कागजों में सिमटी …।
दो माह बाद ही वापस लौटे
सदर बाजार को जाम की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए नगर पालिका ने चार वर्ष पूर्व पुराने रेलवे स्टेशन के पास 15 लाख रुपए की लागत से टीनशेड लगाकर हॉकर्स जोन तैयार किया था। सभी ठेला वाले जाने को राजी थे, लेकिन बाद में उन्होंने होकर्स जोन को असुरक्षित व अव्यवस्थित बता दिया। इसके बाद साल 2020-21 में शहर के बीचों बीच अग्रसेन चौराहा के पास नाले पर 63 लाख रुपए खर्च करके हॉकर्स जोन बनाया गया। कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस और एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान के प्रयास से अगस्त 2022 में ठेला हॉकर्स जोन में शिफ्ट कर दिए। लेकिन व्यापार न होता देख ठेला वाले 2 माह बाद एक-एक करके फिर सदर बाजार की सड़क पर पहुंच गए।
फैक्ट फाइल
शहर में ठेला शिफ्ट करने नाले और पुराने रेलवे स्टेशन के पास बनाए हॉकर्स जोन।
प्रशासन ने चार साल में 12 बार ठेला व फड़ हटाने के प्रयास किए।
व्यापारियों ने नगर पालिका में 30 से अधिक बार दिए शिकायती आवेदन।
नगर पालिका कार्रवाई के लिए गठित करेगी अतिक्रमण दस्ता।
सख्त कार्रवाई नहीं हुई
सदर बाजार में बीच रोड पर लगाए जा रहे हाथ ठेला व फड़ों को हटाने के लिए प्रशासन ने अभी तक सख्ती नहीं दिखाई है। अगर प्रशासन सख्त रवैया अपनाता भी है तो राजनैतिक संरक्षण में व्यापारी बच निकलते हैं और फिर से बाजार की सड़क पर जम जाते हैं। कई बार दुकानदारों का हाथ ठेले वालों के साथ झगड़ा भी हो जाता है। ठेलों से दुकानें घिर जाती हैं, जिससे ग्राहक नहीं पहुंचते हैं। व्यापारियों का कहना है कि सदर बाजार में रोड पर फिर से ठेले लगना शुरू हो गए हैं। इससे हमारी दुकानों खरीदारों को दिखाई नहीं देती हैं। बाजार के स्थानीय व्यापारी इन ठेले वालों को जब दुकान के सामने से ठेले हटाने के लिए कहते हैं तो वे झगड़ा करने लगते हैं।
240 ठेला वालों को मिली है जगह
हॉकर्स में 240 ठेला वालों को दुकानें आवांटित की थीं। टोकन पर्ची से शेड सिलेक्ट करके व्यापारी एकाध दिन खड़े भी हुए, पर प्रशासन की नरमी और राजनैतिक दबाव के कारण धकेल वाले सदर बाजार में जमकर रह गए हैं। बाजार में 40 मीटर लंबी रोड संकरी होकर 8 मीटर की रह गई है। दोनों साइड में दिन भर वाहनों और खरीदारों की आवाजाही से ट्रैफिक प्रभावित रहता है। स्थिति सुधारने के लिए प्रशासन द्वारा ठोस कदम नहीं उठाने पर दोनों हॉकर्स जोन खाली पडे़ हैं और प्रशासन का लाखों रुपए बर्बाद हो गया। हालत यह है कि पुराने रेलवे स्टेशन के हॉकर्स जोन में 3 साल से आलू व्यापारियों का कब्जा है।
चार साल में 30 शिकायतें
बाजार से हाथ ठेला हटाने के लिए प्रशासन पिछले चार साल से प्रयास कर रहा है। इधर दुकानदारों ने 30 से ज्यादा शिकायती आवेदन ठेला व फड़ हटाने के लिए नगर पालिका सीएमओ को दिए। कई बार व्यापारी और ठेला वाले आमने-सामने आए। तीखी झड़प हुई, मामला थाने तक पहुंचा, लेकिन बाद में राजनीति आढ़े आ गई।
विधायक संजीव सिंह कुशवाह और पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह दोनों तरफ से व्यापारियों का पक्ष लेने पहुंचे थे, नतीजन इस समस्या का हल नहीं निकल पाया।