शिवराज के सोनिया गांधी से 15 सवाल ….. बोले- PM मोदी की सुरक्षा में लापरवाही नहीं, साजिश थी; इसके तार कांग्रेस के आलाकमान से जुड़े
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के आलाकमान और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी पर हमला बाेला है। बुधवार को मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संयोग नहीं, बल्कि यह साजिश थी, षड्यंत्र था। शिवराज सिंह ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी आड़े हाथों लिया। कहा- घटना के 7 दिन बाद मैडम गांधी से सवाल पूछना चाहता हूं।
घटना की तारीख 5 जनवरी को पीएम के साथ मुख्यमंत्री क्यों नहीं थे? सीएस क्यों नहीं थे? डीजीपी क्यों नहीं थे? इनके साथ शिवराज ने सोनिया गांधी से 15 सवाल पूछे हैं। शिवराज ने कहा कि इन सवालों के जवाब मैडम गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस को देना होगा।
ये 15 से सवाल दागे
- कोरोना वाला बयान जारी करने के बाद पंजाब के सीएम बिना मास्क लगाए प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुंच गए?
- पीएम के दौरे में सीएम क्यों नहीं थे?
- पीएम के काफिले के साथ मुख्य सचिव क्यों नहीं थे?
- डीजीपी की गाड़ी खाली क्यों चली?
- पीएम का दौरा हो और सीएम ना रहे, सीएस और डीजीपी की गाड़ी भी खाली हो, क्या यह सिद्ध नहीं करता है कि इनको घटना के बारे में पता था?
- पीएम के रूट की जानकारी प्रदर्शनकारियों को किसने दी?
- पुलिस की मौजूदगी के बावजूद कम समय में इतने प्रदर्शनकारी कैसे इकठ्ठे हो गए?
- रूट सुरक्षित होने का मैसेज पीएम की सिक्योरिटी को क्यों दिया?
- दिक्कत थी, तो समय रहते खतरे से आगाह क्यों नहीं कराया गया?
- वो कौन से अफसर हैं, जो दौरे का अलर्ट के बाद भी जरूरी कदम नहीं उठा रहे थे?
- मुख्यमंत्री गृह मंत्रालय के अफसरों के फोन क्यों नहीं रिसीव कर रहे थे? भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का भी कॉल नहीं रिसीव किया।
- पंजाब के मुख्यमंत्री किस घटना का इंतजार कर रहे थे?
- जिस फ्लाईओवर पर काफिला फंसा था, वो पाकिस्तान की सीमा से कुछ ही किमी दूर था। यदि घटना होती, तो कौन जिम्मेदार होता?
- पीएम की सुरक्षा के संबंध में गलत जानकारी देना राष्ट्रद्रोह नहीं है?
- क्या पीएम की सुरक्षा, राष्ट्र की सुरक्षा से खिलवाड़ करने का जुर्माना सिर्फ 200 रुपए है?
शिवराज पर कमलनाथ का पलटवार, कहा- अपनी कुर्सी बचाने उतावलापन दिखा रहे हैं
शिवराज की प्रेस काँफ्रेंस के बाद कमलनाथ ने पलटवार किया है। कमलनाथ ने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज इस मामले में सिर्फ राजनीति कर रहे हैं। फिरोजपुर की घटना की जांच कराने सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। जब यह समिति इस पूरे मामले की जांच कर रही है तो इस समय राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप उचित नहीं है। शिवराज के पास पंजाब की इस घटना के संबंध में यदि कोई तथ्य व प्रमाण है तो उन्हें जांच समिति के समक्ष उपस्थित होना चाहिए। लेकिन सिर्फ किसी भी मीडिया रिपोर्ट के आधार पर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप लगाना उचित नहीं है। उन्हें जांच के निष्कर्षों व जांच रिपोर्ट आने का इंतजार करना चाहिए। उनके इस उतावलेपन से ऐसा लग रहा है कि वह अपनी कुर्सी बचाने व नंबर बढ़ाने में लगे हैं। चलती जांच के बीच वो कांग्रेस पर मनगढ़ंत व झूठे राजनैतिक आरोप लगा लगा रहे हैं। उन्हें इससे बचना चाहिए।