रिश्वत मांगना ग्रामीणों को बर्दाश्त नहीं …. 11 माह में 24 ट्रैप, इनमें से 19 अधिकारी, कर्मचारी गांव में पदस्थ थे
रिश्वत मांगना ग्रामीणों को बर्दाश्त नहीं:11 माह में 24 ट्रैप, इनमें से 19 अधिकारी, कर्मचारी गांव में पदस्थ थे
काम के बदले सरकारी अफसर, कर्मचारियों को रिश्वत देना ग्रामीण, किसानों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं है। लोकायुक्त संगठन द्वारा 11 महीनों में की गई कार्रवाई के आंकड़े बता रहे हैं कि रिश्वतखोरों को सबक सिखाने में ग्रामीण बहुत आगे हैं। वे रिश्वत मांगने वालों की शिकायत करने 250 से 300 किमी दूर से लोकायुक्त ऑफिस आ रहे हैं।
11 महीनों में अब तक 24 अफसर, कर्मचारियों को रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा जा चुका है। इनमें से 19 मामले ऐसे हैं जिनमें रिश्वतखोर अफसर, कर्मचारी गांव में पदस्थ थे। एसपी डॉ. राजेश सहाय के मुताबिक हर शिकायतकर्ता की पूरी व्यथा इत्मीनान से सुनी जा रही है। डीएसपी और निरीक्षक स्तर के अफसर उनकी पूरी मदद करते हैं। बार-बार न आना पड़े, इसलिए एक बार में ही उन्हें आगे का एक्शन प्लान समझा दिया जाता है।
केस-1 डीएसपी अनिरुद्ध वाधिया के मुताबिक देपालपुर में राजस्व निरीक्षक को जब पकड़ा तो वहां पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। लोग दस्तावेज लेकर बताने आ गए कि खेतों का सीमांकन, बंटाकन, फसल क्षति का सर्वे करने के बदले राजस्व निरीक्षक किस तरह रिश्वत की मांग करता था। घूस लेते पकड़े जाने की खबर फैली तो ग्रामीणों ने दफ्तर में ही तालियां बजाई।
केस-2 ऐसा कोई काम नहीं जिस पर साइन करने के लिए जनपद पंचायत उमरबन का सीईओ काशीराम घूस नहीं लेता हो। सरपंच द्वारा कराए गए कार्यों की शिकायत उप सरपंच ने की थी। सीईओ को उसके आफिस में ही पकड़ा तो ग्रामीणों का जमावड़ा लग गया। सीईओ को लोगों ने खूब खरी-खोटी सुनाई।
इनके खिलाफ कार्रवाई
- हरिसिंह गुर्जर, आरक्षक, बाणगंगा थाना, इंदौर
- सुंदर सिंह बर्मन, लिपिक, कृषि विभाग, बड़वानी
- पीयूष चौकड़े, लिपिक, स्वास्थ्य विभाग, पालखाना (खंडवा जिला)
- काशीराम कानूड़े, सीईओ, जनपद, उमरबन (धार)
- जागृति जोशी, शिक्षिका, बड़वानी
- सौजन्य जोशी, एनजीओ संचालक, बड़वानी
- अभिषेक पांडे, प्राचार्य, सरकारी स्कूल, जोबट
- मुन्नालाल यादव, पंचायत समन्वयक, महू
- नरेश बिवालकर, राजस्व निरीक्षक, देपालपुर
- शीला मेरावी, जिला परियोजना समन्वयक, इंदौर
- राहुल मंडलोई, उपयंत्री, महेश्वर
- पुष्पेंद्र साहू, जूनियर इंजीनियर, इंदौर
- अजरूद्दीन कुरैशी, आउटसोर्स कर्मचारी, इंदौर
- मुकेश त्रिपाठी, अधीक्षक, जीएसटी खंडवा
- राजू हिरवे, रोजगार सहायक, खंडवा
- मनोज कुमार बैरागी, गंधवानी