सीरिया में तख्तापलट के बाद अब उइगर आतंकी संगठन से चीन को बड़ा खतरा !

सीरिया में तख्तापलट के बाद अब उइगर आतंकी संगठन से चीन को बड़ा खतरा, भारत के लिए भी चिंता

तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी (TIP) पहले एक छोटा आतंकवादी समूह माना जाता था. यह समूह 1990 के दशक में चीन सरकार के अत्याचारों से बचने के लिए शिनजियांग प्रांत से भाग गया था.

वहीं, हाल ही में तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी (TIP) ने कई प्रचार वीडियो जारी किए हैं जिनमें उसके लड़ाके सीरिया में कब्जा किए गए इलाकों में मार्च करते और हथियार लहराते दिखाई दे रहे हैं. TIP ने अब एक नया वीडियो जारी किया है जिसमें दुनिया भर के मुसलमानों को चीन में जिहाद करने के लिए उकसाया गया है.

‘Fight, Don’t Retreat’ नाम के टाइटल के इस वीडियो में TIP के लड़ाके सीरिया में मार्च करते, ट्रेनिंग लेते और लड़ते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में टीआईपी के लड़ाकों के पास नई वर्दी, बॉडी आर्मर, हथियार, टैंक और यहां तक कि बख्तरबंद गाड़ियां भी दिखाई गई हैं.

यह चीन के लिए एक सीधी धमकी है. TIP के लड़ाके सीरिया में गृहयुद्ध में शामिल हो चुके हैं और अब वे चीन वापस जाकर वहां हिंसा और आतंक फैला सकते हैं.

तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी का क्या है बजूद
तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी एक उइगर आतंकवादी समूह है जो चीन के शिनजियांग प्रांत में रहने वाले उइगर मुसलमानों के लिए लड़ता है. 1990 के दशक में चीन सरकार के अत्याचारों से बचने के लिए कई उइगर सीरिया चले गए और वहां गृहयुद्ध में शामिल हो गए.

2001 में अमेरिका के आक्रमण से पहले से ही TIP अफगानिस्तान में अल कायदा और तालिबान के साथ मिलकर लड़ रहा है. TIP के मुख्य नेता अफगानिस्तान में ही रहते हैं और सीरिया में लड़ने वाले उनके लड़ाके उन्हीं को रिपोर्ट करते हैं. TIP का अमीर अब्दुल हक अल तुर्किस्तानी है, जो अफगानिस्तान में रहता है. 2022 में उसने एक वीडियो में तालिबान की अमेरिका पर जीत का जश्न मनाया था.

हाल ही में सीरिया में TIP ने हयात तहरीर अल-शाम (HTS) नाम के इस्लामी विद्रोही समूह के साथ मिलकर असद सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ी. इस दौरान, TIP के लड़ाकों ने काफी अनुभव हासिल किया और कई महत्वपूर्ण लड़ाइयों में हिस्सा लिया. उन्होंने लाटाकिया और टार्टस जैसे रणनीतिक शहरों पर कब्जा करने में भी अहम भूमिका निभाई.

सीरिया में तख्तापलट के बाद अब उइगर आतंकी संगठन से चीन को बड़ा खतरा, भारत के लिए भी चिंता

TIP का अमीर: अल कायदा का खास आदमी
तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी का अमीर अब्दुल हक अल तुर्किस्तानी अल कायदा का एक खास आदमी है. 2009 में अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने अब्दुल हक को आतंकवादी घोषित किया था. अमेरिका का कहना था कि अब्दुल हक 2005 से ही अल कायदा के केंद्रीय परिषद का सदस्य है. संयुक्त राष्ट्र ने भी अब्दुल हक को आतंकवादी घोषित किया है.

हैरानी की बात यह है कि अमेरिका हयात तहरीर अल-शाम (HTS) को आतंकवादी संगठनों की लिस्ट से हटाने पर विचार कर रहा है, हालांकि TIP और कई अन्य आतंकवादी समूह HTS के साथ मिलकर लड़ रहे हैं.

यह एक चिंताजनक बात है, क्योंकि HTS को आतंकवादी संगठनों की लिस्ट से हटाने से TIP जैसे समूहों को और भी मजबूती मिल सकती है और वे चीन और भारत जैसे देशों में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं.

तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी ने चीन के खिलाफ क्या कहा
तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी (TIP) के नेता अब्दुल हक अल-तुर्किस्तानी ने चीन के खिलाफ जिहाद का ऐलान किया है. वह कट्टरपंथी इस्लाम और चीन विरोधी राष्ट्रवाद का सहारा लेकर लोगों को उकसा रहा है. अब्दुल हक 1990 में हुए ‘बारन विद्रोह’ का भी जिक्र करता है, जिसमें उइगर और चीनी सेना के बीच खूनी संघर्ष हुआ था. वह TIP के कारण को ‘पूर्वी तुर्किस्तान’ पर चीन के कब्जे के खिलाफ बदला लेने की बात कर रहा है.

8 दिसंबर को जारी एक वीडियो में टीआईपी ने चीन के खिलाफ जहर उगला है. पहले ये सीरिया में लड़ रहे थे, अब ये चीन के शिनजियांग में भी ‘जिहाद’ करने की बात कर रहे हैं. कह रहे हैं कि अब वे ‘पूर्वी तुर्किस्तान’ (जिसे चीन शिनजियांग कहता है) में भी लड़ेंगे. वीडियो में बार-बार मुसलमानों से जिहाद करने और ‘अल्लाह के रास्ते में लड़ने’ का आह्वान किया गया है. कहा गया है कि जिहाद के लिए अपनी जान और माल की कुरबानी देना ‘एक बहुत बड़ा सम्मान और आशीर्वाद’ है. 

वीडियो में एक वक्ता कहता है, “ऐ मुजाहिद, जिहाद करो, आगे बढ़ो, कभी पीछे मत हटो. इज्जत के साथ जियो. जैसे ही तुम अपने हथियार को छोड़ देते हो, उसी पल तुम्हारी इज्जत खत्म हो जाती है. जैसे ही तुम अपनी वर्दी उतारते हो, तुम्हारी गरिमा गिर जाती है. तुम्हारे माता-पिता जिनपर चीन अत्याचार कर रहा, तुम्हारी राह देख रहे हैं. तुम्हारी बहनें, जो चीन की जेलों में भयानक यौन उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं, आंसुओं से खून बहा रही हैं.”

इसी वीडियो में आगे कहा गया, “ऐ मुजाहिद,तुम्हारे लोग तुम्हें बुला रहे हैं. कह रहे हैं कि उन्हें चीनी सरकार के निर्दयी अत्याचार से बचाओ. तुम्हारी नाभि का खून उस जमीन (पूर्वी तुर्किस्तान) पर गिरा था. ऐ मुजाहिद, तुम्हारे लोग चीनी अत्याचारियों से मुक्ति के लिए तुम्हें पुकार रहे हैं.” 

सीरिया के बाद अब चीन की बारी?
सीरिया में असद सरकार के पतन के बाद तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी ने ‘पूर्वी तुर्किस्तान’ को आजाद कराने की घोषणा की है. यह चीन के शिनजियांग प्रांत के लिए एक बड़ा खतरा है. टीआईपी के लड़ाके सीरिया में गृहयुद्ध में शामिल हो चुके हैं और अब वे चीन वापस जाकर वहां हिंसा और आतंक फैला सकते हैं. टीआईपी ने जो प्रचार वीडियो जारी किए हैं, उनमें उसके लड़ाके काफी तैयार और अनुभवी दिखाई दे रहे हैं. इससे चीन और दुनिया भर में चिंता बढ़ गई है कि TIP बड़े आतंकी हमले कर सकता है.

सीरिया में तख्तापलट के बाद अब उइगर आतंकी संगठन से चीन को बड़ा खतरा, भारत के लिए भी चिंता

पाकिस्तान की शह पर उइगर आतंकवाद? भारत के लिए बढ़ी चिंता
चीन के शिनजियांग प्रांत में एक्टिव उइगर आतंकवादी समूह तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी अब पाकिस्तान की मदद से भारत के लिए भी खतरा बन सकता है. पाकिस्तान कई आतंकवादी समूहों का समर्थन करता है. शिनजियांग से पाकिस्तान की नजदीकी TIP को वहां से संचालन करने में मदद कर सकती है. पाकिस्तान भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद में शामिल रहा है, इसलिए वह TIP की गतिविधियों को नजरअंदाज़ कर सकता है या उसे चुपके से समर्थन दे सकता है.

TIP के लड़ाके अफगानिस्तान और पाकिस्तान के रास्ते भारत में घुसपैठ कर सकते हैं. वे भारत में आतंकी हमले कर सकते हैं. पाकिस्तान की शह से TIP भारत में अपना नेटवर्क बढ़ा सकता है. ऐसे में भारत को TIP और अन्य आतंकवादी समूहों की गतिविधियों पर नजर रखनी होगी.

भारत के लिए चीन को घेरने का मौका?
चीन में बढ़ता उइगर आतंकवाद भारत के लिए चीन को घेरने का एक मौका भी पैदा कर सकता है. चीन अक्सर कश्मीर में आतंकवाद के मुद्दे पर भारत की आलोचना करता है, लेकिन पाकिस्तान की भूमिका को नजरअंदाज कर देता है. अब TIP के उदय से चीन की खुद की कमजोरी सामने आ गई है. भारत इसका फायदा उठाकर चीन के दावों का खंडन कर सकता है.

चीन दुनिया भर में आतंकवाद के खिलाफ बोलता है, लेकिन खुद उइगर आतंकवाद से जूझ रहा है. भारत इस दोहरेपन को उजागर कर सकता है. भारत इस मुद्दे पर चीन पर कूटनीतिक दबाव बना सकता है और उसे आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए मजबूर कर सकता है. यह भारत के लिए एक बड़ा रणनीतिक मौका है. 

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TIP के लड़ाके चीन वापस जाकर वहां हिंसा और आतंक फैला सकते हैं.

चीन का अत्याचार है उइगर आतंकवाद की जड़?
असल में चीन की शिनजियांग नीति ने ही तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी (TIP) जैसे आतंकवादी समूहों को जन्म दिया है. चीन सरकार शिनजियांग में रहने वाले उइगर मुसलमानों पर कई सालों से जुल्म कर रही है. आतंकवाद के नाम पर चीन ने उइगरों को कई तरह से दबाने की कोशिश की है. जैसे: चीन सरकार उइगरों पर नजर रखती है और उनकी हर गतिविधि पर पाबंदी लगाती है. हजारों उइगरों को बिना किसी कारण के गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें पुनर्शिक्षा शिविरों में डाला गया है, जहां उन्हें तड़पाया जाता है और उनका ब्रेनवॉश किया जाता है.

उइगरों को अपने धर्म और संस्कृति का पालन करने की आजादी नहीं है. उन्हें अपनी भाषा बोलने, अपने तरीके से कपड़े पहनने और अपने त्यौहार मनाने की भी इजाजत नहीं है. चीन की इन नीतियों ने उइगरों में गुस्सा और नफरत पैदा किया है. TIP जैसे समूह इस गुस्से का फायदा उठाकर लोगों को अपनी तरफ कर रहे हैं और चीन के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं. 

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