शिक्षा समागम में पीएम मोदी बोले- ‘हम केवल डिग्री धारक युवा तैयार न करें, बल्कि.
पीएम मोदी वाराणसी में अखिल भारतीय शिक्षा समागम को संबोधित कर रहे हैं.
पीएम ने कहा कि अखिल भारतीय शिक्षा समागम का ये आयोजन उस पवित्र धरती पर हो रहा है जहां आजादी से पहले देश की इतनी महत्वपूर्ण यूनिवर्सिटी की स्थापना हुई थी. ये समागम आज ऐसे समय हो रहा है, जब देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. अमृत काल में देश के अमृत संकल्पों को पूरा करने की बड़ी जिम्मेदारी हमारी शिक्षा व्यवस्था और युवा पीढ़ी पर है. काशी को भी मोक्ष की नगरी इसलिए कहते हैं, क्योंकि हमारे यहां मुक्ति का एकमात्र मार्ग ज्ञान को ही माना गया है. इसलिए शिक्षा और शोध का, विद्या और बोध का मंथन, जब सर्व विद्या के प्रमुख केंद्र काशी में होगा, तो इससे निकलने वाला अमृत अवश्य देश को नई दिशा देगा. विकास के लिए शिक्षा जरूरी है.
पीएम ने आगे कहा कि नई नीति में पूरा फोकस बच्चों की प्रतिभा और चॉइस के हिसाब से उन्हें स्किल्ड बनाने पर है. हम केवल डिग्री धारक युवा तैयार न करें, बल्कि हमारे युवा स्किल्ड हों, कान्फिडेंट हों, प्रैक्टिकल और कैलकुलेटिव हों, शिक्षा नीति इसके लिए जमीन तैयार कर रही है. पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) के पीछे मूलभूत उद्देश्य शिक्षा को संकीर्ण विचार-प्रक्रिया की सीमा से बाहर लाना और इसे 21वीं सदी के आधुनिक विचारों के साथ एकीकृत करना है. ये जरूरी है कि देश को आगे ले जाने के लिए जरूरी मानव संसाधन तैयार करने के साथ-साथ हमारी शिक्षा नीति भी राष्ट्र के लिए योगदान देती है.
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