धार में सड़क दुर्घटनाओं में एक्सीडेंट में 641 लोगों ने गंवाई जान !
आंकड़ों के अनुसार, प्रति माह औसतन 70 दुर्घटनाओं में कमी दर्ज की गई है। पिछले पांच सालों का विश्लेषण बताता है कि 2020 में 1854 हादसों में 591 मौतें, 2021 में 1973 हादसों में 627 मौतें, 2022 में 2059 हादसों में 637 मौतें, और 2023 में 2115 हादसों में 711 मौतें हुईं।
यातायात सूबेदार रोहित निक्कम के अनुसार, एसपी मनोज कुमार सिंह के निर्देशन में जिले में व्यापक जागरूकता अभियान चलाए गए। स्कूलों और शिविरों में सड़क सुरक्षा की जानकारी दी गई। हाईवे के टोल नाकों पर विशेष अभियान चलाकर टोल कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया, जिससे वाहन चालकों को सीट बेल्ट और गति सीमा का पालन करने के लिए जागरूक किया जा सके।
जिला प्रशासन यातायात नियमों के उल्लंघन पर चालान कार्रवाई में प्रदेश में आठवें स्थान पर है, जो उनकी सक्रियता को दर्शाता है। हालांकि, सड़क निर्माण में तकनीकी कमियों के कारण भी कुछ दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिन पर ध्यान दिया जा रहा है।
धार के यातायात प्रभारी प्रेमसिंह ठाकुर ने बताया कि इस बार हादसों में अब तक कि सबसे बड़ी कमी देखने को मिली है वही इस साल 10 प्रतिशत हादसे कम हुए है। वहीं चिन्हित किए गए ब्लैक स्पॉट पर अन्य व सड़क निर्माण एजेंसियों द्वारा आवश्यक कार्य कराए जा रहे हैं। जो मार्ग में चिन्हित ब्लैक स्पॉट पर चौड़ीकरण, स्पीड ब्रेकर, सूचना बोर्ड आदि लगवाए गए हैं, अन्य ब्लेक स्पॉट पर भी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। पिछले साल व इस साल के सड़क दुर्घटना के आंकड़े में कमी आई है।
पिछले पांच सालों के हादसे का आकड़ा
साल | हादसोंं की संख्या | घायलों की संख्या | मौतों की संख्या |
2020 | 1854 | 2099 | 591 |
2021 | 1973 | 2204 | 627 |
2022 | 2059 | 2228 | 637 |
2023 | 2115 | 2129 | 711 |
2024 | 2074 | 2052 | 641 |