जेयू सहित प्रदेश की 6 यूनिवर्सिटी के 14 नए कॉलेजों की एनओसी पर रोक
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शिवशक्ति कॉलेज झुंडपुरा को 14 साल से जीवाजी यूनिवर्सिटी बिना बिल्डिंग के संबद्धता जारी कर रहा था। इस फर्जीवाड़ा में जेयू के कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी सहित 17 प्रोफेसरों पर ईओडब्ल्यू एफआईआर दर्ज कर चुका है। ईओडब्ल्यू के एक्शन के बाद उच्च शिक्षा विभाग के अफसर सक्रिय हुए हैं।
विभाग ने बुधवार को जेयू सहित प्रदेश की 6 यूनिवर्सिटी के अंतर्गत संचालित होने वाले 14 नए कॉलेजों के अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के क्रियान्वयन पर रोक(शिथिल) लगा दी है। इनमें चार कॉलेज जेयू से संबद्ध हैं। उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि इन कॉलेजों का फिजिकल वेरीफिकेशन कराने के बाद निजी कॉलेज के कोर्स की निरंतरता के लिए एनओसी जारी करने का निर्णय लिया गया है।
इन विश्वविद्यालयों से संबद्ध कॉलेजों की NOC रोकी
1. जीवाजी यूनिवर्सिटी: {एचआईसीटी लॉ कॉलेज, झांसी रोड {जय इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज, झांसी रोड { मंगल महाविद्यालय अंबाह, मुरैना {आरडीएस विद्या आश्रम ग्रुप ऑफ कॉलेज, मुरैना
2. बीयू भोपाल: {निरविंध्या लॉ कॉलेज { मिलेनियम इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ
3. छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी: {शिवम लॉ कॉलेज
4. देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी {मधुवन कॉलेज ऑफ लॉ { विक्रांत इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ क्रांति सूर्या टंट्या भील यूनिवर्सिटी {योगेश्वर महाविद्यालय 5. क्रांति सूर्या टंट्या भील यूनिवर्सिटी {साईं कॉलेज ऑफ एजुकेशन बड़वानी
6. महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी {जेएस कॉलेज ऑफ लॉ {दक्ष लॉ कॉलेज { डॉ. श्याम बिहारी तिवारी महाविद्यालय, बीना
भास्कर ने किया था खुलासा दरअसल, शिवशक्ति कॉलेज झुंडपुरा को बिना बिल्डिंग के मान्यता देने व जेयू से संबद्धता मिलने का मामला दैनिक भास्कर ने 23 अक्टूबर 2023 को उजागर किया था। इसके बाद उच्च शिक्षा विभाग के एसीएस अनुपम राजन ने प्रदेश के 750 निजी कॉलेजों की जांच कलेक्टर के मार्गदर्शन में करा रहे हैं। जिसके चलते अभी नए कॉलेजों की एनओसी पर जांच होने तक रोक लगाई गई है।
विभाग के निर्देशों का पालन किया जाएगा उच्च शिक्षा विभाग ने जेयू के अंतर्गत जिन 4 कॉलेजों की एनओसी पर जांच होने तक रोक लगाई है उनकी संबद्धता के मामले में शासन के निर्देशों का पालन किया जाएगा। अरुण चौहान, कुलसचिव, जेयू