87 गांवों की जमीन पर बसेगा ‘नया नोएडा !

87 गांवों की जमीन पर बसेगा ‘नया नोएडा’, 300 MLD पानी बुझाएगा 6 लाख लोगों की प्यास; अबू धाबी की तर्ज पर बना प्लान

दादरी-नोएडा-गाजियाबाद विशेष निवेश क्षेत्र (डीएनजीआईआर) के रूप में नया नोएडा बसाने की तैयारी है। यह नया शहर दादरी और बुलंदशहर के 87 गांवों की जमीन पर बसेगा जिसमें पहले चरण में करीब तीन हजार औद्योगिक इकाइयां संचालित होंगी। इस शहर की कुल आबादी छह लाख होगी जिसमें से 3.5 लाख प्रवासी होंगे। यह जल गंगाजल व भूमिगत से हासिल होगा।

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नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे की फाइल फोटो ….
  1. गिरते भू जलस्तर को बढ़ाने के लिए कैनाल बनाई जाएंगी
  2. औद्योगिक ईकाइयों में 212 एमएलडी पानी का उपयोग होगा
नोएडा। दादरी नोएडा गाजियाबाद विशेष निवेश क्षेत्र (डीएनजीआइआर) के रूप में ‘नया नोएडा’ बसाने की तैयारी है। यह नया शहर दादरी व बुलंदशहर के 87 गांवों की जमीन पर बसेगा, जिसमें प्रथम चरण में करीब तीन हजार औद्योगिक इकाइयां संचालित होगी।
यहां कुल छह लाख की आबादी में माइग्रेंट यानी प्रवासी करीब 3.5 लाख होगा। इनके लिए अबू धाबी इंडस्ट्रियल जोन इसी तर्ज पर 300 मिलियन लीटर डेली (एमएलडी) जल की आपूर्ति की जाएगी। यह जल गंगाजल व भूमिगत से हासिल होगा, जिसे मिलाकर सप्लाई किया जाएगा।

इंडस्ट्री सप्लाई के लिए जाएगा 212 एमएलडी पानी

यही नहीं डीएनजीआइआर में गिरते भू जल स्तर को बढ़ाने और वेटलैंड के लिए यहां 58.96 हेक्टेयर में लेकर और 91.75 हेक्टेयर में कैनाल बनाई जाएंगी। 300 एमएलडी में 212 एमएलडी पानी इंडस्ट्री सप्लाई के लिए जाएगा।
यहां से निकलने वाले दूषित पानी को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के जरिये शोधित किया जाएगा। इसके अलावा घरेलू या स्थानीय सप्लाई के लिए 85 एमएलडी पानी की सप्लाई होगी।
2041 मास्टर प्लान तैयार
पानी की सप्लाई के लिए यहां कितने नलकूप खंड और जलाशय बनाए जाएंगे। इसको लेकर भी चर्चा की जा रही है। हालांकि डीएनजीआइआर का 2041 मास्टर प्लान तैयार किया जा चुका है, जिसमें बुनियादी सुविधा बिजली, पानी और सड़क और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर को बखूबी दिखाया गया है।
उन्होंने बताया कि करीब 21 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बसाया जा रहा है। इसके लिए मास्टर प्लान 2041 बनाया गया है। इसका 8811 हेक्टेयर एरिया औद्योगिक होगा। माना जा रहा है कि इस शहर की कुल आबादी छह लाख में रेजिडेंशियल एरिया दो हजार हेक्टेयर से ज्यादा होगा। लैंड पूल के जरिये जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।
चार कैटेगरी और तीन टाइप के होंगे मकान
डीएनजीआइआर में लोगों के रहने के लिए चार कैटेगरी और तीन टाइप के मकान बनाए जाएंगे। इसमें 18.1 हेक्टेयर में ईडब्ल्यूएस, 40.8 हेक्टेयर में एलआइजी, 29.9 हेक्टेयर में एमआइजी और 1.8 हेक्टेयर में एचआइजी फ्लैट होंगे। जिसमें टाइप-1 ,2 और 3 तरह के मकान बनाए जाएंगे।
इस प्रकार होगा लैंड यूज

लैंड यूज हेक्टेयर
रेजिडेंशियल 2477
कामर्शियल 905.97
पीएसपी इंस्टीट्यूशनल 1682.15
फैसिलिटी/यूटिलिटी 198.85
इंडस्ट्री 8811
ग्रीन पार्क/ओपन एरिया 3173.94
रियक्रेशनल 420.60
वाटर बाडी 150.65
ट्रैफिक और ट्रांसपोटेशन 3282.59

नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी सतीश पाल ने कहा कि मास्टर प्लान के अनुसार नया नोएडा में काम काज किया जाना है। प्रथम चरण में औद्योगिक विकास के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को लेकर कवायद चल रही है। मैन पावर कम होने की वजह से गति थोड़ी धीमी है। 

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