इंदौर में पुलिस ….. 200 वकीलों पर FIR दर्ज ?
वकीलों का बवाल।
- वकीलों और पुलिस के बीच विवाद, एफआईआर दर्ज।
- पुलिसकर्मियों पर मारपीट और अभद्रता का आरोप।
- वकीलों ने पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग की।
इंदौर। इंदौर में हाई कोर्ट के सामने जाम लगाकर हंगामा करने के मामले में वकीलों के विरुद्ध पुलिस ने तीन प्रकरण दर्ज किए हैं। राहगीर ने 200 वकीलों पर मारपीट का आरोप लगाया है। इसके पूर्व तुकोगंज थाना प्रभारी जितेंद्र यादव ने प्रकरण दर्ज करवाया था। कुछ आवेदन पत्र भी जांच में शामिल किए गए हैं।
हाई कोर्ट के वकील अरविंद जैन और उनके पुत्र अपूर्व व अर्पित जैन पर परदेशीपुरा थाने में केस दर्ज करने और पुलिसकर्मियों द्वारा अभद्रता करने से नाराज वकील शनिवार को हाई कोर्ट के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
रास्ता रोककर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वाहन चालकों को निकलने नहीं दिया गया। इसी दौरान बाइक सवार देवास के तेजराम पटेल वकीलों की चपेट में आ गया। वकीलों ने तेजराम की गाड़ी रोक ली और निकलने नहीं दिया।
200 अज्ञात पुलिस वालों के खिलाफ मामला दर्जतेजराम के मुताबिक हाई कोर्ट के सामने रास्ता जाम और प्रदर्शन की अनुमति नहीं है। वकीलों ने शासकीय आदेशों का उल्लंघन किया है। उसने रात में तुकोगंज थाने में आवेदन पेश कर 200 अज्ञात वकीलों के विरुद्ध केस दर्ज करवाया। उधर, रविवार को दोपहर भोई समाज भी मैदान में उतर गया। समाजजन ने परदेशीपुरा थाने का घेराव कर आरोपित वकीलों की गिरफ्तारी की मांग की।
पुलिसकर्मियों को बताई घटना
- इस पर अरविंद भड़क गए और गालियां देने लगे। अपूर्व और अर्पित को भी बुलाया। राजू डमरू उस्ताद चौराहे पर खड़े पुलिसकर्मियों के पास पहुंचा और घटना बताई। पुलिसकर्मी जानकारी लेने पहुंचे ही थे कि तीनों पिता-पुत्रों ने राजू की पिटाई शुरू कर दी। पुलिस से भी अभद्रता की।
- अरविंद जैन ने आरोप लगाया कि राजू कबाड़ी का धंधा भी करता है। उसकी पुलिस से सांठगांठ है और पुलिसकर्मियों की उसकी दुकान पर बैठक है। पुलिस ने अधूरे फुटेज पेश किए है। राजू के एक इशारे पर पुलिसकर्मी घटना स्थल पर पहुंच गए, जबकि आम लोग तो कॉल कर थक जाते हैं।
पुलिस पर अभद्रता करने का आरोपपरिचय देने पर भी पुलिस ने वकीलों से अभद्रता की है। उनकी बेरहमी से पिटाई की और थाने में बैठा लिया। 61 वर्षीय अरविंद के मुताबिक मैं परदेशीपुरा व इंदौर जैन समाज का अध्यक्ष भी हूं। पुलिस को दोनों पक्षों की बात सुनना चाहिए। जिला और हाई कोर्ट के वकीलों के साथ जैन समाज के पदाधिकारी भी परदेशीपुरा थाने में विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे थे।