नोएडा के 10 मॉल मालिकों को थमाया नोटिस ?
दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ हादसे के बाद एक्शन में प्रशासन, नोएडा के 10 मॉल मालिकों को थमाया नोटिस
Noida News नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भीड़भाड़ वाले स्थानों पर भगदड़ की घटनाओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन योजना तैयार करने का निर्णय लिया है। इसके लिए 15 मॉल संचालकों को पत्र जारी कर भीड़ प्रबंधन की योजना मांगी गई थी। अभी तक 10 मॉल संचालकों ने प्लान नहीं दिया है जिसके चलते उन्हें दूसरी बार नोटिस जारी किया गया है।

- प्रशासन भीड़ नियंत्रित करने को तैयार कर रहा है प्रबंधन योजना।
- 15 मॉल संचालकों को भीड़ प्रबंधन की योजना मांगी गई थी।
ग्रेटर नोएडा। हाल ही में महाकुंभ और दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ के दौरान हुए हादसे से सबक लेते हुए जिला प्रशासन जिले के भीड़भाड़ वाले स्थानों की भीड़ प्रबंधन योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए जिला प्रशासन ने नोएडा व ग्रेटर नोएडा में संचालित 15 मॉल संचालकों को पत्र जारी कर भीड़ प्रबंधन की योजना मांगी थी।
अभी तक प्लान नहीं देने पर 10 मॉल संचालकों को दूसरी बार नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। जिला आपदा विशेषज्ञ ओमकार चतुर्वेदी के मुताबिक, जिले के भीड़भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित किया जा रहा है। इसमें मॉल, सिनेमा हॉल, अस्पताल व ऐसे आयोजन स्थल शामिल हैं, जिनमें भीड़ रहती है।
भगदड़ मचने पर हादसा न हो, क्या है तैयारियां-प्रशासन ने पूछा
इसके लिए नोएडा व ग्रेटर नोएडा में संचालित 15 मॉल संचालकों को कुछ दिन पहले पत्र जारी किया गया था। उनसे भीड़ होने पर भगदड़ मचने पर हादसा न हो इससे निपटने के लिए क्या तैयारियां हैं, इसकी जानकारी मांगी गई थी।
10 मॉल संचालकों को फिर से मिला नोटिस
जैसे भवन में कितने सुरक्षा कर्मी रहते हैं, कितने एग्जिट प्वाइंट हैं आदि की जानकारी देनी थी। लेकिन अभी तक 10 मॉल संचालकों ने प्लान नहीं दिया है। इसके चलते उन्हें दोबारा नोटिस जारी किया गया है। यदि इस बार भी भीड़ प्रबंधन की योजना नहीं देते हैं, तो जिलाधिकारी के माध्यम से नियमानुसार कार्रवाई होगी।
उन्होंने बताया कि कि माल के अलावा सीएमओ, प्राधिकरण, एसडीएम और पुलिस विभाग को भी पत्र जारी किया है। इसमें उनके क्षेत्र के भीड़ भाड़ वाले स्थानों और प्रतिष्ठानों की जानकारी मांगी गई है। जिले से संबंधित भीड़भाड़ वाले स्थानों की जानकारी मिलते ही विभाग भीड़ प्रबंधन तैयार करेगा, ताकि भगदड़ की स्थिति में हादसे की आशंका न रहे।