Delhi : आईजीआई एयरपोर्ट से उड़ान भरना पड़ेगा महंगा !
Delhi : आईजीआई एयरपोर्ट से उड़ान भरना पड़ेगा महंगा, डायल ने यात्रियों से टैरिफ चार्ज करने की योजना बनाई

दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ान भरना महंगा होने जा रहा है। हवाई सफर करने वालों को अब एयरपोर्ट शुल्क ज्यादा चुकाना होगा। इस वृद्धि से घरेलू उड़ानों का किराया भी बढ़ जाएगा। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को चलाने वाली कंपनी डायल ने यात्रियों से टैरिफ चार्ज लेने की योजना तैयार की है। दिल्ली एयरपोर्ट में इकोनॉमी क्लास और बिजनेस क्लास में सफर करने वालों से अलग-अलग चार्ज लिया जाएगा। साथ ही भीड़-भाड़ वाले समय और बाकी समय में भी अलग-अलग चार्ज लग सकता है।
2006 में भी 145 रुपया यात्री टैरिफ था। वर्तमान समय में यह एक उचित वृद्धि है और इसे सभी विभिन्न एजेंसियों द्वारा मान्य किया गया है। 2006 के मुकाबले यह बढ़ोत्तरी लगभग 140 फीसदी है। 370 रुपये में से करीब 30 प्रतिशत एयरलाइन शुल्क और 70 प्रतिशत यात्री शुल्क के लिए होना चाहिए। अभी यह 68 प्रतिशत एयरलाइन शुल्क है और 32 प्रतिशत यात्री शुल्क है। उच्च शुल्क के साथ घरेलू किरायों पर औसतन अधिकतम वृद्धि 1.5 से दो फीसदी होगी।
1 प्रतिशत से कम रहेगी अंतरराष्ट्रीय किरायों में वृद्धि
अंतरराष्ट्रीय किरायों में यह वृद्धि एक प्रतिशत से कम रहेगी। हवाई अड्डा आर्थिक नियामक प्राधिकरण (एईआरए) को सौंपे गए शुल्क प्रस्ताव के संबंध में परामर्श जारी है। यह प्रस्ताव एक अप्रैल 2024 से 31 मार्च 2029 तक की अवधि के लिए है।
जल्द तैयार होगा टर्मिनल नंबर-1
एयरपोर्ट का टर्मिनल नंबर-1 मंजूरी के बाद अप्रैल से यात्रियों के लिए शुरू किया जाएगा। इसके बाद टर्मिनल-2 का नवीनीकरण कार्य शुरू किया जाएगा। यह टर्मिनल काफी पुराना है लिहाजा इसे विश्वस्तरीय बनाने में चार से पांच महीने का वक्त लग सकता है। यानी नवंबर-दिसंबर तक एयरपोर्ट का तीनों टर्मिनल यात्रियों के लिए खुल जाएगा। निर्माणकार्य के दौरान टर्मिनल-1 पर टर्मिनल-3 पर टर्मिनल-2 के यात्रियों को शिफ्ट किया जाएगा। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) यह जानकारी दी है।
यात्रियों को नहीं होगी असुविधा
डायल के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार ने बताया कि यात्रियों को कोई असुविधा नहीं होगी क्योंकि टर्मिनल-1 और टर्मिनल-3 यात्री भार को साझा कर लेगा। जिस अवधि के दौरान टर्मिनल-2 का नवीनीकरण किया जाएगा, उस दौरान इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम अपग्रेड करने के लिए एक रनवे को बंद रखा जाएगा। सर्दी का मौसम आने के पहले यह काम पूरा करना होगा। एयरपोर्ट का टर्मिनल नंबर-1 मंजूरी के बाद अप्रैल से यात्रियों के लिए शुरू किया जाएगा। इसके बाद ही टर्मिनल-2 का नवीनीकरण कार्य शुरू किया जाएगा। यह टर्मिनल काफी पुराना है लिहाजा इसे विश्वस्तरीय बनाने में चार से पांच महीने का वक्त लग सकता है। यानी नवंबर-दिसंबर तक एयरपोर्ट का तीनों टर्मिनल यात्रियों के लिए खुल जाएगा।
नवीनीकरण वाले टर्मिनल-2 पर लगा होगा एरोब्रिज
नवीनीकरण वाले टर्मिनल-2 में एरोब्रिज लगा होगा। इसमें डॉकिंग तकनीक पर आधारित होगा, जो भारत में अपनी तरह की पहली तकनीक होगी। छत और रोशनदान डिजाइन किया गया है ताकि बिजली की बचत हो सके। बेहतर सड़क संपर्क बनाया जाएगा। इन सुधारों से घरेलू यात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी। वित्त वर्ष 2025-26 तक अपनी अधिकतम यात्री क्षमता तक दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच जाएगा।