गर्मी में हेल्थ अलर्ट: चाय, कॉफी और कोल्ड ड्रिंक्स से बचें, पानी-पीने की सलाह !
गर्मी में हेल्थ अलर्ट: चाय, कॉफी और कोल्ड ड्रिंक्स से बचें, पानी-पीने की सलाह
भारत में गर्मियों का मौसम हर साल एक गंभीर चुनौती पेश करता है और इस साल की गर्मी में और ज्यादा तीव्रता देखने को मिल रही है.
गर्मियों का मौसम आते ही हमारे जीवन की दिनचर्या में एक बड़ा बदलाव आता है. तेज धूप, उमस और बढ़ती गर्मी के कारण शरीर में असंतुलन हो सकता है, जिससे सेहत पर बुरा असर पड़ता है. मौसम विभाग की मानें तो इस साल भी भीषण गर्मी पड़ने वाली है जिसे ध्यान में रखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन काम कर रहे जलवायु परिवर्तन और मानव स्वास्थ्य पर राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीसीसीएचएच) ने चेतावनी जारी की है.
एनपीसीसीएचएच ने भारत के सभी लोगों से अपील की गई है कि वो इस गर्मी के मौसम में चाय, कॉफी, और कोल्ड ड्रिंक्स से बचें, क्योंकि इनका सेवन गर्मी के दौरान शारीरिक समस्याओं को बढ़ा सकता है.
यह रिपोर्ट में हम उन उपायों के बारे में विस्तार से जानते हैं जिन्हें अपनाकर इस भीषण गर्मी से निपटा जा सकता है और अपनी सेहत को सुरक्षित रखा जा सकता है.
1. मौसम की स्थिति और अलर्ट
भारत में गर्मियों का मौसम हर साल एक गंभीर चुनौती पेश करता है और इस साल की गर्मी में और ज्यादा तीव्रता देखने को मिल रही है. भारतीय मौसम विभाग ने इस बार गर्म हवाओं के चलते कई राज्यों में अलर्ट जारी किया है. ओडिशा और झारखंड में रेड अलर्ट घोषित किया गया है, जबकि विदर्भ, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में भी गर्म हवाओं की चेतावनी दी गई है.
इसके अलावा, तटीय आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, सौराष्ट्र, कच्छ और गुजरात के कुछ हिस्सों में येलो अलर्ट जारी किया गया है. इन सभी चेतावनियों से यह साफ है कि आने वाले कुछ दिनों में देश के अधिकांश हिस्से भीषण गर्मी की चपेट में आ सकते हैं, ऐसे में, यह जरूरी है कि हम अपनी दिनचर्या को मौसम के हिसाब से ढालें और सुरक्षा उपायों को अपनाएं.
2. शरीर में पानी की कमी से बचने के उपाय
गर्मी में शरीर में पानी की कमी होना एक आम समस्या है. तेज धूप और गर्म हवाओं के संपर्क में आने से शरीर से बहुत अधिक पसीना निकलता है, जिससे पानी की कमी हो सकती है. एनपीसीसीएचएच ने भी इस बात की चेतावनी दी है कि चाय, कॉफी और कोल्ड ड्रिंक्स के सेवन से शरीर में पानी की कमी हो सकती है. इन पेय पदार्थों में कैफीन और चीनी की अधिकता होती है, जो शरीर के जल स्तर को और कम कर सकती है.
डीहाइड्रेशन से बचने के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की जरूरत है. इसके अलावा नारियल पानी, फलों का रस और इलेक्ट्रोलाइट्स युक्त पेय पदार्थों का सेवन करना भी फायदेमंद हो सकता है. इनमें शरीर के जल स्तर को बनाए रखने के लिए जरूरी मिनरल्स और पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर को ताजगी प्रदान करते हैं. हाइड्रेटेड रहना न केवल शरीर की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाता है, बल्कि यह त्वचा को भी नमी बनाए रखने में मदद करता है.
3. गर्मी में उचित आहार का सेवन
गर्मी में आहार का चयन भी हमारी सेहत पर गहरा असर डालता है. भारी, तैलीय और मसालेदार भोजन गर्मी के दौरान पाचन तंत्र को कमजोर कर सकते हैं और शरीर में अधिक गर्मी उत्पन्न कर सकते हैं. इसके बजाय हल्का और ताजे फल और सब्जियों से भरपूर आहार लेना बेहतर होता है. तरबूज, खीरा और संतरा जैसे फल गर्मी में शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं और पानी की कमी को भी पूरा करते हैं.
इसके अलावा दही, छाछ और लस्सी जैसे ठंडे और प्रोटीन युक्त पेय पदार्थ भी गर्मी में ऊर्जा और ताजगी प्रदान करते हैं. गर्मियों में ज्यादा मसालेदार और तले हुए खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए क्योंकि यह पेट में जलन और अन्य पाचन समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं.
4. धूप से बचने के उपाय
गर्मी के मौसम में धूप के सीधे संपर्क में आना स्वास्थ्य के लिए खतरे का कारण बन सकता है. एनपीसीसीएचएच ने यह सलाह दी है कि लोग दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच धूप से बचें क्योंकि इस दौरान सूर्य की किरणें सबसे तेज होती हैं. अगर किसी कारणवश बाहर जाना अनिवार्य हो, तो शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहनें, जैसे कि हल्की रंग की शर्ट, हेड केप, और धूप के चश्मे. इसके साथ ही, ज्यादा देर तक धूप में रहने से बचने की कोशिश करें और छांव में रहकर पानी का सेवन करें.
सनस्क्रीन का उपयोग भी गर्मियों में जरूरी है. उच्च एसपीएफ (सन प्रोटेक्शन फैक्टर) वाला सनस्क्रीन त्वचा को यूवी किरणों से बचाता है, जो त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं. यही कारण है कि हमेशा सनस्क्रीन लगाना एक अच्छा अभ्यास है, खासकर अगर आप लंबे समय तक बाहर रहते हों तो.
5. शारीरिक गतिविधि को नियंत्रित करना
गर्मी में शारीरिक गतिविधि को नियंत्रित रखना भी बहुत महत्वपूर्ण है. अत्यधिक गर्मी में अधिक शारीरिक श्रम करने से शरीर में थकावट और डिहाइड्रेशन हो सकता है. अगर आप व्यायाम करना चाहते हैं, तो सुबह के समय या शाम को सूर्यास्त के बाद यह करना बेहतर होता है, क्योंकि इस दौरान तापमान कम होता है. गर्मी में वर्कआउट करने से पहले और बाद में पानी जरूर पिएं, ताकि शरीर में लिक्विड की कमी न हो.
साथ ही अगर आपको किसी भी तरह की बीमारी है, जैसे कि हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर, या श्वास संबंधी समस्याएं तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही शारीरिक गतिविधि करें.
6. मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना
गर्मी का असर केवल शारीरिक स्वास्थ्य पर नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है. ज्यादा गर्मी और उमस से चिड़चिड़ापन, मानसिक थकावट और तनाव बढ़ सकते हैं. इस स्थिति से बचने के लिए आराम करना, उचित नींद लेना और ध्यान या योग करना मददगार हो सकता है. मानसिक शांति के लिए सरल श्वास-प्रश्वास अभ्यास और ध्यान तकनीकें प्रभावी हो सकती हैं, जो न केवल शरीर को शांत करती हैं, बल्कि मानसिक स्थिति को भी बेहतर बनाए रखती हैं.
7. सरकारी चेतावनियों का पालन करना
सरकार और स्वास्थ्य संस्थाओं द्वारा जारी की गई चेतावनियों का पालन करना बेहद जरूरी है. जैसे भारतीय मौसम विभाग ने गर्मी के लिए रेड और येलो अलर्ट जारी किया है, लोगों को इन चेतावनियों को गंभीरता से लेना चाहिए और अपनी गतिविधियों को मौसम के अनुसार संशोधित करना चाहिए. एनपीसीसीएचएच ने भी इन चेतावनियों के तहत राज्यों को सतर्क रहने के लिए कहा है, ताकि गर्मी से होने वाली समस्याओं का समय रहते समाधान किया जा सके.
इस भीषण गर्मी में हमारे स्वास्थ्य का ध्यान रखना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए. शरीर को हाइड्रेटेड रखना, धूप से बचना, हल्का आहार खाना और शारीरिक गतिविधियों को नियंत्रित करना इस गर्मी के मौसम में बेहद जरूरी है. इन सभी उपायों को अपनाकर हम न केवल गर्मी के प्रभाव से बच सकते हैं, बल्कि एक स्वस्थ और सक्रिय जीवन जी सकते हैं. साथ ही, सरकारी चेतावनियों और सलाहों का पालन करना भी हमारी जिम्मेदारी है, ताकि हम अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा कर सकें.