दुनिया की सबसे अमीर लीग है IPL ?
IPL का पूरा खेल एक बहुत बड़ा बिजनेस है। IPL में खिलाड़ियों से लेकर उनके कपड़े तक हर चीज की एक कीमत होती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका की नेशनल फुटबॉल लीग (NFL) के बाद IPL दुनिया की दूसरी सबसे रईस स्पोर्ट्स लीग है। जबकि IPL की कमाई ने भारत के क्रिकेट बोर्ड यानी BCCI को दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बना दिया है। 2024 तक BCCI के पास कुल 20 हजार 686 करोड़ का बैंक बैलेंस और कैश था।
कैसे होती है IPL से कमाई, BCCI कितना पैसा अपने पास रखता है, टीमों को कितना हिस्सा मिलता है, खर्चे कौन करता है, जानेंगे आज के एक्सप्लेनर में…
सवाल-1: IPL से कमाई कैसे होती है?
जवाब: IPL से BCCI और सभी टीमों को तीन तरह की कमाई होती है-
1. सेंट्रल रेवेन्यू: IPL की कुल कमाई में करीब 60-70% हिस्सा सेंट्रल रेवेन्यू का होता है। इस कमाई के 2 अहम जरिए हैं-
- मीडिया या ब्रॉडकास्टिंग राइट्स।
- टाइटल स्पॉन्सरशिप।
2. विज्ञापन और प्रमोशनल रेवेन्यू: IPL की कुल कमाई में करीब 20-30% हिस्सा विज्ञापन और प्रमोशनल रेवेन्यू का होता है।
3. लोकल रेवेन्यू: कुल कमाई का करीब 10% हिस्सा लोकल रेवेन्यू से आता है। इसमें मैच की टिकटों और अन्य चीजों से होने वाली कमाई शामिल हैं।
सवाल-2: IPL की कुल कमाई का सबसे बड़ा हिस्सा सेंट्रल रेवेन्यू कैसे जुटाया जाता है?
जवाब: सेंट्रल रेवेन्यू के दो हिस्से हैं, जिनसे IPL की कमाई होती है…
1. मीडिया या ब्रॉडकास्टिंग राइट्स
- ब्रॉडकास्टिंग राइट्स का मतलब होता है कि IPL के सभी मैच सिर्फ वही चैनल दिखा पाएगा, जिसके पास इसके राइट्स होंगे।
- IPL के शुरुआती 10 सालों यानी 2017 तक इसके ब्रॉडकास्टिंग राइट्स SONY के पास थे, जिसने इसके लिए BCCI को 8,200 करोड़ रुपए दिए थे।
- 2018 में STAR SPORTS ने बाजी मारी और अगले 5 सालों के लिए 16,347 करोड़ रुपए में IPL के ब्रॉडकास्टिंग राइट्स खरीद लिए।
- 2023 से 2027 तक के लिए IPL के ब्रॉडकास्टिंग राइट्स दो अलग-अलग कंपनियों के पास हैं।
- भारतीय उपमहाद्वीप यानी भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल जैसे देशों में टीवी ब्रॉडकास्टिंग राइट्स Disney Star के पास हैं, जिसके STAR SPORTS चैनल पर IPL के मैच दिखाए जाते हैं। इसके लिए कंपनी ने 23,575 करोड़ रुपए चुकाए हैं।
- भारतीय उपमहाद्वीप में डिजिटल स्ट्रीमिंग राइट्स Viacom18 के पास हैं, जिसने 20,500 करोड़ रुपए में इन्हें खरीदा। अब IPL के मैचों को Jio Hotstar पर दिखाया जाता है। Viacom18 ग्रुप ने Hotstar को मर्ज कर लिया था, इस कारण IPL मैच Jio Hotstar पर स्ट्रीम होते हैं।
- ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका जैसे देशों के लिए भी Viacom18 के पास राइट्स हैं, जबकि मिडिल-ईस्ट, नॉर्थ अफ्रीका और अमेरिका जैसे देशों के लिए Times Internet के पास राइट्स हैं।
2. टाइटल स्पॉन्सरशिप
- टाइटल स्पॉन्सरशिप का मतलब होता है, IPL के पहले अपना नाम जुड़वाना। जैसे- DLF IPL, PEPSI IPL, VIVO IPL और अब TATA IPL।
- कंपनियां, IPL की टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए जमकर पैसा खर्च करती हैं, क्योंकि इससे उनकी पब्लिसिटी होती है और उन्हें फायदा होता है।

सवाल-3: विज्ञापन और प्रमोशनल रेवेन्यू के जरिए IPL किस तरह पैसे कमाता है?
जवाब: IPL में विज्ञापन और प्रमोशन के जरिए कमाई के लिए BCCI और टीमें कई कंपनियों से करार करती हैं…
- मैदान, बाउंड्री लाइन, विकेट, खिलाड़ियों की जर्सी, हेलमेट और बैट पर दिखने वाले ब्रांड्स के नाम और लोगो के लिए भी कंपनियां टीमों और BCCI को पैसे देती हैं। अंपायर की जर्सी पर भी विज्ञापन का दाम है।
- टीमें खिलाड़ियों से ब्रांड्स के प्रमोशन करवाती हैं। ऐड बनवाती हैं। कई टीमें खिलाड़ियों से खुद के ब्रांड भी प्रमोट करवाती हैं। जैसे- मुंबई इंडियंस Jio के लिए ऐड बनवाती है, जिसमें रोहित शर्मा, हार्दिक पांड्या समेत टीम के कई खिलाड़ी नजर आते हैं।
- मैदान पर ऐड बोर्ड, LED स्क्रीन्स और खिलाड़ियों के गियर यानी बैट, ग्लव्स, हेलमेट आदि पर ब्रांड्स के लोगो के जरिए प्रमोशन होता है।
- टॉस, स्ट्रैटजिक टाइम-आउट और अवॉर्ड सेरेमनी जैसे सेगमेंट्स भी स्पॉन्सर किए जाते हैं, जैसे ‘DLF मैक्सिमम सिक्सेस’ या ‘Aramco पर्पल कैप’, ये सब अलग से बिकते हैं।
- IPL की टीमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे- X, Instagram, YouTube पर कंटेंट शेयर करती हैं, जिसमें स्पॉन्सर्ड पोस्ट्स और वीडियो शामिल होते हैं। JioCinema जैसे प्लेटफॉर्म्स पर प्री-मैच शो, हाइलाइट्स और इंटरएक्टिव में ऐड के जरिए कमाई की जाती है।
- टीमें अपने नाम और लोगो वाली टी-शर्ट, कैप, ग्लव्स जैसी मर्चन्डाइज बेचकर भी पैसे कमाती हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विज्ञापन और ब्रांड प्रमोशन से मुंबई इंडियंस जैसी टीमें हर साल 50 करोड़ रुपए तक कमा लेती हैं।

सवाल-4: लोकल रेवेन्यू से IPL की कमाई कैसे होती है?
जवाब: IPL टीमों की कमाई का तीसरा जरिया होता है- मैच की टिकटें। एक मैच में टिकटें बेचकर करीब 4-5 करोड़ रुपए तक कमाई होती है। इनमें से 80% पैसा घरेलू टीम को मिलता है। यानी हर मैच से टीमों को करीब 5 करोड़ रुपए की कमाई टिकट और पार्किंग से होती है।
इसे एक एग्जांपल से समझिए। अगर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का कोई मैच चिन्नास्वामी स्टेडियम (बेंगलुरु) में होता है, तो टीम को टिकट की कमाई का 80% हिस्सा मिलेगा।
सवाल-5: तो फिर IPL से BCCI और टीमें कितना पैसा कमा लेती हैं?
जवाब: IPL के पहले 10 सीजन में ब्रॉडकास्टिंग से BCCI और टीमों ने 8,200 करोड़ रुपए कमाए थे, यानी हर साल 820 करोड़। शुरुआत में ब्रॉडकास्टिंग राइट्स से होने वाली कमाई का 20% हिस्सा BCCI रखता था और 80% हिस्सा टीमों को मिलता था, लेकिन धीरे-धीरे ये रेश्यो बदल गया, जो 50%-50% का हो गया। यानी अब ब्रॉडकास्टिंग राइट्स से मिलने वाले पैसे में BCCI और टीमों को आधा-आधा हिस्सा मिलता है।
- 2024 में BCCI ने IPL के सेंट्रल रेवेन्यू से कुल 7,143 करोड़ रुपए कमाए।
- 50%-50% के फॉर्मूले के हिसाब से BCCI को 3,571.5 करोड़ रुपए मिले, जबकि 10 टीमों के बीच बाकी के 3,571.5 करोड़ रुपए बांटे गए। यानी हर टीम को 357.15 करोड़ रुपए मिले।
- इसके अलावा टॉप-4 टीमों को IPL प्राइज मनी भी मिलती है। 2024 में विजेता टीम ‘कोलकाता नाइट राइडर्स’ को 20 करोड़ रुपए, रनर अप ‘सन राइजर्स हैदराबाद’ को 13 करोड़ रुपए मिले थे। वहीं, तीसरे नंबर पर रही ‘राजस्थान रॉयल्स’ को 7 करोड़ रुपए और चौथे नंबर पर रही ‘रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु’ को 6.5 करोड़ रुपए मिले। प्राइज मनी का आधा हिस्सा टीम मालिक को मिलता है, जबकि आधा हिस्सा टीम में बांटा जाता है।
- अगर प्राइज मनी को जोड़ लें, तो IPL की टॉप-4 टीमों का सालाना मुनाफा 140-150 करोड़ रुपए हो जाता है।
- अगर टीमों की सेंट्रल, प्रमोशनल और लोकल रेवेन्यू से कमाई को जोड़ दें तो बीते कुछ सालों में हर टीम को सालाना करीब 500-600 करोड़ रुपए की कमाई हुई है।
सवाल-6: IPL में कमाई से BCCI खर्च कितना करती है?
जवाब: BCCI की वेबसाइट पर 2022-23 तक की सालाना ऑडिट रिपोर्ट मौजूद है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, IPL 2023 में BCCI ने कुल 6,648 करोड़ रुपए खर्च किए थे।
IPL में BCCI 4 बड़ी चीजों पर पैसा खर्च करती है-
- फ्रेंचाइजी टीम को पेमेंट: BCCI, IPL से होने वाली कमाई का एक बड़ा हिस्सा 10 टीमों को देती है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में BCCI ने सेंट्रल रेवेन्यू पूल में से करीब 70% पैसा यानी 4,670 करोड़ IPL की टीमों को दिए थे।
- खिलाड़ियों की सैलरी: खिलाड़ियों की सैलरी टीमें देती हैं, लेकिन इसके लिए पैसा IPL के कुल खर्च से ही आता है। 2023 में हर टीम का सैलरी कैप करीब 95 करोड़ रुपए था। सभी टीमों के खिलाड़ियों को सैलरी देने के लिए करीब 1000 करोड़ रुपए दिए गए।
- टूर्नामेंट पर खर्च: इसमें स्टेडियम का किराया, सिक्योरिटी, सामान, ट्रैवेल जैसे दूसरे खर्चे होते हैं। 2023 में कुल 74 मैच खेले गए थे, जिन पर करीब 500 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। फॉर्च्यून इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, हर मैच के लिए औसतन 7.5 लाख रुपए स्टेडियम की फीस होती है।
- मैच ब्रॉडकास्टिंग और प्रमोशन: मीडिया राइट्स बेचने से BCCI को कमाई होती है, लेकिन प्रोडक्शन यानी टेक्निकल टीम और कैमरे वगैरह पर करीब 300 करोड़ रुपए BCCI को भी खर्च करने होते हैं। इसके अलावा IPL के प्रचार के लिए ऐड, सोशल मीडिया कैंपेन और इवेंट्स पर खर्च होता है। इस पर करीब 100 करोड़ रुपए खर्च होते हैं।
सवाल-7: IPL की टीमें खिलाड़ियों पर कितना खर्च करती हैं?
जवाब: 2025 में IPL की हर टीम ने खिलाड़ियों की सैलरी के लिए करीब 120 करोड़ रुपए और कोचिंग, टीम के प्रचार और प्रमोशन जैसे खर्चों पर करीब 50 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
IPL की टीमें 6 बड़े हिस्सों पर पैसा खर्च करती हैं-
- खिलाड़ियों की सैलरी: खिलाड़ियों की सैलरी IPL टीमों का सबसे बड़ा खर्च है। 2025 में टीम का सैलरी कैप 120 करोड़ रुपए है। इसमें नए खिलाड़ियों की नीलामी और पुराने खिलाड़ियों को रिटेन करने का खर्च शामिल है। उदाहरण के लिए, IPL 2025 में लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) ने ऋषभ पंत को 27 करोड़ रुपए में खरीदा। IPL की वेबसाइट के मुताबिक, इस साल ऑक्शन में कुल 182 खिलाड़ियों पर 639.15 करोड़ रुपए खर्च हुए।
- कोचिंग और सपोर्टिंग स्टाफ: टीमों के हेड कोच, असिस्टेंट कोच, फिजियोथेरेपिस्ट, ट्रेनर और डेटा एनालिस्ट्स वगैरह पर हर टीम लगभग 20 से 30 करोड़ रुपए खर्च करती है। जैसे- चेन्नई सुपर किंग्स के चीफ कोच स्टीफन फ्लेमिंग की सैलरी करीब 10 करोड़ रुपए है।
- टीम के ट्रैवल और रहने के खर्च: IPL में टीमें 14-16 मैच खेलती हैं। इसके लिए फ्लाइट, होटल और दूसरी सुविधाओं पर खर्च होता है। अमूमन एक टीम इस पर 10 से 20 करोड़ रुपए तक खर्च करती है।
- मार्केटिंग और प्रमोशन: टीमें अपनी ब्रांडिंग और फैंस तक रीच बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया कैंपेन से लेकर फैन इवेंट्स वगैरह पर करीब 20 करोड़ रुपए खर्च करती हैं।
- ऑपरेशनल खर्च: क्रिकेट किट, ट्रेनिंग के टूल्स, सिक्योरिटी, स्टेडियम के बाकी खर्च वगैरह मिलकर टीमें करीब 10 से 20 करोड़ रुपए खर्च करती हैं। इसके अलावा खिलाड़ियों की ट्रेनिंग और अकादमी से जुड़े कुछ खर्चे और होते हैं।
सवाल-7: IPL के मौजूदा सीजन में BCCI और टीमों की कितनी कमाई होने की उम्मीद है?
जवाब: अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, IPL 2025 में टीवी और डिजिटल ब्रॉडकास्ट, ऑन-ग्राउंड और डिजिटल ऐड्स से BCCI की कुल 6 से 7 हजार करोड़ रुपए की कमाई हो सकती है। वहीं कंपनियों की वैल्यूएशन बताने वाली कंपनी D and P Advisory के मैनेजिंग पार्टनर संतोष एन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस बार IPL का सेंट्रल पूल करीब 10 हजार करोड़ रुपए पहुंच गया है।
संतोष के मुताबिक, इसमें से 50% यानी 5 हजार करोड़ रुपए BCCI दसों IPL टीमों को दे देगा। वहीं हर टीम करीब 100 से 200 करोड़ रुपए अपनी टीम की स्पॉन्सरशिप और ऐड से कमा लेगी। इस तरह 2025 में हर टीम करीब 600 से 700 करोड़ रुपए कमा लेगी।

सवाल-8: 17 सालों से अब तक IPL से कितनी कमाई हो चुकी है?
जवाब: इन्वेस्टमेंट फर्म Jefferies के मुताबिक, साल 2008 में IPL से 645 करोड़ रुपए की कमाई हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुमानों के मुताबिक, 2008 से 2022 तक IPL से BCCI और सभी टीमों ने मिलकर करीब 80 हजार करोड़ रुपए कमाए। इसके बाद 2023 और 2024 में BCCI और सभी IPL की टीमों ने कुल मिलाकर करीब 33 हजार करोड़ रुपए कमाए।
हालांकि, यह कुल कमाई के आंकड़े हैं, इसमें से एक बड़ी रकम खर्च भी हुई है। उदाहरण के लिए BCCI की ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक, 2022-23 में BCCI ने IPL से 11,769 करोड़ रुपए कमाए और 6,648 करोड़ रुपए खर्च किए थे। यानी 2023 में BCCI को 5,121 करोड़ रुपए का शुद्ध फायदा हुआ था।