कोरोना: ‘आंकड़ों की नहीं, आपकी सेहत की चिंता’, सीएम केजरीवाल ने बताई दिल्ली में बढ़े मामलों की वजह
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में बढ़ते कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामलों के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. सीएम केजरीवाल ने कहा कि पिछले दिनों मैंने कई एक्सपर्ट्स से बात की, कुछ कहते हैं कि यह सेकंड वेव है तो कुछ कहते हैं कि नहीं है. उन्होंने कहा, “कोरोना की वजह से मौत नहीं होनी चाहिए. शुक्रवार को 2914 मामले सामने आए और 13 लोगों की मौत हुई. हालांकि इतनी मौत भी नहीं होनी चाहिए, लेकिन दुनिया के हिसाब से यह बहुत कम है. परसों 2737 मामले सामने आए और 19 लोगों की मौत हुई.”
अरविंद केजरीवाल ने कहा, “मैं आपको एक ही चीज कहना चाहता हूं कि घबराने की कोई बात नहीं है. स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. मैं पिछले 4 से 5 महीने में जब से कोरोना फैला है, तब से समय-समय पर आपके सामने आकर सारी स्थिति बताता हूं. जून में हमने ही कहा था कि स्थिति खराब हो रही है और 31 जुलाई तक 5:50 लाख मामले हो सकते हैं. लेकिन आज में आपको बता रहा हूं कि घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है.”
‘100 में से 1 मरीज की हो रही मौत’
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि जून के महीने के हिसाब से देखें तो 27 जून को 2900 मामले सामने आए थे और उस दिन 66 मौत हुई थी. लेकिन आज उतने ही मामलों के सामने आने पर 10 से 20 मौत हो रही हैं. दिल्ली में इस समय अगर 100 लोग बीमार हो रहे हैं तो केवल एक व्यक्ति की मृत्यु हो रही है. राष्ट्रीय औसत से यह कम है.
उन्होंने कहा, “अब सवाल है कि दिल्ली के अंदर मामले क्यों बढ़ रहे हैं. इसका सीधा सा जवाब यह है कि हमने टेस्टिंग बढ़ा दी है. अभी तक पिछले दिनों हम 18 से 20,000 टेस्ट कर रहे थे लेकिन अब करीब 40,000 टेस्ट कर रहे हैं. इसे आप कोरोना पर हमले के तौर पर देख सकते हैं. अगर आज मैं टेस्ट कम कर दूं तो मामले भी कम हो जाएंगे.”
‘बीमार तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना मेरा काम ‘
सीएम केजरीवाल ने कहा कि जो बीमार मिले उसको अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना मेरा काम है. इसलिए जिस किसी की भी पहचान हो पाए, उनकी पहचान करके टेस्ट कर रहे हैं. हमने एक एक अस्पताल का ऑडिट किया और देखा कि अगर अस्पतालों में मौत हो रही है तो क्यों हो रही है और कमियों को ठीक किया. सभी अस्पताल जिन्होंने सहयोग किया उनको शुक्रिया. आज इसी वजह से मौत कम हो रही है.
आप नेता ने कहा, “लोग बीमार हो रहे हैं लेकिन ठीक भी हो रहे हैं. दिल्ली में 87 फीसदी लोग ठीक हो चुके हैं. हम टेस्टिंग के लिए जगह-जगह कैंप लगा रहे हैं. मार्केट, मोहल्ला क्लीनिक और साप्ताहिक बाजारों में कैंप लगा रहे हैं. जब हमने होम आइसोलेशन की शुरुआत की थी तो बहुत आलोचना हुई थी लेकिन आज दुनियाभर में तारीफ हो रही है.”
‘टेस्टिंग बढ़ाई तो उसका भी विरोध हुआ’
सीएम केजरीवाल ने कहा, “अब हमें टेस्टिंग बढ़ाई तो उसका भी विरोध हुआ, लेकिन हम कर रहे हैं. हमें किसी ने टेस्टिंग बढ़ाने के लिए कहा नहीं था लेकिन हम खुद ही कर रहे हैं. अब कोई विरोध नहीं कर रहा. हमने टेस्टिंग दोगुनी कर दी है. 20,000 से बढ़ाकर 40,000 कर दी है, इसी वजह से दिल्ली में रोजाना ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं.”
उन्होंने कहा कि ज्यादा मामलों से घबराने की जरूरत नहीं है. घबराने की जरूरत तब होगी जब मौत के आंकड़े बढ़ेंगे. दिल्ली में कुछ लोग लापरवाह होते जा रहे हैं. मास्क नहीं पहन रहे, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे. मास्क जरूर पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
मुख्यमंत्री ने कहा, “कुछ लोग टेस्टिंग भी नहीं करवा रहे. जो आदमी टेस्टिंग नहीं करवा रहा, वह अपनी जिंदगी भी खतरे में डाल रहा है और दूसरे लोगों को भी संक्रमित करेगा. पूरी दिल्ली में टेस्टिंग की खूब बढ़िया व्यवस्था कर रखी है तो आप टेस्टिंग क्यों नहीं करवा रहे हैं. आप टेस्टिंग करवाइए, सारी टेस्टिंग फ्री है.”
‘अस्पतालों में बेड्स की कमी नहीं’
उन्होंने कहा कि मीडिया में कुछ जगह आ रहा था कि बेड्स की कमी हो गई है लेकिन कहीं पर भी बेड्स की कमी नहीं है. दिल्ली के अस्पतालों में करीब 5,000 बेड पर मरीज हैं जिनमें से 1600 से 1700 मरीज देश के दूसरे राज्यों के हैं. यह बहुत खुशी की बात है कि पूरे देश के लोग दिल्ली में इलाज कराने आ रहे हैं.
सीएम केजरीवाल ने कहा, “हम दिल्ली के लोगों को पूरे देश के लोगों की सेवा करने का मौका मिल रहा है. बेड की चिंता ना करें और अगर किसी तरह की कोई कमी हुई थी तो भी हम बेड की संख्या बढ़ाने के लिए अगले 2 से 3 दिन में मीटिंग करेंगे.”