दिल्ली में बड़े आतंकी हमले की साजिश नाकाम, चार कश्मीरी युवक गिरफ्तार
पुलिस (Police) का दावा है कि ये कुछ दिन पहले ही दिल्ली आए थे और आतंकी हमला (Terror Attack) करने की फिराक में थे. इस तरह से एक बड़े आतंकी हमले को टाल दिया गया है.
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल (Special Cell) ने चार कश्मीरी युवकों (Kashmiri Youths) को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 120 राउंड का गोला-बारूद और चार अत्याधुनिक पिस्तौल बरामद की गई है. पुलिस का दावा है कि ये कुछ दिन पहले ही दिल्ली (Delhi) आए थे और आतंकी हमला (Terror Attack) करने की फिराक में थे. इस तरह से एक बड़े आतंकी हमले को टाल दिया गया है.
पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार युवकों में मारे गए आतंकी बुरहान कोका का छोटा भाई इश्फाक माजिद कोका भी शामिल है. बुरहान कोका जम्मू-कश्मीर में अल कायदा के एक ऑफशूट अंसार गजावत-उल-हिंद का पूर्व प्रमुख था.बाकी तीन युवकों की पहचान अल्ताफ अहमद डार, मुश्ताक अहमद गनी और आकिब सफी के रूप में हुई है.
कोई सेल्समैन था तो कोई ड्राइवर
रिपोर्ट के मुताबिक, अल्ताफ कपड़े की एक दुकान में सेल्समैन के तौर पर काम करता है. इश्फाक जम्मू से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है. वहीं, मुश्ताख श्रीनगर में एक टैक्सी ड्राइवर के रूप में काम करता है.
27 सितंबर को आए थे दिल्ली
2 अक्टूबर को स्पेशल सेल को यह सूचना मिली थी कि कश्मीरी युवकों का एक ग्रुप दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से रुका हुआ है. इनके पास भारी मात्रा में गोला-बारुद है. ये सभी आईटीओ और दरियागंज के आसपास के इलाकों का चक्कर लगाने वाले हैं. दिल्ली पुलिस का कहना है कि ये सभी 27 सितंबर को दिल्ली आए थे और पहाड़गंज में रुके हुए थे.
पीछा करने के बाद रिंग रोड से गिरफ्तारी
स्पेशल सेल के डीसीपी पीएस कुशवाहा ने कहा, “सूचना मिलने के तुरंत बाद ही आईटीओ के आसपास ट्रैप बिछा दिया गया. टीम ने काफी सावधानीपूर्वक काम किया और सभी आरोपियों को रिंग रोड से गिरफ्तार कर लिया गया. इस दौरान कुछ दूरी तक उनका पीछा करना पड़ा और हाथापाई भी हुई.”
इश्फाक ने तीन लड़कों को अपने साथ जोड़ा
कोका के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद कथित तौर पर एजीएच के कैडर्स ने उसके छोटे भाई इश्फाक से संपर्क साधा और उससे अपने आउटफीट के लिए काम करने की बात कही. इश्फाक ने बाद में अपने साथ तीन अन्य युवाओं को जोड़ा. इसके बाद आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए ये सभी हथियार और गोला-बारुद के साथ दिल्ली आए.