बादल से हरभजन तक, सिख सुरक्षाकर्मी की पगड़ी खोलने पर सभी गुस्सा, बंगाल पुलिस ने दी सफाई

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में एक सिख सुरक्षाकर्मी की पगड़ी खोलने पर पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह ने कड़ी नाराजगी जताई है। बादल के अलावा क्रिकेटर हरभजन सिंह और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी इस घटना पर ममता सरकार से कार्रवाई की मांग की है। बता दें कि बंगाल बीजेपी के स्थानीय नेता प्रियांगू पांडेय की सुरक्षा में तैनात सिख सुरक्षाकर्मी बलविंदर सिंह की पगड़ी खींचने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में कोलकाता पुलिस इस सुरक्षाकर्मी की पिटाई करती दिख रही है, तभी उसकी पगड़ी खुल जा रही है।

बादल, हरभजन ने की कार्रवाई की मांग

पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और क्रिकेटर हरभजन सिंह ने ट्वीट करके ममता सरकार से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। बादल ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘सिख सुरक्षाकर्मी बलविंदर सिंह पर हुए बर्बर हमले और बंगाल पुलिस द्वारा उनकी पगड़ी का अपमान किए जाने की हम कड़ी निंदा करते हैं। इस अपमान से दुनियाभर के सिखों में गुस्सा है। मैं ममता बनर्जी जी से दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आग्रह करता हूं।’ वहीं, हरभजन सिंह ने भी ट्वीट कर ममता बनर्जी से मामले को देखने का आग्रह किया है।

सिरसा ने कहा, तुरंत कार्रवाई की जाए
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी बलविंदर सिंह की दस्तार उतार कर बालों से घसीटे जाने की घटना का गंभीर नोटिस लिया है। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कहा है कि इस घटना के पीछे जिम्मेवार पुलिस अफसरों के खिलाफ केस दर्ज कर तुरंत कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि गुरुवार को कोलकाता में जहां सिख बलविंदर सिंह से पश्चिम बंगाल की पुलिस ने मार पीट की, उनकी पगड़ी उतारी, बालों से खींच कर अपमानित किया, यह बहुत ही शर्मनाक व दुखदायी घटना है।

सिरसा ने ममता को याद दिलाया इतिहास
सिरसा ने ममता बनर्जी को याद दिलाया कि यह वही दस्तार है जो गुरु गोबिंद सिंह जी ने 4 पुत्र कुर्बान कर हमें दी, यह वही दस्तार है जिसे पहन कर भगत सिंह ने भारत की आजादी के लिए फांसी का फंदा चूमा और यह वही दस्तार है जिसे पहनकर जगजीत सिंह अरोड़ा ने 90 हजार पाकिस्तानी फौजियों का सरेंडर करवाया। उन्होंने ममता से कहा कि आपकी पुलिस इस दस्तार की इस तरह बेअदबी करे, यह हमें बर्दाशत नहीं है। उन्होंने मांग की कि दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ तुरंत धारा 295ए के तहत केस दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाये और बलविंदर सिंह को तुरंत जेल से रिहा किया जाये।

बंगाल पुलिस ने दी सफाई
वहीं, पश्चिम बंगाल की पुलिस ने इस मामले में अपना पक्ष रखते हुए सफाई दी है। उसने ट्विटर पर लिखा, ‘संबंधित व्यक्ति कल के विरोध प्रदर्शन में हथियार ले जा रहा था। हमारे ऑफिसर के साथ हाथापाई में पगड़ी अपने आप गिर गई, उन्होंने ऐसा करने की कोशिश नहीं की थी। किसी भी समुदाय की भावनाओं को आहत करना हमारा उद्देश्य नहीं है। पश्चिम बंगाल पुलिस सभी धर्मों का सम्मान करती है। ऑफिसर ने विशेष रूप से इस शख्स को साथ ले जाने से पहले अपनी पगड़ी वापस पहनने को कहा था।’

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