बलिया गोलीकांड: मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को अदालत ने 3 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा
बलिया: बलिया जिले के दुर्जनपुर गांव हत्याकांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ डब्ल्यू की पुलिस रिमांड कोर्ट ने स्वीकार कर ली. धीरेंद्र को 22 अक्टूबर सुबह 10 बजे से 24 अक्टूबर सुबह 10 तक यानी 48 घंटे के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है. दुर्जनपुर हत्याकांड में पीड़ित पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने 8 नामजद और 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. नामजद आरोपियों में धीरेंद्र के दो भाई देवेंद्र प्रताप सिंह और नरेंद्र प्रताप सिंह घटना के दूसरे ही गिरफ्तार कर लिए गए थे.
तीन नामजद अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर
पुलिस ने 17 अक्टूबर को मुन्ना यादव, राजप्रताप यादव एवं राजन तिवारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. लखनऊ में मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह की गिरफ्तारी हुई थी. इसके बाद बलिया पुलिस ने दो अन्य नामजद आरोपियों संतोष यादव और अमरजीत यादव को वैशाली होटल के पास से गिरफ्तार किया था. इसी दिन बीएचयू में इलाज करा रहे धर्मेंद्र सिंह व अजय सिंह को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने बताया कि बाकी तीन नामजद आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें लगाई गई हैं, जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार रिश्तेदारों, परिचितों के यहां दबिश डाली जा रही है. साथ ही उनके मोबाइल की लोकेशन लेने का भी प्रयास किया जा रहा है. आरोपियों ने अपने मोबाइल बंद कर रखे हैं. इसलिए अभी तक पुलिस की पकड़ में नहीं आ सके हैं.
क्या है बलिया गोलीकांड का पूरा मामला?
दरअसल बलिया जिले के रेवती थाना इलाके के दुर्जनपुर गांव में 15 अक्टूबर को सरकारी राशन की दुकानों का आवंटन हो रहा था. इस दौरान दो पक्षों में विवाद हो गया. देखते ही देखते लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर चलने लगे. धीरेंद्र प्रताप सिंह ने फायरिंग कर दी. इसमें जयप्रकाश पाल(45) की गोली लगने से मौत हो गई. इसके अलावा छह लोग घायल हो गए. घटना के 72 घंटे के अंदर यूपी एसटीएफ ने लखनऊ के पॉलीटेक्निक चौराहे से मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया था.