कुर्ता फाड़… भैंस पर सवार! ये हैं बिहार चुनाव के अनोखे अंदाज
Election campaign in Bihar: दरभंगा जिले में सोमवार को एक प्रत्याशी कोरोना के बीच अपने कुछ समर्थकों के साथ भैंस पर चढ़कर निर्वाचन दफ्तर पहुंचे और अपना नामांकन दाखिल किया. दरभंगा जिले के बहादुरपुर विधानसभा सीट से इस प्रत्याशी का नाम 
बिहार चुनाव में हर दिन अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं. कोई नेता भैंस पर सवार होकर परचा दाखिल करने जाता है तो कोई बैलगाड़ी पर. इन चौंकाने वाले दृश्यों के बीच बुधवार को एक अजीबो-गरीब घटना देखने को मिली. दरअसल, समस्तीपुर के रोसड़ा में महागठबंधन के प्रत्याशी नागेंद्र विकल भाषण दे रहे थे. भाषण के दौरान लोगों ने उनके वादों के बारे में पूछा कि कब पूरा करेंगे. इसी पर प्रत्याशी ने सबके सामने अपनी शर्ट फाड़ डाली और वादा किया कि जब तक रोसड़ा को जिला नहीं बनवा देते, वे केवल धोती पर ही रहेंगे.
गया में रविवार को एक चौंकाने वाली घटना दिखी. यहां राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के गया शहरी विधान सभा क्षेत्र के उम्मीदवार परवेज मंसूरी भैंस पर सवार होकर जनसंपर्क पर निकले थे. मंसूरी का यह अंदाज सामान्य से अलग था, लिहाजा उन्हें देखने और सुनने के लिए भीड़ इकट्ठी होने लगी. मंसूरी का तर्क था कि शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है, इसलिए वे भैंस पर सवार होकर प्रचार के लिए निकले हैं. मंसूरी ने अपने अंदाज से लोगों तक अपनी बात तो पहुंचा दी लेकिन वे भारी मुसीबत में फंस गए. भैंस पर प्रचार करने के जुर्म में उनके खिलाफ पशु क्रूरता कानून के तहत एफआईआर दर्ज हो गई. बता दें, चुनाव प्रचार में पशुओं के इस्तेमाल पर चुनाव आयोग ने रोक लगा रखी है.
मधेपुरा विधानसभा क्षेत्र में मंगलवार को एक ऐसा वाकया दिखा कि लोग हैरान रह गए. दरअसल यहां एलजेपी के उम्मीदवार साकार यादव खुले नाले में उतर गए. साकार यादव अपना परचा दाखिल करने के बाद समर्थकों के साथ जनसंपर्क पर निकले थे. इसी क्रम में जेडीयू विधान पार्षद के घर के सामने एक खुला नाला दिखा जिस पर साकार यादव विरोध जताने लगे. क्षेत्र की स्थिति क्या है, यह बताने के लिए साकार यादव खुले नाले में उतर गए. साकार यादव ने लोगों से बताया कि वे जनता के कार्यों के लिए खुले नाले में भी उतरने में नहीं हिचकते.
दरभंगा जिले में सोमवार को एक प्रत्याशी कोरोना के बीच अपने कुछ समर्थकों के साथ भैंस पर चढ़कर निर्वाचन दफ्तर पहुंचे और अपना नामांकन दाखिल किया. दरभंगा जिले के बहादुरपुर विधानसभा सीट से इस प्रत्याशी का नाम नचारी मंडल है. मंडल भैंस पर क्यों सवार हुए, इसके जवाब में उन्होंने कहा-मैं समाज के गरीब और पिछड़े वर्ग से आता हूं. मैं खेत में काम करने वाले एक मजदूर का बेटा हूं. चूंकि मेरे पास कोई चारपहिया गाड़ी नहीं है, इसलिए मैंने भैंस पर सवार होकर नामांकन दाखिल करने आने के लिए सोचा. नचारी मंडल का यह चुनावी अभियान पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.(ANI)
क्या किसी उम्मीदवार ने कभी सोचा होगा कि परचा दाखिल करने के दौरान उसकी गिरफ्तारी हो जाएगी. बिहार के मुजफ्फरपुर में हाल में ऐसी घटना सामने आई. यहां औराई विधानसभा सीट से परचा दाखिल करने निर्वाचन दफ्तर पहुंचे प्रत्याशी आफताब आलम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आफताब आलम महागठबंधन के प्रत्याशी घोषित हैं. आलम के मुताबिक उनके खिलाफ यह कार्रवाई बदले की भावना के तहत की गई है. आलम ने कहा कि उन्होंने दीपक राय की हत्या के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया था, जिसे लेकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि पुलिस का कहना है कि आलम के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी हैं, जिस पर कार्रवाई की गई है.(ANI)
बिहार चुनाव में पोस्टर-बैनर नहीं दिख रहे हैं. इस पर चुनाव आयोग ने सख्ती दिखाई है. प्रत्याशी अपने-अपने तरीके से चुनाव प्रचार कर रहे हैं. चुनाव में ज्यादा से ज्यादा वोटिंग हो, इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है. निर्वाचन आयोग इसे लेकर बड़े स्तर पर अभियान चला रहा है. इस बीच बिहार के मुजफ्फरपुर में एक ऐसा नजारा दिखा जिसने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया. यहां एक चाय बेचने वाले शख्स ने अनोखे अंदाज में वोटिंग करने की अपील की, वह भी कोरोना के लिए जारी गाइडलाइंस के साथ. इस शख्स का नाम अशोक साहनी है जिन्होंने अपने पूरे शरीर पर बैनर लगाकर वोटिंग देने की अपील की. बैनर पर साहनी ने लिखा- मतदान केंद्र आपके लिए है तैयार, कोई मतदाता न छूटे. बैनर पर यह भी लिखा-दो गज की दूरी, है बहुत जरूरी