शिवराज ने कहा- भाजपा हार गई तो मैं सीएम नहीं रहूंगा, झोला टांगकर जाना पड़ेगा, इसलिए सरकार को स्थायित्व दें
उपचुनाव में चुनाव प्रत्याशियों की जीत-हार का नहीं बल्कि सरकार को स्थायित्व देने का है। इसलिए 3 तारीख को आप मुरैना विधानसभा से भाजपा को जिताएं। भाजपा नहीं जीती तो मैं भी सीएम नहीं रहूंगा और मुझे झोला टांगना पड़ेगा। यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुकवार को मुरैनाविस के खरगपुर भर्राड़ में आयोजित चुनावी सभा में कही।
सीएम शाम 4.45 बजे हेलीकॉप्टर से खरगपुर भर्राड़ में पहुंचे। इस दौरान उनके साथ भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह कंषाना के अलावा पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह, मुंशीलाल, कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, भाजपा जिलाध्यक्ष योगेशपाल गुप्ता, रामनरेश शर्मा सहित अनेक लोग मौजूद थे। इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आप लोग जानते हैं मुरैना में जितना भी विकास हुआ है, वह भाजपा के 15 वर्ष के कार्यकाल में हुआ है।
पूर्वमंत्री रुस्तम सिंह ने अपने कार्यकाल में जितनी सड़कें, बिजली सब स्टेशान सहित अन्य निर्माण कार्य कराए, शायद उतने कहीं किसी अन्य क्षेत्र में हुए होंगे। उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने 15 महीने की सरकार में गरीबों की योजनाएं बंद कर दीं, लेकिन हमने 6 महीने के कार्यकाल में कोरोना से लड़ते हुए सभी योजनाएं नए सिरे से चालू कराईं।
15 महीने कांग्रेस ने सिर्फ अपमान दिया, कैसे कराते क्षेत्र का विकास: रघुराज सिंह
मुरैना विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह कंषाना ने कहा कि कांग्रेस सरकार के 15 महीने में पूर्व सीएम कमलनाथ ने सिर्फ हमें अपमान दिया। हम जनता से जो वादे करके चुनाव जीते थे, वह कैसे पूरे कराते। अगर चुपचाप बैठे रहते तो जनता हमें माफ नहीं करती। इसलिए हमने इस्तीफा देकर दोबारा चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। अब हमारे इस फैसले में आपको अपना वोट देकर साथ देना है।
चुनाव आयोग से नहीं मिली परमिशन, सीएम के बेटे कार्तिक की सभाएं कैंसिल
हाईकोर्ट की सख्ती के बाद उपचुनाव में होने वाली चुनावी सभाएं रैलियों की परमिशन देने के अधिकार चुनाव आयोग को क्या पहुंचे, राजनैतिक दलों व प्रत्याशियों की परेशानी बढ़ गई है। शुक्रवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह की 3 चुनावी सभाएं थीं। लेकिन परमिशन न मिलने की वजह से उनकी सभाओं को कैंसिल करना पड़ा।
भाषण मंच से दे रहे थे सीएम, नजर कलाई पर बंधी घड़ी पर: सीएम शिवराज सिंह चौहान खरगपुर भर्राड़ में शाम 4.45 बजे हेलीकॉप्टर से पहुंचे। चूंकि शाम 3.30 बजे उन्हें सभा में आना था लेकिन वे पौन घंटे देरी से आए। इसलिए अंधेरा होने से उनके हेलिकॉप्टर को ग्वालियर रवाना होना था। सभा शुरू होते ही सिर्फ रघुराज ने अपना उद्बोधन दिया और आनन-फानन में सीधा सीएम को ही भाषण देने के लिए बुला लिया गया। ऐसे में सीएम जब भाषण दे रहे थे तो उनकी निगाह बार-बार हाथ पर बंधी कलाई पर जा रही थी। अंतत: 5 बजकर 45 मिनट पर सभा खत्म कर हेलिकॉप्टर से बैठकर रवाना हो गए।