BKU उग्राहां ने कुछ किसान संगठनों के साथ गृह मंत्री की मीटिंग को बताया ‘दुर्भाग्यपूर्ण’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) के साथ कुछ किसान संगठनों (Farmers Group) के नेताओं की अलग से हुई मीटिंग पर पंजाब के बड़े किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन (उग्राहां) ने विरोध जताया है और इस तरह से चुनिंदा नेताओं की केंद्रीय गृह मंत्री के साथ हो रही बैठक को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है.
गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) द्वारा कुछ किसान संगठन को दिए गए निमंत्रण पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, BKU (उग्राहां) के अध्यक्ष-जोगिंदर सिंह उग्राहां ने कहा कि इन संगठनों को अलग से गृह मंत्री से मिलने नहीं जाना चाहिए, क्योंकि यह प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच गलतफहमी पैदा करता है.
उन्होंने आगे बताया कि गृह मंत्री ने पहले अलग से बातचीत के लिए दो बार उनके संगठन से संपर्क किया था. लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था और मांग की थी कि सभी संगठनों को संयुक्त रूप से आमंत्रित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनका संगठन तीनों कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग कर रहा है. प्रदर्शनकारी किसानों को इससे कम कुछ भी मंजूर नहीं.
मीटिंग से पहले ये बोले किसान नेता
गृह मंत्री अमित शाह से मीटिंग (Meeting) से पहले किसान नेताओं ने अपनी मांग पर समझौता न करने के रुख को दोहराया है. किसान नेता रूद्र सिंह मनसा ने कहा कहा कि गृह मंत्री अमित शाह के साथ आज बैठक में सिर्फ ‘हां’ या ‘नहीं’ में जवाब मांगा जाएगा. बीच का कोई रास्ता नहीं है. योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) ने कहा ”हम अपनी मांगों पर अड़े हैं, सरकार को सोचना है हमें नहीं.
लगता है कि आज के शानदार भारतबन्द के बाद सरकार के आंख और कान खुल गए होंगे. रणनीति सरकार को बनानी है हमें नहीं. हमें तो अपनी मांगों पर टिके रहना, कोई संशोधन नहीं चाहिए.