आंदोलन कर रहे किसानों का माफीनामा वायरल, लिखा- ‘तकलीफ देना उद्देश्य नहीं, मजबूरी है’

नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) के खिलाफ किसानों (Farmers Protest) का आंदोलन जारी है. सरकार कानून वापस लेने को तैयार नहीं है किसान पीछे हटने को तैयार नहीं है. ऐसे में आंदोलन के चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. किसानों ने ये तकलीफ समझते हुए माफीनामा जारी किया है.

नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों (Farm Laws 2020) के खिलाफ किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) जारी है. दिल्ली-एनसीआर की सीमाओं पर किसान डटे हुए हैं. सर्दी की सितम भी किसानों को डिगा नहीं पा रहा है वहीं किसानों के इस धरना प्रदर्शन की वजह से लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है. इस परेशानी को समझते हुए किसानों ने लोगों से माफी मांगी है और अपनी मजबूरी भी बताई है. किसानों का ये माफीनामा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

किसानों का माफीनामा
यह माफीनामा ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ संगठन का बताया जा रहा है. माफीनामा में लिखा है, ‘हम किसान हैं, लोग हमें अन्नदाता कहते हैं. प्रधानमंत्री कहते हैं वह हमारे लिए 3 कानून की सौगात लेकर आए हैं, हम कहते हैं ये सौगात नहीं सजा है. हमें सौगात देनी है तो फसल का उचित मूल्य देने की कानूनी गारंटी (MSP) दें.’

‘दान नहीं, दाम चाहिए’
पत्र में आगे लिखा है, ‘बस यही मांग लेकर हम देश की राजधानी दिल्ली में जाना चाहते हैं. अपनी बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  (Narendra Modi) से कहना चाहते हैं. सरकार बातचीत का दिखावा तो करती है लेकिन सुनती नहीं. पत्र में आगे लिखा है, ‘सड़क बंद करना, जनता को तकलीफ देना हमारा कोई उद्देश्य नहीं है, हम तो मजबूरी में यहां बैठे हैं. फिर भी हमारे इस आंदोलन  (Farmers Protest) से आपको जो तकलीफ हो रही है उसके लिए आपसे हाथ जोड़कर माफी मांगते हैं. अगर किसी भी बीमार या बुजुर्ग को दिक्कत हो, एम्बुलेंस रुकी हो या और कोई इमरजेंसी हो तो कृपा हमारे वॉलिंटियर से सम्पर्क करें वो आपकी तुरंत मदद करेंगे. मैं एक किसान.

बता दें, दिल्ली में किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के चलते कई रास्ते बंद हैं. दिल्ली के सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर बंद पड़े हुए हैं. रास्ते बंद होने की वजह से कई जगह डायवर्जन है. जहां रास्ते खुले भी हैं वहां भीषण जाम लगता है. इस बीच किसान एम्बुलेंस या आवश्यक कार्य से जा रहे लोगों को निकालने के लिए रास्ता बनाते भी देखे गए हैं. इन्ही सब परेशानियों को देखते हुए किसानों ने माफीनामा जारी किया है.

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