PMC बैंक घोटाला: ED ने संजय राउत की पत्नी को फिर से जारी किया समन, 5 जनवरी को होनी है पेशी

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिवसेना (Shiv Sena) सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) की पत्नी वर्षा राउत को नया समन जारी किया है. PMC बैंक घोटाले से जुड़े मामले में ED ने फिर से समन जारी करते हुए वर्षा राउत को 5 जनवरी, 2021 को एजेंसी के सामने आने को कहा है. इससे पहले जारी किए गए समन में वर्षा राउत को 29 दिसंबर को पेश होने को कहा गया था लेकिन उन्होंने एजेंसी से 5 जनवरी तक का वक्त मांगा था. जिसके बाद जांच एजेंसी ने यह नया नोटिस जारी किया है.

संजय राउत ने ED द्वारा जारी किए गए पहले नोटिस के बाद कहा था कि यह पूरी तरह राजनीति से प्रेरित है. उन्होंने कहा था, “हम केंद्रीय एजेंसी का सम्मान करते हैं. लेकिन सबको पता है कि यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है. मैं एक राज्य सभा का सांसद हूं और हम ही कानून बनाते हैं. हम हर कानून का सम्मान करते हैं लेकिन कुछ लोग कानून और एजेंसियों को अपेन हिसाब से चलाने लगे हैं और बदले की कार्रवाई कर रहे हैं.”

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मामले में प्रवीण राउत नाम के एक अन्य आरोपी की पत्नी के साथ वर्षा राउत का 50 लाख रुपये का लेन-देन हुआ है. वर्षा राउत को उसी लेन-देन के संबंध में बुलाया गया है. हालांकि, वर्षा राउत की ओर से कहा गया कि इसे संपत्ति की खरीद के लिए उधार लिया गया है.

ED को यह सबूत मिले हैं कि वर्षा राउत और प्रवीन राउत के बैंक खातों में गुरुआशीष प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों में से एक के साथ लेने देन हुआ है. इस निदेशक को हाल ही में गिरफ्तार किया गया था. गुरुआशीष, हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की एक सहायक कंपनी है, जिसके अन्य निदेशक राकेश वधावन और सारंग वधावन को घोटाले में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.

“महाराष्ट्र सरकार को गिराने की साजिश”

अपनी पत्नी को ED की ओर से नोटिस भेजे जाने के बाद सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सनसनीखेज आरोप लगाते हुए संजय राउत ने दावा किया था कि पिछले एक साल से, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कुछ वरिष्ठ नेता उन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार को गिराने के लिए मजबूर कर रहे हैं.

राउत ने कहा था, “कुछ वरिष्ठ नेता मुझसे मिल कर एमवीए को समर्थन नहीं देने के लिए मुझे समझाने का लगातार प्रयास कर रहे हैं, क्योंकि उन्होंने इस सरकार को गिराने की पूरी तैयारी कर ली है. उन्होंने मुझे एनसीपी और शिवसेना के 22 विधायकों की सूची भी दिखाई है, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज किए जा सकते हैं और उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है.”

हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि बीजेपी द्वारा सीबीआई और ED या किसी अन्य एजेंसी का उपयोग करने, शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए नोटिस भेजने या गिरफ्तारी की धमकी के सभी प्रयास विफल होंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार का बाल भी बांका नहीं कर सकती. यह एक राजनीतिक युद्ध है और इसे सिर्फ राजनीतिक रूप से लड़ेंगे.

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