सांसद बोलीं- दो साल पहले से भी बदतर शहर सीएमओ का जवाब- पानी वालों ने खोद डाला
भिंड-दतिया सांसद संध्या राय ने कहा कि डेढ़-दो साल पहले शहर की जो स्थिति थी, अब तो उससे भी खराब हो गई है। शहर के सौंदर्यीकरण के लिए कोई प्लानिंग बनाई है या नहीं।
भिंड नगर पालिका सीएमओ सुरेंद्र शर्मा ने जवाब दिया कि क्या करें पानी वालों ने पूरा शहर खोद कर डाल दिया है। वे हमारे अंडर में नहीं आते हैं। कई बार उन्हें पत्र लिख चुके हैं। लेकिन वे सुनते नहीं हैं। उन्होंने 100 किलोमीटर सड़कें शहर की खोद दी हैं। जबकि रेस्टोरेटशन सिर्फ 10 किमी का कराया है।
सांसद ने कलेक्टर डॉ वीरेंद्र सिंह रावत से कहा कि आप इसे व्यक्तिगत दिखवाइए। साथ ही शहर के सौंदर्यीकरण के लिए सात दिवस में एक विशेष बैठक बुलाएं, जिसमें सभी जनप्रतिनिधियों को भी बुलाया जाए। इस मौके पर जिपं अध्यक्ष रामनारायण हिंडोलिया, सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया के प्रतिनिधि मोनू भदौरिया, जिपं सीईओ आईएस ठाकुर सहित सभी विभागों के प्रमुख मौजूद थे।
दरअसल सांसद सोमवार को जिला विकास समंवय एवं मूल्याकंन समिति (दिशा) की बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। इस दौरान जब पिछली बैठक शहर की साफ सफाई को लेकर भिंड नगरपालिका सीएमओ सुरेंद्र शर्मा द्वारा पालन प्रतिवेदन देते हुए कहा गया कि शहर में नियमित रूप से साफ सफाई कराई जा रही है। इस पर सांसद गुस्सा गई और उन्होंने कहा कि शहर में कितनी सफाई हो रही है। कितना सौंदर्यीकरण हुआ है। सभी शहर में रहते हैं उन्हें पता है।
गोहद के विकास कार्यों की जानकारी मांगी
सांसद ने बैठक में पीडब्लूडी अफसर से गोहद चौराहा से गोहद नगर को जाने वाली सड़क बने डिवाइडर के क्षतिग्रस्त होने को लेकर पूछा। तो पहले उन्होंने जवाब दिया कि काम पूरा नहीं हुआ है। वहीं जब पैमेंट के संबंध में पूछा तो कहा कि काम पूरा हो गया है। इस पर जिला पंचायत अध्यक्ष हिंडोलिया नाराज होकर बोले आप अपनी ही बात पर स्थिर नहीं है। इस पर सांसद सभी विकास कार्यों की मय एस्टीमेट, कार्ययोजना सहित सूची उनसे मांगी।
बुधौलिया में ऐसा क्या कि हटाया फिर वापस भेजा
जिपं अध्यक्ष हिंडोलिया ने गोहद जनपद पंचायत के अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा संतोष बुधौलिया का मुद्दा उठाया। उन्होंने दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर जेसीबी से कराया काम, अटेर के मजदूरों का गोहद जनपद में काम करना दिखाकर निकाला भुगतान का जिक्र करते हुए कलेक्टर से कहा कि बुधौलिया में ऐसा क्या है कि पहले उन्हें वहां से हटाया जाता है फिर वहीं वापस कर दिया जाता है। जबकि पूरी गड़बड़ी उनके द्वारा की गई है।
फोरलेन बनाने की अनुमति नहीं मिल रही
सांसद ने एमपीआरडीसी अफसर से पूछा कि ग्वालियर भिंड इटावा रोड फोर लेन कब होगी। हर रोज दुर्घटनाएं हो रही है। इस पर उन्होंने जबाव दिया कि इस रोड पर ट्रैफिक तो फोरलेन लायक है। लेकिन जिस कंपनी ने टू-लेन सड़क बनाई है। इसलिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय से अनुमति नहीं मिल रही है। इस पर सांसद ने कहा कि आप डीपीआर बनाएं, अनुमति हम लाएंगे। अफसर बोले हम डीपीआर बनाने की ही अनुमति मांग रहे हैं ।
देर से आने का बहाना बनाया कि ट्रैफिक जाम में फंस गए थे, नोटिस दिया जाएगा
बैठक के दौरान पीएमजीएसवाई के अधिकारी देरी पहुंचे। इस पर पहले तो कलेक्टर ने नाराज होकर पूछा कि देर क्यों हुई तो उन्होंने बताया कि रास्ते में ट्रैफिक जाम में फंस गए थे। तभी कलेक्टर को ध्यान आया कि आप तो टीएल बैठक में भी नहीं आए थे तो उन्होंने फिर बहाना बनाया सुबह साइड पर विवाद हो गया था। इसलिए नहीं आ पाए थे।
इसी दौरान सांसद ने उनसे पिछली बैठक का पालन प्रतिवेदन पूछा तो वे तपाक से बोले उनका कुछ नहीं है। जबकि प्रोजेक्टर स्क्रीन पर उनका पालन प्रतिवेदन लगा हुआ था। इस पर सांसद भड़क गई और छूटते ही बोली आप बैठक में मौजूद है भी या नहीं। इधर उधर देख रहे हैं। कुछ भी बोल रहे हैं। बैठक को लेकर कुछ गंभीरता है भी या नहीं। इस पर कलेक्टर ने उन्हें नोटिस देने की बात कही।