भिंड के जिला अस्पताल में नर्स की हत्या और इस पर मचे बवाल के बीच एक महिला मरीज की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। गुरुवार को जिला अस्पताल की एक नर्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसी वारदात के विरोध में नर्स एसोसिएशन और कांग्रेस नेता अस्पताल के गेट पर प्रदर्शन कर रहे थे। इस वजह से महिला मरीज अस्पताल के गेट पर फंस गई। उसे समय रहते इलाज नहीं मिल सका, जिससे उसकी मौत हो गई। जिला अस्पताल में नर्सों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी धरना दिया और मेन गेट पर जाम कर दिया। इस वजह से इलाज के लिए आए मरीज गेट पर ही फंस गए। इसी दौरान नाजिया नाम की मरीज को पति और सास अस्पताल लेकर पहुंचे थे। उसके पेट में दर्द हो रहा था। नाजिया गेट पर ही 20 मिनट तक फंसी रही। वह दर्द से तड़पती रही। किसी तरह से परिवार वाले नाजिया को अस्पताल के अंदर लेकर पहुंचे। समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण नाजिया ने दम तोड़ दिया। उसकी 15 दिन पहले डिलीवरी हुई थी। उसे बेटी हुई थी। पहले से ही एक बेटा है। अस्पताल में दर्द से तड़पती रही प्रसूताएं। अस्पताल में दर्द से तड़पती रही प्रसूताएं। नर्सों की हड़ताल से तड़पते रहे मरीज सुबह से ही नर्सों ने काम बंद करके हड़ताल शुरू कर दी। मेन गेट पर कांग्रेस नेताओं के साथ बैठकर धरना देने लगीं। इस अफरा-तफरी में वार्ड में भर्ती मरीज तड़पते रहे। उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं था। अब इनका दर्द सुने कौन? इस पूरे मामले में स्टाफ नर्स अपना दर्द सुनाने के लिए विरोध पर उतर आई हैं। विधायक, कलेक्टर, अस्पताल प्रबंधन उनकी बात सुनकर सुरक्षा दिए जाने का भरोसा दे रहे हैं। लेकिन वो अपनी बात पर अड़ी हुई हैं। इधर जिला अस्पताल के हालात बिगड़ चुके है। रात के समय सेवाएं ठप रही हैं। ऐसे हालात में प्रसूति वार्ड भर्ती महिलाएं डिलीवरी पेन से कराहती रही। महिलाएं दर्द की वजह से जमीन पर गिर गई। अस्पताल के दूसरे वार्डों के हालत भी ऐसे ही बने हुए है। सुरक्षा की मांग को लेकर विरोध में डटी नर्स की हत्या के बाद जिला अस्पताल में सनसनी फैल गई। अस्पताल में पदस्थ नर्सों ने विरोध शुरू कर दिया। वे सीधे तौर पर जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, अस्पताल प्रबंधन को इस घटना का दोषी मान रही है। नर्सों का आरोप है कि इस घटना की मुख्य वजह गुंडों- बदमाशों को नेताओं से मिला संरक्षण है। इस घटना के पहले भी कई बार अस्पताल परिसर में फायरिंग हो चुकी है। बदमाश, विधायकों और नेताओं के नाम की धमकी देकर चले जाते है। गालियां देते हैं। रात में वार्ड बॉय ने गोली मारकर नर्स की हत्या की थी मंडला जिले की रहने वाली नर्स नेहा चंदेल वर्ष 2018 से भिंड जिला अस्पताल में तैनात थी। यहां उसका मेल-मिलाप जिला अस्पताल के वार्ड बॉय रीतेश शाक्य निवासी धर्मपुरी से हुआ। रीतेश, नेहा से एकतरफा प्यार करने लगा। इस दौरान वो कई बार परेशान करने लगा। इस बात की शिकायत भी नेहा ने कई बार स्टाफ सदस्यों व सीनियर्स से की, लेकिन कुछ नहीं हो सका। इसके बाद नेहा की सगाई पक्की हुई। फरवरी में नेहा की शादी होनी थी, किन्हीं कारण से स्थगित हो गई। मई महीने में शादी होने जा रही थी। नेहा, गुरुवार ड्यूटी समाप्त कर अपने घर मंडला जाने के लिए अवकाश की एप्लीकेशन लगाने आई थी। यह बात जैसे ही रीतेश शाक्य को पता चली तो वो भड़क उठा। उसने स्टोर रूम में बैठकर काम निपटा रही नेहा को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपी आराम से अस्पताल से निकला। कोतवाली में जाकर सरेंडर कर दिया।

अस्पताल के गेट पर एक महिला ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। भिंड के जिला अस्पताल में नर्स की हत्या और इस पर मचे बवाल के बीच एक महिला मरीज की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। हुआ यूं कि गुरुवार को जिला अस्पताल की एक नर्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात के विरोध में नर्स एसोसिएशन और कांग्रेस नेता अस्पताल के गेट पर प्रदर्शन कर रहे थे। इस वजह से महिला मरीज गेट पर फंस गई और उसे समय रहते इलाज नहीं मिला। जिससे उसकी मौत हो गई।

पेट में दर्द की थी शिकायत

जिला अस्पताल में नर्सों के साथ कांग्रेस ने भी धरना दिया। मेन गेट पर जाम कर दिया। इस वजह से इलाज के लिए आए मरीज गेट पर ही फंस गए। इसी दौरान नाजिया नाम की मरीज को पति और सास अस्पताल लेकर पहुंचे थे। उसके पेट में दर्द हो रहा था। नाजिया गेट पर ही 20 मिनट तक फंसी रही है। वह दर्द से तड़पती रही। किसी तरह से परिवार वाले नाजिया को अस्पताल के अंदर लेकर पहुंचे। समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण नाजिया ने दम तोड़ दिया। उसकी 15 दिन पहले डिलीवरी हुई थी। उसे बेटी हुई थी। पहले से ही एक बेटा है।

अस्पताल में दर्द से तड़पती रही प्रसूताएं।
अस्पताल में दर्द से तड़पती रही प्रसूताएं।

महिलाएं डिलीवरी पेन से कराहती रही

सुबह से ही नर्सों ने काम बंद करके हड़ताल शुरू कर दी। मेन गेट पर कांग्रेस नेताओं के साथ बैठकर धरना देने लगी। इस अफरा-तफरी में वार्ड में भर्ती मरीज तड़पते रहे। उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं था।

इस पूरे मामले में स्टाफ नर्स अपना दर्द सुनाने के लिए विरोध पर उतर आई है। विधायक, कलेक्टर, अस्पताल प्रबंधन उनकी बात सुनकर सुरक्षा दिए जाने का भरोसा दे रहा है। लेकिन वो अपनी बात पर अड़ी हुई हैं। इधर जिला अस्पताल के हालात बिगड़ चुके है। रात के समय सेवाएं ठप रही है। ऐसे हालात में प्रसूति वार्ड भर्ती महिलाएं डिलीवरी पेन से कराहती रही। महिलाएं दर्द की वजह से जमीन पर गिर गई। अस्पताल के दूसरे वार्डों के हालत भी ऐसे ही बने हुए है।

अस्पताल प्रबंधन को माना दोषी

नर्स की हत्या के बाद जिला अस्पताल में सनसनी फैल गई। अस्पताल में पदस्थ नर्सों ने विरोध शुरू कर दिया। वे, सीधे तौर पर जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, अस्पताल प्रबंधन को इस घटना का दोषी मान रही है। नर्सों का आरोप है कि इस घटना की मुख्य वजह राजनेता का गुड़ों- बदमाशों को संरक्षण है। इस घटना के पहले भी कई बार अस्पताल परिसर में फायरिंग हो चुकी है। बदमाश, विधायकों और नेताओं के नाम की धमकी देकर चले जाते है। गालियां देते हैं।

नर्स की हत्या का मामला

मंडला जिले की रहने वाली नर्स नेहा चंदेला वर्ष 2018 से भिंड जिला अस्पताल में तैनात थी। यहां उसका मेल-मिलाप जिला अस्पताल के वार्ड बॉय रीतेश शाक्य निवासी धर्मपुरी से हुआ। रीतेश, नेहा से एकतरफा प्यार करने लगा। इस दौरान वो कई बार परेशान करता है। इस बात की शिकायत भी कई बार नेहा ने अपने स्टाफ के सदस्यों व सीनियर्स से की, लेकिन कुछ नहीं हो सका। इसके बाद नेहा की सगाई पक्की हुई। फरवरी में नेहा की शादी होनी थी, किन्हीं कारण से स्थागित हो गई। मई महीने में शादी होने जा रही थी। नेहा, गुरुवार ड्यूटी समाप्त कर अपने घर मंडला जाने के लिए अवकाश की एप्लीकेशन लगाने आई थी। यह बात जैसे ही रितेश शाक्य को पता चली तो वो भड़क उठा और उसने सीधे स्टोर रूम में बैठकर काम को निपटा रही नेहा को गोली मारकर हत्या कर दी और कोतवाली में जाकर सरेंडर कर दिया।

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