फर्जी संस्था के नाम पर विदेश से करोड़ों का चंदा ले रहे पादरी समेत 11 लोगों पर केस दर्ज

राइट टू इनफार्मेशन के तहत मिली जानकारी में पता चला कि सेंट जॉन इवेन्जिलिकल लूथरन चर्चेस इन मप्र, गोविंदपुरा डी. सेक्टर जैसी कोई संस्था भोपाल में रजिस्टर्ड ही नहीं है.

फर्जी तरीके से विदेशी अनुदान प्राप्त करने के आरोप में भोपाल क्राइम ब्रांच पुलिस ने मंगलवार को 11 लोगों पर केस दर्ज किया है. दरअसल इस मामले के मुख्य आरोपी अनिल मार्टिन ब्लैक लिस्टेड और फर्जी संस्था के नाम पर विदेशों से अनुदान हासिल कर रहे थे. फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट का उल्लंघन कर फर्जी संस्था के नाम पर करोड़ों रुपए का विदेशी अनुदान लेकर उसे अपनी निजी खातों में ट्रांसफर कर लिया जाता था. क्राइम ब्रांच ने इस पूरे मामले में केस दर्ज कर लिया और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

11 लोगों की टीम ने किया मिलकर घोटाला

डॉक्टर निशिकांत विश्वास ने क्राइम ब्रांच में इस गबन की शिकायत की थी. जब इस मामले की जांच हुई तो पाया गया कि अनिल मार्टीन की भोपाल में रजिस्टर्ड संस्था सेंट जॉन इवेन्जिलिकल लूथरन चर्चेस मध्यप्रदेश और ईएलसीइन एमपी, छिंदवाडा के कुल 11 गवर्निंग सदस्यों द्वारा अवैध रूप से विदेशी फंड संस्था के खाते में मिले हैं और इतना ही नहीं संस्था के खाते में आए पैसे को निकालकर बाद में अपने निजी बैंक खातों में ट्रांसफर कर लिया गया. यही नहीं, सदस्यों ने आपस में मिलीभगत कर संस्था की अचल संपत्तियों को भी धोखाधड़ी कर बेच दिया था.

राइट टू इनफार्मेशन के तहत मिली जानकारी में पता चला कि सेंट जॉन इवेन्जिलिकल लूथरन चर्चेस इन मप्र, गोविंदपुरा डी. सेक्टर जैसी कोई संस्था भोपाल में रजिस्टर्ड ही नहीं है. इस संस्था का रजिस्ट्रेशन इस के जैसी नाम की छिदंवाड़ा में चल रही संस्था के नाम पर कराया गया था. इसे साल 2015 और 2017 में केंद्र सरकार ने विदेशी अनुदान लेने के लिए ब्लैक लिस्टेड किया गया. बावजूद इसके अनिल मार्टिन ने इस फर्जी संस्थआ के नाम पर विदेशों से कई करोड़ का अनुदान लिया था.

इन आरोपियों के खिलाफ हुआ है केस दर्ज

अनिल मार्टिन, ई पंचू, नितिन सहाय निवासी छिंदवाडा, एस के सुक्का निवासी रायपुर, अनिल मैथ्यूस निवासी सागर, जीटी विश्वास निवासी बैतूल, अशोक चौकसे निवासी छिंदवाडा, डीए प्रसाद निवासी आमला, बैतूल, अशोक कुमार निवासी कोरिया, छत्तीसगढ़, डीडी खलको निवासी कोरिया, शिवाजी पोकालो निवासी पांढुर्णा.

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