अनिल अंबानी के लिए एक और बुरी खबर, Reliance Home Finance हुई डिफॉल्टर, ब्याज तक नहीं चुका पाई कंपनी

कंपनी ने शेयर बाजारों को बताया कि उसने पंजाब एंड सिंध बैंक से 9.25 फीसदी की दर पर पांच साल की अवधि का 200 करोड़ रुपए का कर्ज लिया था

रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (RHFL) ने शनिवार को कहा कि उसने पंजाब एंड सिंध बैंक के 40 करोड़ रुपए से अधिक के लोन के भुगतान में चूक की है. कंपनी ने कहा कि उसके पास पर्याप्त नकदी और नकदी होने के बाद भी यह चूक हुई है, क्योंकि अदालत के एक आदेश के चलते वह इनका उपयोग नहीं कर सकती है. अनिल अंबानी के नियंत्रण वाली रिलायंस कैपिटल की सहायक कंपनी ने 15 फरवरी, 2021 को लोन के भुगतान में चूक की और. कंपनी 40 करोड़ रुपए का कर्ज और 15 लाख रुपए का ब्याज समय पर नहीं चुका सकी है.

कंपनी ने शेयर बाजारों को बताया कि उसने पंजाब एंड सिंध बैंक से 9.25 फीसदी की दर पर पांच साल की अवधि का 200 करोड़ रुपए का कर्ज लिया था. उसने कहा कि उसके पास शुद्ध नकद 1,500 करोड़ रुपए से अधिक है. हालांकि दिल्ली उच्च न्यायालय के 20 नवंबर 2019 के एक आदेश के कारण वह इन संपत्तियों का उपयोग नहीं कर सकती है. कंपनी के ऊपर विभिन्न बैंकों व वित्तीय संस्थानों का 4,358.48 करोड़ रुपए बकाया है. कंपनी पर कुल वित्तीय बोझ 13126 करोड़ का है जिसमें लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म दोनों तरह के लोन शामिल हैं. इसके अलावा इन लोन पर 28 फरवरी 2021 तक इंट्रेस्ट को भी शामिल किया गया है.

रिलायंस कैपिटल भी भुगतान में असफल रही थी

इस पहले रिलायंस कैपिटल इससे पहले बिना कंवर्ट होने वाले डिबेंचर (NCDs) के लिए इंट्रेस्ट का भुगतान करने में असफल रही थी. इंट्रेस्ट का भुगतान 21 फरवरी को करना था जो कंपनी नहीं कर पाई. यह लगातार 49वां मौका था जब रिलायंस कैपिटल डिफॉल्टर हुई.

HDFC, Axis बैंकों के 11 किस्तों का भुगतान नहीं किया गया

Reliance Capital पर कर्ज का भारी भरकम बोझ है. कंपनी ने 31 जनवरी 2020 से 30 जनवरी 2021 के बीच एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक के 11 किस्तों का भी भुगतान नहीं किया है. कंपनी को हर महीने 4.77 करोड़ एचडीएफसी को और 71 लाख एक्सिस बैंक को केवर इंट्रेस्ट के रूप में भुगतान करना है. कंपनी ने एचडीएफसी से 524 करोड़ और एक्सिस बैंक से 101 करोड़ का लोन लिया है. एचडीएफसी का इंट्रेस्ट रेट 10.60 फीसदी है, जबकि एक्सिस बैंक का इंट्रेस्ट रेट 13 फीसदी है. कंपनी पर बैंकों और फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन का कुल कर्ज 706 करोड़ रुपए है.

रिलायंस कैपिटल पर कुल वित्तीय बोझ 20511 करोड़

कंपनी पर कुल वित्तीय बोझ 20511 करोड़ रुपए का है. दिसंबर तिमाही का रिजल्ट सामने आ चुका है और इस तिमाही में कंपनी को कुल 4018 करोड़ का घाटा हुआ है. पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का कुल घाटा महज 135 करोड़ रहा था. कर्ज भुगतान के मामले में कंपनी की हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि केयर रेटिंग एजेंसी ने सितंबर 2019 में रिलायंस कैपिटल के 17000 करोड़ कर्ज को ‘D’ ग्रेड डिफॉल्ट में डाल दिया था.

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