ममता मामले में मुख्य सचिव की रिपोर्ट से चुनाव आयोग संतुष्ट नहीं, दोबारा मांगी रिपोर्ट
नंदीग्राम में ममता बनर्जी को चोट लगने के मामले में मुख्य सचिव की रिपोर्ट से चुनाव आयोग संतुष्ट नहीं है और दोबारा रिपोर्ट मांगी है।
कोलकाता: नंदीग्राम में ममता बनर्जी को चोट लगने के मामले में मुख्य सचिव की रिपोर्ट से चुनाव आयोग संतुष्ट नहीं है और दोबारा रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों के मुताबिक जिला पुलिस को सीएम सुरक्षा की तरफ से जो जानकारी दी गई थी उसके मुताबिक मुख्यमंत्री के रूट को सैनिटाइज तो किया गया था लेकिन नाकेबंदी नहीं की जा सकती थी क्योंकि मुख्यमंत्री कहां-कहां रुकेंगी इसकी जानकारी किसी को नहीं थी। यह भी बताया गया कि घटनास्थल पर काफी भीड़ थी। भीड़ मुख्यमंत्री के वाहन के बिल्कुल करीब पहुंच गई थी और ये मोबाइल के वीडियो में भी स्पष्ट है कि उनके वाहने के बिल्कुल करीब लोग पहुंच चुके थे। लेकिन कोई ऐसा वीडियो नहीं है ,जिससे यह पता चले कि कार का दरवाजा लोहे के खंभे से टकराया था। इस बारे में भी स्पष्ट सबूत नहीं हैं कि कार के दरवाजे को धक्का दिया गया। लिहाजा इस पूरे मामले की आगे और जांच की ज़रूरत है।
नंदीग्राम निर्वाचन क्षेत्र के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद बुधवार को चुनाव प्रचार के दौरान अज्ञात लोगों द्वारा कथित तौर पर धक्का दिए जाने के कारण बनर्जी गिर गयी थीं जिससे उनके बायें पैर और कमर में चोट आ गयी थी। घटना के बाद चुनाव आयेाग ने मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय, विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक और विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे से शुक्रवार शाम तक रिपोर्ट देने को कहा था। सूत्रों ने बताया कि आयोग ने रिपोर्ट में और ज्यादा विवरण मुहैया कराने को कहा है। उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव से आज शाम तक जानकारी मुहैया कराने को कहा गया है। चूंकि दोनों पर्यवेक्षक शुक्रवार को यात्रा पर थे इसलिए उन्होंने अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए शनिवार शाम तक का वक्त देने की मांग की है
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शुक्रवार की शाम सरकारी एसएसकेएम अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। चिकित्सकों ने उनकी हालत ‘‘संतोषजनक’’ पाई, जिसके बाद उन्हें छुट्टी दी गई। टीएमसी सुप्रीमो (66 वर्षीय) ने अस्पताल से छुट्टी देने की बार-बार अपील की, जिसके बाद चिकित्सकों ने यह निर्णय किया। अस्पताल के वुडबर्न ब्लॉक से शाम छह बजकर 55 मिनट पर बाहर निकलीं ममता ने वहां काफी संख्या में मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया। वह व्हीलचेयर पर बैठी हुई थीं और उनके बायें पैर में प्लास्टर लगा हुआ था। वह अपने वाहन से कालीघाट स्थित आवास के लिए रवाना हुईं। उनके भतीजा और डायमंड हार्बर के सांसद अभिषेक बनर्जी, पार्टी के सहयोगी और राज्य के मंत्री फरहाद हाकिम ने कार की अगली सीट पर बैठने में उनकी मदद की। एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा, ‘‘उनका जख्म तेजी से भरा और उनकी स्थिति संतोषजनक रही। पैर के बायें अंगूठे का अस्थायी प्लास्टर सुबह में काट दिया गया और घाव देखने के बाद इस पर फिर से प्लास्टर चढ़ाया गया। सूजन में काफी कमी आई है।’