नालंदा: CAG की रिपोर्ट में खुलासा- सीएम नीतीश के होम टाउन में सिर्फ कागजों में ही हुआ विकास कार्य, जमीनी स्तर पर कोई तरक्की नहीं
CAG ने अपनी रिपोर्ट की फोटो भी शेयर की हैं, जिनमें बताया गया है कि चिन्हित की गई जगहों पर कोई काम किया ही नहीं (No Development Work In Actually) गया है.
सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में विकास कार्यों में धांधली का मामला सामने आया है. CAG की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि किस विकास कार्यों का जिक्र कागजों (Development Work In Papers Only) में किया गया है वो काम दरअसल हुए ही नहीं है. वेरिफिकेशन के लिए एक टीम जब नालंदा पहुंची तो सभी विकास कार्यों की पोल खुल गई. अपनी रिपोर्ट में CAG ने खुलासा (CAG Report) किया है कि जिन विकास कार्यों का जिक्र कागजों में किया गया है वह दरअसल शहर में हुए ही नहीं है. निरीक्षण टीम को विकास का कोई भी काम वहां पर नहीं दिखा.
सिर्फ डॉक्युमेंट्स में ही खर्चे का जिक्र किया गया है. CAG ने अपनी रिपोर्ट की फोटो भी शेयर की हैं, जिनमें बताया गया है कि पॉइंट आउट की गई जगहों पर कोई काम किया ही नहीं (No Work In Poin tout Places) गया है. नालंदा के धुरगांव में 2 लाख 73 हजार रुपये की लागत से ईंट सोलिंग का काम होना था. लेकिन इस काम कता जिक्र सिर्फ कागजों में ही किया गया है. वास्तविकता में ये काम हुआ ही नहीं है. नरीक्षण करने पहुंचे अधिकारियों का ये भी कहना है कि हो सकता है कि गलती से उस जगह का नाम टाइप हो गया हो. जांच करने पर पता चला कि पेपर्स में फर्जीवाड़ा किया गया है. जिन कामों का जिक्र पेपर में था वो हुए ही नहीं थे और पेपर्स में फर्जी साइन किए हुए थे.
सिर्फ कागजों में ही विकास कार्यों का जिक्र
अजयपुर ग्राम पंचायत में ट्यूबवेल लगया जाना था, जिसके लिए 62 हजार का फंड फिक्स किया गया था. CAG की टीम को जांच के बाद पता चला कि उस जगह पर कोई ट्यूबवेल था ही नहीं लेकिन फिर भी कागजों में इसका जिक्र किया गया था. ट्यूबवेल वाली जगह के पास सिर्फ एक बोर्ड पाया गया, वहां ट्यूबवेल न होने के बाद भी पैसा कागजों में लगा हुआ है. इस घोटाले का खुलासा भी सीएजी की टीम ने किया.
इस्लामपुर नगर पंचायत मके वार्ड नंबर-2 में 50 घरों में पानी की पूर्ति के लिए समरसिबल टैंक लगाया जाना था.इसके लिए 5 लाख 16 हजार रुपये की लागत फिक्स की गई थी. जांच टीम को पता चला कि किसी एक ही शख्स ने पूरे समरसिबल पर कब्जा कर लिया है. वहीं उस शख्स का कहना है कि उसकी जमीन पर ये समरसिबल लगाया गया है, इसीलिए वह दूसरे घरों में पानी नहीं जाने देगा.
CAG की रिपोर्ट में फोटो भी अटैच
CAG ने रिपोर्ट में उस जगह की फोटो को भी अटैच किया है. कहा गया है कि अधिकारियों की लापरवाही की वजह से दूसरे लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है. वहीं 19 और पंचायतों में भी विकास कार्य किए जाने का दावा किया गया था. CAG की टीन ने जब चेक किया तो काम किए ही नहीं गए थे. जांच में पाया गया था कि 19 में से सिर्फ 1 जगह पर ही काम किया गया था. CAG की रिपोर्ट में सीएम हर घर नल का जल योजना में धांधली का जिक्र किया गया है.