बंगाल में भेजी जाएं CAPF की 71 अतिरिक्त टुकड़ियां, चुनाव आयोग का गृह मंत्रालय को निर्देश
शनिवार को 44 सीटों पर चौथे चरण के चुनाव में सीआईएसएफ (CISF) कर्मियों की गोलीबारी (Firing) में चार लोगों की मौत सहित पांच लोग मारे गए, जबकि पांच उम्मीदवारों पर हमला किया गया
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों (West Bengal Assembly Elections) के दौरान पहली बार बड़े पैमाने पर हुई हिंसा (Violence) के बाद राजनीतिक तूफान उठ खड़ा हुआ है. शनिवार को 44 सीटों पर चौथे चरण के चुनाव में सीआईएसएफ (CISF) कर्मियों की गोलीबारी (Firing) में चार लोगों की मौत सहित पांच लोग मारे गए, जबकि पांच उम्मीदवारों पर हमला किया गया. एक अधिकारी ने बताया कि चौथे चरण में शाम पांच बजे तक 1.15 करोड़ मतदाताओं में से करीब 76.16 फीसदी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. पुलिस ने बताया कि पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में स्थानीय लोगों ने केंद्रीय बल के कर्मियों से ‘‘राइफल छीनने का प्रयास’’ किया जिसके बाद सुरक्षा बलों की गोलीबारी में चार लोग मारे गए.
चुनाव आयोग ने घटना की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. हिंसा की घटनाओं के बीच निर्वाचन आयोग ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को निर्देश दिया है कि राज्य में शेष चार चरणों के चुनाव के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 71 अतिरिक्त कंपनियों को वहां भेजे. अभी तक राज्य में 294 विधानसभा सीटों पर चुनाव के लिए एक हजार कंपनियां तैनात हैं.
चुनाव के दौरान गोलीबारी की घटना
निर्वाचन आयोग ने सीतलकूची विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 126 पर वोटिंग की प्रक्रिया रोक दी जहां चुनाव के दौरान गोलीबारी की घटना हुई. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘प्रारंभिक जानकारी के अनुसार एक गांव में अपने ऊपर हुए हमले के बाद सीआईएसएफ जवानों ने गोलीबारी की जिसमें चार लोग मारे गए. वहां झड़प हुई और स्थानीय लोगों ने उनका घेराव कर दिया और उनकी राइफलें छीनने की कोशिश की जिसके बाद केंद्रीय बलों ने गोलियां चलाई. विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है.’’
विशेष पुलिस पर्यवेक्षक ने सौंपी प्रारंभिक रिपोर्ट
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक निर्वाचन आयोग के विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे द्वारा सौंपी गई प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया गया है कि 350 से 400 लोगों की भीड़ ने केंद्रीय बलों का घेराव किया जिसके बाद ‘‘आत्मरक्षा’’ में उन्हें गोलियां चलानी पड़ीं. इस घटना के बाद इलाके में हिंसा भड़क उठी जहां बम चले जिसके बाद स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए केंद्रीय बलों ने लाठीचार्ज किया.