उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से रिकॉर्ड 298 और लोगों की मौत, सामने आए 35,156 नए मामले

उत्तर प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोविड-19 संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या एक नई ऊंचाई पर पहुंच गई। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में इस वायरस से रिकॉर्ड 298 और लोगों की मौत हो गई तथा 35156 नए मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोविड-19 संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या एक नई ऊंचाई पर पहुंच गई। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में इस वायरस से रिकॉर्ड 298 और लोगों की मौत हो गई तथा 35156 नए मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोविड-19 संक्रमित 298 और मरीजों की मौत हो गई। यह प्रदेश में एक दिन में इस संक्रमण से होने वाली मौतों का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। राज्य में अब तक कोविड-19 संक्रमण से 12241 मरीजों की मौत हो चुकी है।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बृहस्पतिवार को बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में 35156 नए मरीजों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई। वहीं, इस अवधि में 25613 मरीज ठीक भी हुए हैं। प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में इस वक्त 309237 मरीजों का इलाज किया जा रहा है राज्य में अब तक कुल 1217955 लोगों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है जिनमें से 896477 पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।

उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में 225000 से ज्यादा नमूनों की जांच की गई। राज्य में अब तक चार करोड़ से ज्यादा नमूनों की जांच की जा चुकी है। इस बीच प्रदेश सरकार ने सप्ताहांत में लगने वाले लॉकडाउन की अवधि एक दिन और बढ़ा दी है। सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बृहस्पतिवार को यहां बताया कि प्रदेश में अब शुक्रवार रात आठ बजे से मंगलवार सुबह सात बजे तक लॉकडाउन रहेगा। पहले यह सोमवार सुबह सात बजे तक लागू रहता था।

सहगल ने बताया कि इस दौरान केवल आवश्यक और अनिवार्य सेवाएं ही यथावत जारी रहेंगी। औद्योगिक गतिविधियां और वैक्सीनेशन कार्य साप्ताहिक बंदी में भी जारी रहेगा। इस व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई एक समीक्षा बैठक में यह फैसला लिया गया।

सहगल के मुताबिक, ‘‘मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि कोविड संक्रमण की तेज दर में मरीजों की तादाद बढ़ी है। इस बार की लहर में ऑक्सीजन की मांग सामान्य से कई गुना अधिक बढ़ी है। इस संबंध में व्यवस्था कराई जा रही है। मगर कुछ लोग अनावश्यक भय के कारण ऑक्सीजन सिलिंडर की जमाखोरी करने में लग गए हैं। रेमेडेसिविर जैसी जीवनरक्षक मानी जा रही दवा की कालाबाजारी कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।’’

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