पंजाब के बाद एमपी में भी पुलिस की ‘गुंडागर्दी’, सब्जी बेचने जा रहे किसान को मारी लात
पंजाब में बीते दिनों पुलिसवाले ने लात मारकर सब्जी वाले का ठेला उलट दिया था अब एमपी के रीवा में भी सब्जी बेचने जा रहे किसान के साथ पुलिसवाले ऐसा ही व्यवहार करते नज़र आए हैं.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा (Reva) जिले में लॉकडाउन (Lockdown) का पालन कराने के नाम पर पुलिस की गुंडागर्दी का मामला सामने आया है. गुरुवार को बीडा-सेमरिया मार्ग के करहिया मंडी के पास सब्जी बेचने आ रहे किसान के सामान को हेड कांस्टेबल ने लात मारकर गिरा दिया. हैरानी की बात है कि ये सब जिले के एसपी राकेश सिंह के सामने हुआ. इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है.
मिली जानकारी के मुताबिक ये घटना रीवा जिले के बीडा-सेमरिया मार्ग के पास गुरुवार सुबह की है, जहां जिले के पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह रूटीन शहर भ्रमण कर करहिया मंडी पहुंचे थे. जहां स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ किसान गांव के आसपास घर व खेत से चोरी छिपे सब्जी बेच रहे हैं. पता चला कि कुछ किसान बाइक पर सब्जी रखकर मंडी में बेचने आ रहे हैं, तभी मंडी से पहले एसपी और चोरहटा पुलिस का वाहन सामने से आ गया. जैसे ही, पुलिस की नजर इन पर पड़ी, तो वे गाड़ी रोककर सड़क पर आ गए. ऐसे में दो पुलिसकर्मी एसपी की गाड़ी से उतरे. एक ने किसान को लात मारी, जबकि दूसरे सिपाही ने बाइक की हवा निकाल दी.
रीवा पुलिस की सोशल मीडिया पर हुई किरकिरी
बता दें कि किसी व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर दिया. जहां एक यूजर्स ने लिखा कि आखिर कौन सा तीर मारना चाहती है रीवा पुलिस. वहीं कई लोगों ने कमेंट किया कि जब कल बीजेपी वाले नियम तोड़ेंगे तो उनको कोई लात नहीं मारेगा. सब किसानों से ही जीते हैं. कई लोगों ने लिखा कि पुलिस जनता की नौकर है, मालिक मत बनो.
मंडी में अधिकारी कर रहे मनमानी
स्थानीय गांव वालों का आरोप है कि करहिया मंडी में कई दिनों से पुलिस प्रशासन की मनमानी चल रही है. यहां आए दिन नगर निगम के अधिकारी पहुंचते हैं. मंडियों से सब्जी लूट ले जाते हैं. इन गरीब किसानों का कसूर सिर्फ इतना है कि यह सब्जियां बेचकर परिवार का भरण पोषण करते हैं.